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गत सप्ताह (25 से 31 अगस्त) को नई दिल्ली के गढ़ी गांव में संस्कार भारती, दिल्ली प्रांत द्वारा कृष्ण चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी के शुभारंभ पर संस्कार भारती के संस्थापक बाबा योगेंद्र, ललित कला अकादमी के प्रशासक श्री कृष्णा शेट्टी, संस्कार भारती, दिल्ली के अध्यक्ष श्री राजेश चेतन, उपाध्यक्ष श्री अनुपम भटनागर, सह मंत्री (संगठन) श्री देवेंद्र खन्ना, चित्रकला के प्रमुख श्री मांगेराम शर्मा तथा संस्कार भारती के अन्य सदस्यों के साथ कार्यक्रम स्थल पर अनेक चित्रकार उपस्थित थे।
प्रदर्शनी में 46 चित्रकारों के उत्कृष्ट चित्रों का प्रदर्शन किया गया, जिन्हें देखकर उपस्थित लोगों ने कलाकारों की जमकर तारीफ की। कार्यक्रम में श्री कृष्णा शेट्टी ने संस्कार भारती द्वारा भगवान कृष्ण के जीवन की प्रमुख घटनाओं से जुड़े चित्रों पर आधारित प्रदर्शनी को एक उत्कृष्ट कार्य बताया और चित्रकारों को भारतीय परंपराओं के अनुसार कार्य करने के लिए प्रेरित किया। वहीं श्री राजेश ने कहा कि चित्रकारों को भारत मां के प्रति सम्मान दर्शाते हुए अपने काम को करना चाहिए। इससे न केवल भारत अपितु संपूर्ण विश्व में मां भारती की ख्याति फैलेगी। कार्यक्रम के अंत में बाबा योगेंद्र ने चित्रकारों से निवेदन किया कि वे सभी आगे आकर राष्ट्र के लिए कार्य करें। साथ ही उन्होंने आह्वान किया कि सभी लोग 28-30 अक्तूबर को कुरुक्षेत्र में होने वाले संस्कार भारती द्वारा आयोजित होने जा रहे कला साधक संगम में शामिल हों। -प्रतिनिधि
अलगाव की भावना पैदा करता अनुच्छेद 35-ए
''भेदभाव की असल जड़ संविधान का अनुच्छेद 35-ए है।'' उक्त बात चित्तौड़ प्रांत के अधिवक्ता परिषद् के श्री प्रवीण ने कही। वे पिछले दिनों उदयपुर में विश्व संवाद केन्द्र एवं प्रज्ञा प्रवाह द्वारा आयोजित एक गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित विद्या भारती के श्री सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 पाक प्रायोजित अलगवावाद को वैधता प्रदान करने का एक कुत्सित प्रयास है क्योंकि यह शेष भारत में राष्ट्रीय एकता के प्रति अविश्वास उत्पन्न करता है। साथ ही अनुच्छेद 35-ए जैसे नितान्त अस्थायी एवं अनावश्यक प्रावधान को अविलम्ब समाप्त किया जाना चाहिए। संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि श्री रमेश शुक्ल ने ड़ॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को व्यर्थ न जाने देने का आह्वान किया और संगठित प्रयास से अनुच्छेद 35-ए और 370 के उन्मूलन की आवश्यकता बतलाई। – प्रतिनिधि
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