कोरोना का टीका लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सकारात्मक संदेश दिया है। विपक्ष के लोग भी उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि ये विश्वास पैदा करने वाली तस्वीर है
हाल के दिनों में जिस प्रकार से भारतीय जनमानस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपना विश्वास प्रकट किया है, वह अपने आप में एक मिसाल है। पूरे कोरोना काल का जब हम विश्लेषण करते हैं, तो इस बात को और अधिक बल मिलता है कि प्रधानमंत्री के प्रति लोगों का भरोसा गजब का है। उसी भरोसे को और अधिक मजबूत करने के लिए पहली मार्च, 2021 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सबसे प्रतिष्ठित अस्पताल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स, दिल्ली में सूर्योदय के साथ ही कोरोना का टीका लगवाया, तो दूसरे चरण को लेकर देश की जनता में गजब का उत्साह आया। आम जनता के साथ ही प्रधानमंत्री और भाजपा के विरोधी दलों के नेता भी प्रधानमंत्री की तारीफ करने लगे। ऐसा नहीं है कि पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीन लगवाकर केवल दूसरे चरण की शुरुआत की है। दूसरे चरण के तहत 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के अलावा 45 साल से ज्यादा उम्र के उन लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन दी जाएगी, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ कई संदेश दिए हैं।
पहला हम बात करते हैं को-वैक्सीन की। जब इस वैक्सीन को मंजूरी दी गई, तो कई मंचों पर कई लोगों ने इसके प्रभाव आदि को लेकर सवाल उठाए थे। बता दें कि जब 16 जनवरी, 2021 को कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी, तब भी एम्स के निदेशक ने इसे ही लगवाया था। सोमवार को जब स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत बायोटेक और आईसीएमआर द्वारा तैयार की गई को-वैक्सीन लगवाई, तो विरोधियों के मुंह पर ताला लग गया। ऐसा माना जा सकता है। साथ ही देश की जनता का इस वैक्सीन को लेकर पहले से अधिक भरोसा होगा। अब तो आम लोग भी आपसी बातचीत में कोवैक्सीन लगवाने की बात कर रहे हैं।
कोरोना का टीका लेकर प्रधानमंत्री ने विरोधियों को जवाब भी दिया है। कई विपक्षी दलों के नेता प्रधानमंत्री के टीका नहीं लेने पर सवाल उठा रहे थे। जब कोरोना वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी मिली थी, तब देश में कोरोना वैक्सीन पर सियासत शुरू हो गई थी। विपक्ष के नेताओं द्वारा वैक्सीन की विश्वनियता पर सवाल उठाये जा रहे थे। आज कोरोना का टीका लेकर पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीन का विरोध कर रहे लोगों को कड़ा संदेश दिया है।
कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद पीएम मोदी ने अपने ट्विटर पर अनुभव साझा किया और कहा कि एम्स में कोरोना वैक्सीन की मेरी पहली खुराक ली। उल्लेखनीय है कि कैसे हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए त्वरित समय में काम किया है। मैं उन सभी से अपील करता हूं जो वैक्सीन लेने के लिए योग्य हैं. साथ में, आइए हम भारत को कोविड-19 मुक्त करें !.
पीएम मोदी को वैक्सीन लगाने वाली नर्स सिस्टर पी निवेदा ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि पीएम मोदी को आज कोवैक्सीन की पहली डोज दी गई है, इसके 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जाएगी। उन्होंने हमसे पूछा कि आप कहां के रहने वाले हैं? टीका लगने के बाद पीएम मोदी ने कहा- लगा भी दी, पता ही नहीं चला।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि ये विश्वास पैदा करने वाली तस्वीर है। वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिंदबरम के बेटे, कांग्रेस के लोकसभा सांसद कार्ति चिंदबरम में पीएम मोदी के वैक्सीन लेने पर कहा कि इससे आम जनता के बीच विश्वास बढ़ेगा। बता दे कि कोरोना वैक्सीन को सपा नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा था कि ये वैक्सीन भाजपा की है, मैं इसे नहीं लगवाउंगा। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा था कि कोरोना वैक्सीन को वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देना खतरनाक हो सकता है। वहीं सपा के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो कह रहे थे कि कोरोना वैक्सीन लगवाने से व्यक्ति नपुंसक हो सकता है।
एम्स में पीएम मोदी को भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की डोज दी गई। पीएम मोदी के वैक्सीन लेने के बाद शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर उनकी तारीफ की है। प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज कोरोना वायरस की वैक्सीन कोवैक्सीन की डोज ली। उनका यह कदम लोगों के मन में कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर बैठे शक और झिझक को खत्म करने में बहुत ही प्रभावी होगा। देश के ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन देने के लिए शुरू किया गया यह चरण बेहद अहम है और मैं सभी के स्वस्थ और सुरक्षित रहने की प्रार्थना करती हूं।
दूसरा संदेश है वैक्सीन के दुष्परिणामों को लेकर। स्वयं प्रधानमंत्री ने टीका लगवाने के बाद कहा कि मुझे टीका लग गया, यह तो पता भी नहीं चला। यानी इसका कोई दर्द नहीं होता है। उसके बाद अपने कई दूसरे कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री दिन भर व्यस्त रहे। कई सम्मेलन को संबोधित किया। यह इस बात को पुष्ट करता है कि कोरोना वैक्सीन का कोई ऐसा दुष्परिणाम नहीं होता है, जो हमारे दैनिक कार्यों को प्रभावित करता है।
अब हम बात करते हैं, पीएम मोदी के वैक्सीन लेने की समय और उनके हाव-भाव की। जो लोग राजनीति पर पैनी नजर रखते हैं, उन्हें पता है कि नरेंद्र मोदी बहुत दूर की सोचते हैं। प्रधानमंत्री के एम्स पहुंचने के दौरान किसी भी रास्ते को बंद नहीं किया गया और ना ही यातायात को रोका गया। लोगों को परेशानी न हो, इसलिए उन्होंने टीके के लिए सुबह का समय चुना। इसके जरिए यह संदेश देने की कोशिश है कि आम जनता की सुविधा सबसे पहले है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वेषभूषा को देखें। इसके अलावा, पीएम मोदी की ओर से वैक्सीन लगवाते हुए ट्विटर पर शेयर की गई फोटो में आपको दो नर्स नजर आ रही हैं। जिसमें एक नर्स तो पीएम के पीछे खड़ी हुई नजर आ रही हैं और एक वैक्सीन लगाते हुए नजर आ रही हैं, जो कि पी निवेदा हैं। निवेदा पुडुचेरी की रहने वाली हैं। पीएम मोदी के बगल में खड़ी नर्स केरल की रहने वाली है। प्रधानमंत्री ने असमिया गमछा लिया हुआ है। उनकी पूरी वेशभूषा बंगाल से प्रभावित है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने उन राज्यों को ध्यान में रखा गया है, जहां विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है।
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