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सिर्फ मोबाइल फोन ही नहीं, दंत मंजन से दीपावली के दीयों तक चीन के सामान से भारत के बाजार अटे हैं तो इसमें काफी भूमिका हस्तियों की भी है
मजबूत रुपया यानी चीन से ज्यादा आयात : फरवरी 2017 से अब तक चीन के युआन के मुकाबले भारतीय रुपया 3.7 प्रतिशत मजबूत हुआ है यानी पहले के 100 रुपये में अब 103.7 रुपये जितनी ताकत आ गई है, यानी ज्यादा चाईनीज माल खरीदने की ताकत आ गई है। अप्रैल -जून 2017 के दौरान चीन से 18 अरब डालर का आयात हुआ, पिछले साल इसी अवधि मेंे चीन से 13.5 अरब डालर का आयात हुआ था। भारत चीन से आयात ज्यादा करता है, निर्यात कम करता है। 2016-17 में चीन-भारत व्यापार में भारत का व्यापार घाटा 51.1 अरब डालर था, 2009-10 में यह 19.26 अरब डालर था। यानी भारत चीन से माल ले ज्यादा रहा है, उतना दे नहीं पा रहा है।
आसमान से जमीन तक: आसमान से बात करते इश्तहार देखें या जमीन की दुकान पर टंगे बोर्ड—चाईनीज ही चाईनीज फोन दिखते हैं।
रणबीर सिंह चाईनीज : भारतीय फिल्मों से शोहरत हासिल करके कोई स्टार बनता है, फिर स्टार किसी भी चीज के बारे में अपनी राय देने वाला विशेषज्ञ हो जाता है। दीपिका पादुकोण मोबाइल पर राय रख सकती हैं, अमिताभ बच्चन तो ज्वैलरी से लेकर ब्यूटी क्रीम तक पर राय देने के अधिकारी हैं, ऐसे में रणबीर सिंह चाईनीज फोन की सिफारिश कर रहे हों, तो क्या समस्या है।
चाईनीज छतरी में : चाईनीज मोबाइल ब्रांडो ं की छतरी तले 50 प्रतिशत से ज्यादा स्मार्ट फोन बाजार में आ गए हंै। चाहे चीन के कारोबार के कितने ही संदेश चल रहे हैं, बहुत संभव है कि चीनी ब्रांडों के बहिष्कार का जो संदेश भेजा जा रहा हो, वह चीनी फोन से ही भेजा जा रहा हो और जिस फोन पर उसे प्राप्त किया जा रहा हो, वह भी चीनी हो।
चाईनीज ही चाईनीज : चीन सिर्फ डोकलाम में ही नहीं है, बिल्कुल आपके करीब है, एकदम करीब। किसी भी बड़े बाजार में निकल जायें, मोबाइल के इश्तहार भरे मिलेंगे और मोबाइल फोनों में भी चाईनीज फोनों के इश्तहार सबसे ज्यादा-देखिये यह इश्तिहार-सीरिज। सैमसंग दक्षिण कोरिया का है, ओप्पो, वीवो, और जियोनी, ये सब चाईना के हैं। चाईना ही चाईना देख तो लें। मोटे तौर पर भारत के स्मार्ट फोन के बाजार में चाईनीज मोबाइलों का हिस्सा करीब पचास प्रतिशत से ऊपर है। इंटरनेशनल डाटा कार्पोरेशन के आंकड़ों के हिसाब से भारत के स्मार्टफोन बाजार में चीन के मोबाइल फोनों का हिस्सा 51.4 प्रतिशत है। स्मार्टफोन बाजार में भारतीय ब्रांड मुश्किल से 14 प्रतिशत के हिस्से पर हैं। सैमसंग का अकेले का करीब 28 प्रतिशत का हिस्सा है भारतीय स्मार्टफोन बाजार में। पर आसपास देखें, अब वीवो और एप्पो के बोर्ड ज्यादा दिख रहे हैं, सैमसंग या दूसरे ब्रांडो ं के कम।
चाईनीज का विराटत्व : श्रीलंका में श्रीलंका टीम को 3-0 से पीटनेवाले सुपर क्रिकेटर विराट कोहली भी चाईनीज ब्रांड जियोनी की सिफारिश करते हैं। जाइये आप कहां जायेंगे, ये नजर चाईनीज पे लायेगी। भारतीय ब्रांड मजबूती से क्यों नहीं उभरते हैं चीन के मुकाबले? इस सवाल का जवाब भारतीय उद्योगपतियों को देना है। मंगलयान आसमान में भेजना वाला देश सस्ते मोबाइल की तकनीक क्यों नहीं विकसित कर पा रहा है?
चाईनीज दीपिका पादुकोण: फोन चीन का, कंपनी चीन की, बाजार भारत का-दीपिका पादुकोण ओप्पो फोन इस्तेमाल करने की हिदायत दे रही हैं। चीनी चीजों की गुणवत्ता के प्रति पूरी आश्वस्त हैं दीपिका, कोई भले ही चीन की क्वालिटी के लिए कुछ भी बोले।
देश प्रेम बनाम कैश प्रेम : चाईनीज फोन कम कीमत में ज्यादा फीचर देते हैं, तो भारतीय उन्हें खरीदते हैं। चीन का मुकाबला कारोबार में चीन होकर ही किया जा सकता है-जैसे सस्ते भावों पर उतने फीचर अगर कोई भारतीय ब्रांड दे, तो ग्राहक वहां चले जायेंगे। ग्राहक ना चीन से प्यार करता, ना भारत से, वह सिर्फ जेब से प्यार करता है। कई भारतीय संगठन चीनी उत्पादों के बायकाट की मुहिम चलाते हैं, पर देश प्रेम कैश प्रेम के आगे हार जाता है। कैश बचता हो, तो फिर चाईनीज चलता है। चाईनीज डोकलाम में धमकी देे, चलता है, चाईनीज फोन भी देश में चलता है। चलेगा, क्योंकि कारोबार हर हाल में चलता है, और चलता रहेगा, चाईनीज फोन।
आलिया भट्ट भी चाईनीज : आलिया भट्ट चाईनीज जियोनी फोन की ब्रांड अंबेसडर बनी हुई हैं, इस इश्तहार में। खरीदिये, खरीदिये, चाईनीज खरीदिये
-आलोक पुराणिक / रंजना रावत
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