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गत दिनों अखिल भारतीय साहित्य परिषद की दो दिवसीय राष्टÑीय संगोष्ठी कुल्लू के देव सदन में आयोजित हुई। संगोष्ठी का विषय ‘पर्यावरण संरक्षण में हमारी भूमिका’ था। कार्यक्रम का शुभारम्भ परिषद के राष्टÑीय संगठन मंत्री श्रीधर पराड़कर एवं राष्टÑीय महामंत्री श्री ऋषि कुमार मिश्र ने दीप प्रज्जवलन कर किया। प्रथम सत्र में राष्टÑीय संगठन मंत्री श्रीधर पराड़कर का राष्टÑपति प्रणव मुखर्जी द्वारा हिन्दी साहित्य में उनके उल्लेखनीय योगदान हेतु ‘स्वामी विवेकानन्द हिन्दी सेवी’ सम्मान से सम्मानित करने पर परिषद की कुल्लू इकाई द्वारा अभिनन्दन किया गया। उपस्थित साहित्यकारों ने पर्यावरण विषय पर अपने लेखन एवं शोध रचनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर साहित्यकारों ने पेरिस का अंतरराष्टÑीय जलवायु सम्मेलन एवं भारत की वैदिक पर्यावरणीय शिक्षा पर अपने विचार प्रस्तुत किये। (विसंकें, शिमला)
‘चीन के बने सामान का प्रयोग करें बंद’
‘‘भारत का 190 देशों से व्यापार होता है। उनमें सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर चीन है। चीन को भारत से केवल 9 बिलियन डॉलर का सामान जाता है और चीन से भारत 61़ 8 बिलियन डॉलर का सामान आता है। यानी 52़ 8 बिलियन डॉलर का घाटा प्रति वर्ष होता है।’’ उक्त बातें राष्ट्रीय स्वदेशी सुरक्षा अभियान के अखिल भारतीय प्रमुख श्री सतीश कुमार ने मध्य प्रदेश के इन्दौर में माई मंगेशकर सभागृह में डॉ. हेडगेवार जन्मशताब्दी सेवा न्यास द्वारा आयोजित व्याख्यानमाला में कहीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमको कुल विदेशी घाटे का 44 फीसद सिर्फ चीन से होता है। भारी छूट देकर, मजदूरों का शोषण कर, पर्यावरण का विनाश कर, गुणवत्ता की उपेक्षा कर अत्यधिक मात्रा में उत्पाद कर चीन सस्ता माल भारत भेजता है, जिसकी वजह से हमारे उद्योग बन्द हो रहे हैं और रोजगार खत्म हो रहे हैं। हमारे लघु उद्योग बन्द होने से लाखों नौकरियां चीन चली गई हंै। महेश शर्मा
‘हमने एक संरक्षक खो दिया’
गत दिनों समाचार भारती के पूर्व अध्यक्ष श्री थुम्मपल्ली हरिहर शर्मा का निधन हो गया। वे 78 वर्ष के थे। आन्ध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में जन्मे स्व. हरिहर शर्मा जी का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ाव 1950 में हुआ। अपने जीवनकाल के दौरान वह प्रमुख रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य रहे।
स्व. शर्मा जी के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने अपने शोक संदेश में कहा कि यह समाचार अत्यधिक दुखभरा है। हमने एक समर्पित कार्यकर्ता, पालक, एक विद्वान पुरुष और एक संरक्षक को खो दिया। इस दु:खद समय में हमारी परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना है और उनकी आत्मा की शांति के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।
‘भारत में अशांति चाहते हैं कुछ तत्व’
राष्टÑीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर पश्चिम क्षेत्र (राजस्थान) में इस वर्ष नौ संघ शिक्षा वर्ग सम्पन्न हुए। जोधपुर प्रांत का प्रथम वर्ष नागौर, चित्तौड़ प्रांत का उदयपुर केकड़ी और जयपुर प्रांत का वर्ग जयपुर में आयोजित हुआ।
40 वर्ष से ऊपर आयु वालों के लिए जोधपुर में विशेष शिक्षा वर्ग लगाया गया। पूरे राजस्थान क्षेत्र का द्वितीय वर्ष का शिक्षा वर्ग भरतपुर में आयोजित हुआ। इस वर्ग में 18 से 21 मई तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत भी मौजूद रहे। तीनों प्रांतों में घोष वर्ग भी लगाए गए।
