भारत-इस्रायल मैत्री:भारत का रक्त और इस्रायल का दिल
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

भारत-इस्रायल मैत्री:भारत का रक्त और इस्रायल का दिल

by
Jul 10, 2017, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 10 Jul 2017 15:56:11

यहूदी कई पीढ़ियों से भारत में रह रहे हैं। अनुमान है कि इस समय लगभग 6,000 यहूदी भारत में हैं और कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। इनकी रगों में भारत का खून बहता है और दिल धड़कता है इस्रायल के लिए। नरेंद्र मोदी की इस्रायल यात्रा से दोनों देशों के संबंधों ने नई ऊंचाई छुई

  विवेक शुक्ला

राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट के पास हुमायूं रोड पर जूदाह ह्याम सिनेगॉग (यहूदियों का पूजा स्थल) है। यह उत्तर भारत का एक मात्र सिनेगॉग है। दिल्ली में रहने वाले यहूदी परिवार नियमित रूप से यहां पूजा करने के लिए आते हैं। सिनेगॉग के रब्बी (पुजारी) एजकिल आइजेक मलेकर कहते हैं, ‘‘हम चाहते हैं कि भारत-इस्रायल के रिश्ते मधुर होते रहें। हम यहूदियों के लिए दोनों देश प्रिय हैं।’’
कुछ समय पहले तक यह सिनेगॉग अन्य पूजा स्थलों की तरह ही था, लेकिन अब आतंकवादी संगठनों के खतरों को देखते हुए इसके बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। इस्रायल के वरिष्ठ नेता शिमोन पेरेज और वहां की नौसेना के प्रमुख वायस एडमिरल रेम रूतबर्ग इस सिनेगॉग में आए थे। उन दोनों ने दिल्ली में रहने वाले यहूदियों से बातचीत की थी। खान मार्किट के पास स्थित इस सिनेगॉग के एक तरफ होटल ताज मानसिंह है, तो उसके करीब ही संघ लोकसेवा आयोग और दूसरे सरकारी विभागों की इमारतें भी हैं। समीप में ही एक पुस्तकालय भी है। इसमें यहूदी मत से संबंधित पुस्तकें हैं। यहीं दिल्ली का यहूदी समाज बीच-बीच में मिलता रहता है। दिल्ली में बड़ी संख्या में भारतीय यहूदी परिवार रहते हैं। ये अधिकतर कॉर्पोरेट संसार से जुड़े हैं। वैसे भारत में करीब 6,000 यहूदी हैं।

भारत-इस्रायल संबंध
भारत-इस्रायल संबंधों की शुरुआत 17 सितंबर, 1950 को हुई थी। उसी समय भारत ने इस्रायल की स्थापना को मान्यता दी थी। 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक    संबंध भी स्थापित हो गए थे। यहूदी एकेश्वरवाद में विश्वास करते हैं। आज से करीब 4,000 साल पुराना यहूदी पंथ वर्तमान में इस्रायल का राष्टÑीय पंथ है।
मुंबई की आपाधापी से भरी जिंदगी में कुछ इस तरह की जगहें अभी बची हैं, जहां पर सन्नाटा पसरा रहता है, जहां जाकर लगता है कि जिंदगी की रफ्तार थम-सी गई है। हम बात कर रहे हैं मुंबई के महालक्ष्मी ज्यूइश सेमेटरी की। जैसा कि इसके नाम से ही साफ है कि यह मुंबई में यहूदियों का कब्रिस्तान है, जो करीब 90 साल पुराना है। हिन्दी फिल्मों के गुजरे दौर के मशहूर अभिनेता डेविड, अंग्रेजी के लेखक और कवि निजिम एजकिल और दूसरे कई यहूदी भी यहां दफन हैं। मुंबई में लगभग 1,000 यहूदी रहते हैं। पुणे शहर में भी काफी यहूदी रहते हैं। भारत में सर्वाधिक यहूदी महाराष्ट्र में रहते हैं।
रब्बी एजकिल आइजेक मलेकर को यकीन है कि भारत में रहने वाले हरेक यहूदी के खून में भारत और दिल में इस्रायल है। भारत के यहूदियों के लिए भारत से अच्छा कुछ नहीं है। एजकिल हिंदी, मराठी, अंग्रेजी, हिब्रू बोल लेते हैं। मुहम्मद रफी उनके पसंदीदा गायक हैं। वे ‘बैजू बावरा’ फिल्म का मशहूर गीत ‘ओ दुनिया के रखवाले, सुन दर्द भरे मेरे नाले’ गुनगुनाते हैं। एजकिल पहले महाराष्टÑ में रहते थे, लेकिन अब उनका परिवार दिल्ली वाला हो गया है।
इसलिए अक्सर वे खान मार्केट में घूमते हुए मिल जाएंगे। वे यू ट्यूब पर दिलीप कुमार और देवानंद की फिल्में देखना पसंद करते हैं। रात के समय सारा परिवार मराठी धारावाहिक भी देखता है। एजकिल के बेटे दक्षिणी दिल्ली के म्युजिक स्कूल में पढ़ाते हैं। वे बाबा रामदेव के भक्त हैं। बेटी शादी के बाद मुंबई में रहती है। दोनों बच्चे बाबा रामदेव के भक्त हैं और इस कारण शाकाहारी हैं। एजकिल कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस्रायल यात्रा से पाकिस्तान और चीन सबसे अधिक परेशान होंगे। अब आने वाला समय बताएगा कि मोदी की इस्रायल यात्रा दोनों देशों के लिए विकास की राह पर किस रफ्तार से बढ़ती है।   

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

डोनाल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका

डोनाल्ड ट्रंप को नसों की बीमारी, अमेरिकी राष्ट्रपति के पैरों में आने लगी सूजन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies