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''प्रामाणिकता भारत का बड़ा संबल है। स्वाधीनता के बाद लालबहादुर शास्त्री ने पहले केंद्रीय मंत्री और फिर प्रधानमंत्री के रूप में उसे आगे बढ़ाया। वही प्रामाणिकता आज दिखाई दे रही है। इसी का परिणाम है कि विश्व में भारत का प्रभुत्व बढ़ा है।'' उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने कहीं। वे पिछले दिनों इलाहाबाद के लालबहादुर शास्त्री तकनीकी इंटरमीडियट कॉलेज, मांडा में भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री व उनकी धर्मपत्नी ललिता शास्त्री की मूर्ति के अनावरण समारोह में मेंें मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हम जो बोलते हैं, वही करते हैं। ऐसा नहीं कि बोलें कुछ और करें कुछ और। यही कारण है कि समाज हमारे साथ है। उन्होंने शास्त्री जी के व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए कहा कि वे एक आर्दश नेता थे। उनकी जीवन शैली और आचरण समाज के हर तबके के लिए प्रेरणा है और बहुत से लोग अपने इस लोकनेता की जीवन शैली को अपनाने का प्रयास भी करते हैं, जो अच्छी बात है। कार्यक्रम की अध्यक्षता लाल बहादुर शास्त्री सेवा निकेतन के अध्यक्ष श्री सुनील शास्त्री ने की। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी
उपस्थित थे। ल्ल प्रतिनिधि
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