आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदृीन का शीर्ष आतंकी नवीद मुश्ताक बाबू को जिस समय सुरक्षा एजेंसियां खोज रही थीं, उस समय वह पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के साथ कथित तौर पर संपर्क में था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने यह पर्दाफाश आरोपपत्र में किया है
जम्मू—कश्मीर से अनुच्छेद—370 हटने के बाद जहां घाटी की आवोहवा बदली है, वहीं घाटी केंद्रित दलों के चेहरों से नकाब भी उतरने लगा है। खबरों की मानें तो आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदृीन का शीर्ष आतंकी नवीद मुश्ताक बाबू को जिस समय सुरक्षा एजेंसियां खोज रही थीं, उस समय वह पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के साथ कथित तौर पर संपर्क में था।
दरअसल राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने यह पर्दाफाश पीडीपी की युवा ईकाई के अध्यक्ष वहीद उर रहमान परा व आतंकी नवीद मुश्ताक से पूछताछ के आधार पर एक आरोपपत्र में किया है।
वहीद उर रहमान ने कराई थी बातचीत
खबरों की मानें तो वहीद उर रहमान परा के खिलाफ दायर आरोप पत्र में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बताया कि आतंकी नवीद मुश्ताक ने एक बार फोन पर महबूबा मुफ्ती से बात की थी। इस दौरान उन्हें कथित तौर पर पता था कि वह आतंकी है। और यह बात वहीद उर रहमान परा ने कराई थी। बता दें कि आतंकी नवीद शोपियां, अनंतनाग, पुलवामा और कुलगाम में सक्रिय था। यह वहीं इलाका है जहां पीडीपी की पकड़ है।
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