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युवाओं को वर्ष 2020 तक कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाए जाने की योजना है। इस पर आने वाला खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। सरकार ने इसके लिए 12,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। यह जानकारी दिल्ली में 23 अक्तूबर को प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दी।
1.72 लाख करोड़
परियोजनाओं के तय समय पर पूरा न होने की वजह से सरकारी खजाने को चपत लग रही है। गौरतलब है कि देश के डेढ़ सौ करोड़ रु. से अधिक लागत वाले 133 इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट काफी विलंब से चल रहे हैं। इसकी वजह से इनकी कुल लागत 1.72 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई है। एक सरकारी रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई।
पहली बार
गुजरात की सभी 182 सीटों के लिए मतदान में वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर आॅडिट ट्रेल) का भी इस्तेमाल किया जाएगा। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ईवीएम में गडबड़ियों के आरोप लगे थे। इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग से आगामी सभी चुनावों में वीवीपैट का इस्तेमाल करने को कहा था।
बजा चुनावी बिगुल
लंबे इंतजार के बाद गुजरात विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया। चुनाव दो चरणों में संपन्न होगा। पहले चरण का चुनाव 9 दिसंबर को (89 सीटों पर) तथा दूसरे चरण का चुनाव 14 दिसंबर को (93 सीटों पर) होगा। वोटों की गिनती 18 दिसंबर को गुजरात तथा हिमाचल दोनों राज्यों की साथ होगी। चुनाव घोषणा में हुई देरी पर मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार जोति ने कहा कि-बाढ़ से प्रभावित गुजरात में राहत कार्य जारी है। ऐसे में काफी संख्या में सरकारी बल इस कार्य में लगा हुआ है। राज्य सरकार के 26,443 कर्मचारियों को चुनाव की ड्यूटी में लगाया जाना है। जो कर्मचारी अभी राहत कार्य में लगे हुए हैं उसी स्टाफ को चुनाव की ड्यूटी में भी लगाया जाएगा। इसी वजह से गुजरात चुनाव की तारीखों की घोषणा में देरी हुई।
प्रथम चरण-89 सीटेंदूसरा चरण-93 सीटें
नामांकन की अंतिम तारीख-21 नवंबर नामांकन की अंतिम तारीख-27 नवंबर
नाम वापसी की तारीख-24 नवंबर नाम वापसी की तारीख-2 दिसंबर
मतदान की तिथि-9 दिसंबर मतदान की तिथि-14 दिसंबर
मतगणना-18 दिसंबर को गुजरात तथा हिमाचल दोनों राज्यों की होगी
आतंकवाद और सोश
ल मीडिया के जरिए फैल रही कट्टरता सभी देशों के लिए गंभीर सुरक्षा और चुनौती है। इस समस्या से मुकाबले के लिए मजबूत सामूहिक प्रयास जरूरी है।
—निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री
साइबर गुटरगूं
जापान चुनाव पर भारत का बहुत बड़ा दाव लगा हुआ था। शिंजो आबे भारत के सांस्कृतिक साझेदार हैं। उनकी शानदार जीत भारत के लिए बहुत बढ़िया बात है, जिससे रिश्ते और बेहतर बनेंगे।
—एस. गुरुमूर्ति, आर्थिक मामलों के जानकार
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बड़े शहरों,पश्चिमी जीवन शैली से अनभिज्ञ दूरदराज का आम भारतीय स्वविवेक से सौहार्दपूर्ण और खुशनुमा जीवन जीता है। वह अपनी खुशियों का कारीगर है। लेकिन देश की मुख्यधारा में उसके विवेक और विचारों की कोई कद्र नहीं है।
—विवेक अग्निहोत्री, फिल्मकार
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जिनमें अकेले चलने का हौसला होता है, एक दिन उनके पीछे ही काफिले होते हैं।
—बबीता फोगाट, महिला पहलवान
हिमाचल में चुनाव की गर्माहट
हिमाचल में चुनाव कार्यक्रम घोषित हो चुका है। प्रदेश में चुनाव एक चरण में (9 नवंबर) होगा। मतों की गिनती 18 दिसंबर को गुजरात के साथ ही होगी। पहाडीÞ सूबे हिमाचल में ठंड भले ही हो लेकिन चुनाव से माहौल में गर्माहट बढ़ने लगी है। यहां विधानसभा की 68 सीटों के लिए जंग शुरु हो गई है। ज्ञातव्य है कि हिमाचल में कांग्रेस पार्टी की सरकार है। कांग्रेस के पास कुल 68 सीटों में से 36 सीटें हैं जबकि भाजपा के पास 27 सीटें हैं। इनके अलावा 5 निर्दलीय विधायक भी हैं। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की चारों सीटों पर कब्जा जमा लिया था। इस बार सत्ता में काबिज होने के लिए भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी है और अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की भव्य रैलियां करवाकर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ा दिया है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी
