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पिछले दिनों गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली स्थित 33,दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर संस्कार भारती के भवन का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संस्कार भारती कला और कलाकारों के संवर्धन में अहम् भूमिका निभा रही है। इतने अल्प समय में संस्कार भारती ने यह मुकाम हासिल कर लिया, जो सराहनीय है। उन्होंने कुरुक्षेत्र में संस्कार भारती द्वारा आयोजित विशाल समारोह का उल्लेख करते हुए कहा कि कला समाज की अभिव्यक्ति है और उसे प्रभावित करती है। जब भी संस्कृति का पुन: जागरण हुआ है, उसमें कला व संस्कृति का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। संस्कार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री वासुदेव कामत ने अतिथियों का सम्मान करते हुए कहा कि दिल्ली के दिल में संस्कार भारती का कार्यालय कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने के लिए एक प्रमुख स्थान प्रदान करेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मभूषण विदुषी डा़ॅ सरोज वैद्यनाथन ने की और संस्कार भारती के संस्थापक एवं संरक्षक बाबा योगेन्द्र ने आशीर्वचन दिया।
इस अवसर पर दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने 'ईश्वर जो भी करता है अच्छा ही करता है, मानव तू संघषोंर् से फिर क्यों डरता है' गीत की दो पंक्तियों से कार्यक्रम में समां बांधा। संस्कार भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सुरेश बिंदल ने बताया कि भवन का निर्माण पंद्रह महीने में पूर्ण हो जाएगा। इस चारमंजिला भवन में कला के विकास के अलावा पुस्तकालय की भी व्यवस्था होगी। इस अवसर पर अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
राष्ट्रहित के मुद्दों पर विचार की आवश्यकता
''मीडिया के क्षेत्र में तेजी से बदलाव हो रहा है। वेब पत्रकारिता और सोशल मीडिया ने पत्रकारिता के लिए कई चुनौतियां पैदा की हैं। इनका सामना करने के लिए मीडिया के विद्यार्थियों को चाहिए कि वे जरूरी नई तकनीकों को जानें और पत्रकारिता के क्षेत्र में उच्च मूल्य स्थापित करने में अपना योगदान दें।'' उक्त बातें वाईएमसीए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो़ दिनेश कुमार ने कहीं। वे पिछले दिनों फरीदाबाद में दो दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन एवं फिल्मोत्सव कार्यक्रम के समापन अवसर पर बोल रहे थे। समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में उत्तर क्षेत्र प्रचार प्रमुख श्री अनिल कुमार उपस्थित थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मीडिया एवं कला क्षेत्र से जुड़े लोगों को राष्ट्रहित के मुद्दों पर विचार करने की आवश्यकता है। विज्ञापन एवं फिल्मों में भारतीय संस्कृति को किस तरह से दिखाया जा रहा है, क्या वह सामग्री भारत के मूल स्वरूप का प्रतिनिधित्व करती है, यह समझने की जरूरत है। -(विसंकें, फरीदाबाद)
रोगियों के हित में एक सद्प्रयास
गत दिनों उत्तराखण्ड स्थित पौड़ी गढ़वाल के चमोलीसैंण, सतपुली में 'द हंस फाउण्डेशन' द्वारा निर्मित 150 बिस्तर वाला आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित 'द हंस फाउण्डेशन जनरल अस्पताल' फाउंडेशन की अध्यक्ष माता मंगला एवं भोले जी महाराज ने पहाड़ की जनता को समर्पित किया। खास बात यह है कि अस्पताल में शल्य चिकित्सा, स्त्रीरोग, नेत्र से संबंधित विकार, क्षयरोग, चर्म रोग, बालरोग, दंत चिकित्सा सहित अनेक रोगों का इलाज बिल्कुल नि:शुल्क किया जाएगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रमुख रूप से उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल स्थानीय लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं तो उपलब्ध कराएगा ही साथ ही पौड़ी-कोटद्वार के बीच के लोगों को इसके बन जाने से उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। श्री रावत ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आवागमन की बेहतर सुविधाओं
के होने से पलायन पर भी अंकुश लगेगा।
इस अवसर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत भी उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
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