जयपुर प्रांत का बांदीकुई, जोधपुर का नागौर और चित्तौड़ प्रांत का घोष वर्ग मांडलगढ़ में आयोजित हुआ। इन वर्गों में कुल 2587 स्वयंसेवकों ने हिस्सा लेकर संघ शिक्षण लिया। जयपुर प्रांत के संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष के समापन अवसर पर राष्टÑीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा कि सेना पर पथराव करने वाले, गो-तस्कर व विश्वविद्यालयों में देशविरोधी नारे लगाने वाले, नारियों का अपमान व उन पर अत्याचार करने वाले लोगों के कोई मानव अधिकार नहीं हैं। कुछ तथाकथित प्रगतिशील राष्टÑविरोधी लोग जो भेदभाव बढ़ाकर भड़काने व लड़वाने का कार्य कर भारत में अशान्ति व हिंसा फैलाना चाहते हैं, उनका पर्दाफाश होना चाहिये। ये वे लोग हैं जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात तो करते हैं, लेकिन मानते हैं कि यह स्वतंत्रता एकतरफा ही होनी चाहिए।
‘गोरक्षा के लिए बने एक केंद्रीय कानून’
पिछले दिनो नई दिल्ली के नार्थ एवेन्यू में विश्व हिन्दू परिषद के अन्तरराष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री श्री सुरेन्द्र कुमार जैन ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गोरक्षा गोसेवा का अभिन्न अंग है। गोपालन, गोसंरक्षण, गोसंवर्धन गोसेवा को पूर्णता: प्रदान करते हैं। इसके महत्व को समझते हुए ही महात्मा गांधी ने कहा था कि गोरक्षा के बिना स्वराज अधूरा है। स्वतंत्रता प्राप्त होने के बाद उन्होंने कहा था कि जिन्हें गोमांस खाने की आदत है, उन्हें अपनी आदत बदल लेनी चाहिए। आचार्य विनोबा भावे ने गोरक्षा हेतु केन्द्रीय काननू बनाने के लिए आमरण अनशन किया था। विहिप गोरक्षार्थ एक कठोर कानून बनाने की मांग करती है। इसके बनने से समस्या का समाधान हो जाएगा।
‘सोशल मीडिया पर रखें सत्यता का ध्यान’
पिछले दिनों जयपुर में विश्व संवाद केन्द्र की ओर से सोशल मीडिया सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में विशेषकर राष्ट्रभावी विचारों को लेकर सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले राजस्थान के करीब 250 कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। उद्देश्य था सोशल मीडिया पर राष्ट्र हितों की सही जानकारी समय-समय पर उपलब्ध हो, सत्य सूचनाएं प्रोषित हों और यह भी किसी बात को तथ्यों के साथ हमें कैसे रखना है। कैसे राष्ट्रीय विषयों, सामाजिक मुददें पर सोशल मीडिया पर सक्रिय व जिम्मेदारीपूर्ण भागीदारी बढ़े, इसे समझना। इस दौरान प्रमुख रूप से पत्रकार एवं लेखक हिंडोल सेनगुप्ता, लेखिका शैफाली वैद्य, लेखिका अद्वैता काला एवं तरुण भारत वेब पोर्टल के सीईओ अंजिक्य कुलकर्णी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया की बारीकियों से अवगत कराया और उन्हें इसका उपयोग करने के समय सावधानियों से भी परिचित कराया।
सोशल मीडिया पर अनूठी कार्यशाला
राष्टÑीय स्वयंसेवक संघ, जोधपुर महानगर के प्रचार विभाग के तत्वावधान में कमला नेहरू नगर स्थित आदर्श विद्या मन्दिर के भव्य सभागार में एक दिवसीय सोशल मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में कुल 205 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस दौरान सक्रिय सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने वीडियो बनाकर स्वयं का चैनल चलाना सीखा। महानगर प्रचार प्रमुख डॉ़ अभिनव पुरोहित ने कहा कि प्रचार माध्यमों का सकारात्मक उपयोग हो, इसी ध्येय के साथ यह कार्यशाला आयोजित की गई। प्रान्त सोशल मीडिया प्रमुख डॉ़ अनिल गुप्ता ने फेसबुक के सुरक्षा मानकों और अन्य विशिष्ट सुविधाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यशाला के समापन पर प्रान्त कार्यवाह श्री श्याम मनोहर ने कार्यशाला की सार्थकता बताते हुए प्रतिभागियों से तकनीक का अभ्यास व निरन्तर प्रयोग करते रहने के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से समाज को जोड़ने की बात कही। (विसंकें, जोधपुर)
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