चुनाव के मद्देनजर कमर कस ली है। उसने हाल ही में मंडी में अपने भावी अध्यक्ष राहुल गांधी के ही भरोसे रैली करवाकर चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को ही चुनाव अभियान का जिम्मा सौंपकर यह संकेत दे दिया है कि यदि पार्टी सत्ता में आती है तो वीरभद्र सिंह ही अगले मुख्यमंत्री होंगे।
भाजपा ने इस संदर्भ में अभी अपना फैसला नहीं किया है।
2012 चुनाव में विधानसभा की दलीय स्थिति
कांग्रेस……..36 सामान्य सीटों की संख्या…….48
भाजपा……..26 अनुसूचित जाति………3
निर्दलीय……..5 अनुसूचित जनजाति………3
हिलोपा………………………………………………………………1
कुल……………………………………………………………….68
वार – पलटवार
जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) गब्बर सिंह टैक्स है। इसके कारण लोगों की आय निगली जा रही है। —राहुल गांधी कांग्रेस उपाध्यक्ष,चुनावी रैली में
2 जी स्पेक्ट्रम और कोयला खान आवंटन में हुये बड़े घोटालों के आदी रहे लोगों को वैधानिक कर से आपत्ति है। —अरुण जेटली, केंद्रीय वित्त मंत्री
पहला स्वतंत्रता संग्राम
सरकार ने स्वीकार किया हैं कि 1817 में संगठित पाइका संग्राम ही अंग्रेजों के खिलाफ देश का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार इस विषय पर गंभीरता से विचार कर रही है और 2018 में इसे पाठ्य पुस्तकों में भी शामिल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 1857 के ‘सिपाही विद्रोह’ को देश का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम माना जाता है। लेकिन तथ्यों के आधार पर 1817 में ओडिशा में हुआ संगठित पाइका संग्राम ही देश का पहला स्वतंत्रता संग्राम जान पड़ता है। जावडेÞकर ने पाइका संग्राम द्विशताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि यह बात कही।
पकड़ा गया सैयद का शाहिद
एनआईए ने आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाउद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ को 2011 के टेरर फंडिग आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। शाहिद जम्मू-कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में जूनियर इंजीनियर है। सुरक्षा बलों के लिए इसे एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जारहा है। शाहिद पर कश्मीर में जारी आतंकवाद में इस्तेमाल किये जाने के लिए सलाउद्दीन के इशारे पर सीरिया से पैसे लेने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक, यह धन 2011 और 2014 के बीच चार किस्तों में भेजा गया। भेजे गये पैसे का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में किया गया था।
जवान अब चीनी भाषा सीख रहे…
भारत -चीन सीमा पर टकराव की बढ़ती घटनाओं को देखते हुये आईटीबीपी के जवानों को अब चीनी भाषा सिखाई जा रही है ताकि वे चीनी सैनिकों को उन्हीं की भाषा में जवाब दे सकें।
जवान अब च्वेद अध्ययन केंद्र की योजना
केरल के सबसे बड़े मंदिर संगठन त्रावणकोर देवासम बोर्ड (टीडीबी) वेद,वेदांत और तंत्र के समुचित अध्ययन के लिए एक विशेष कॉलेज और अध्ययन केंद्र खोलने पर विचार कर रहा है। ज्ञातव्य है कि टीडीबी दक्षिणी राज्य में सबरीमाला के प्रसिद्ध भगवान अयप्पा मंदिर सहित कम से कम 1,248 मंदिरों का प्रबंध देखता है। टीडीबी के सूत्रों के हवाले से बताया गया कि वेद-वेदांत-तांत्रिक अध्ययन केंद्र और वेद-वेदांत कॉलेज में आध्यात्मिकता की प्राचीन परंपराओं को सिखाने का एक अनोखा केंद्र होगा।
श्रद्धांजलि
प्रख्यात शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी 24 अक्तूबर की रात दुनिया से बिदा हो गर्इं। ठुमरी की इस गायन विदुषी का कोलकाता में ह्दयाघात से निधन हो गया। वह 88 वर्ष की थीं। अपने शिष्यों में अप्पा जी के नाम से लोकप्रिय गिरिजा देवी खयाल गायन में खास जगह रखती थीं, लेकिन उनकी ख्याति विशेष तौर पर ठुमरी, कजरी, चैती, दादरा, टप्पा जैसे उपशास्त्रीय संगीत के लिए थी। आईटीसी संगीत रिसर्च अकादमी, कोलकाता से जुड़ने के कारण उनसे बनारस छूट गया था, लेकिन इस नगरी से उनका लगाव कभी कम नहीं हुआ। 1929 में बनारस के एक जमींदार परिवार में जन्मीं गिरिजा देवी ने उस दौर में गायन और मंच पर प्रदर्शन शुरू किया था, जब संभ्रांत परिवार की महिलाओं के लिए इसे सम्मानजनक नहीं माना जाता था। संगीत की दुनिया से जुड़ा शायद ही कोई महत्वपूर्ण पुरस्कार हो जिससे उन्हें सम्मानित न किया गया हो। उन्हें पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण के अतिरिक्त संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार,अकादमी फेलोशिप,यशभारती सहित कई बड़े पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
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