इसरो के पूर्व वैज्ञानिक को फंसाने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सीबीआइ जांच के आदेश
इसरो के पूर्व विज्ञानी नंबी नारायणन को जासूसी कांड में फंसाने वाले पुलिस अधिकारियों की भूमिका को लेकर अब सीबीआई जांच करेगी। सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को जस्टिस जैन कमेटी की रिपोर्ट सीबीआाई को सौंपने का आदेश देते हुए उसे दोषी पुलिस अधिकारियों की भूमिका की आगे जांच का आदेश दिया है। कोर्ट ने सीबीआइ से 3 महीने में रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा कि सीबीआई जस्टिस जैन समिति की रिपोर्ट को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के रूप में ले सकती है।
यह आदेश न्यायमूर्ति एएम खानविल्कर की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने दिए। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि यह रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं की जाएगी। साथ ही उसने केरल ने पूर्व पुलिस महानिदेशक शिबी मैथ्यु की ओर से दी गई दलील को ठुकरा दिया कि जैन समिति ने उनका पक्ष नहीं सुना। ज्ञात हो कि मैथ्यु उस समय एसआईटी टीम के मुखिया थे।
यह था मामला
इसरो वैज्ञानिक नंबी नारायणन को 1994 में केरल पुलिस ने विदेशियों को तकनीक बेचने का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया था। बाद में सीबीआई जांच में यह मामला झूठा निकला। मामले की हकीकत सामने आने के बाद नंबी नारायणन ने उन्हें फंसाने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की थी।
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