|
कार्टून व्यंग्य की चित्रात्मक अभिव्यक्ति है। कार्टून की कुछ पंक्तियां जो कह जाती हैं, कई बार व्यंग्य के कई पैराग्राफ उसे नहीं कह पाते। पाञ्चजन्य ने लगातार कार्टून छापे हैं। इन कार्टूर्नों में अपने वक्त की कई सचाइयां छिपी हैं। इन व्यंग्य चित्रों की टीका लिखी व्यंग्यकार आलोक पुराणाणिक ने।
टिप्पणियाँ