उपलब्धियों से दबाव नहीं, मनोबल बढ़ता है : श्रीकांत
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

उपलब्धियों से दबाव नहीं, मनोबल बढ़ता है : श्रीकांत

by
Jul 10, 2017, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 10 Jul 2017 11:37:38

 

सिंगापुर से जकार्ता और फिर…. सिडनी। हर जगह एक खिलाड़ी का जादू चला। भारतीय बैडमिंटन इतिहास में पहली बार लगातार तीन सुपर सीरीज में जगह बनाने में सफल रहे हैं 24 वर्षीय किदाम्बी श्रीकांत। कोई डेढ़ दशक पहले नटखट श्रीकांत में नैसर्गिक प्रतिभा को पहचान उनके पिता के. वी. श्रीकांत ने उन्हें बैडमिंटन खिलाड़ी बनाने का सपना देखा था। इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज और आस्ट्रेलियाई सुपर सीरीज जीतने के बाद श्रीकांत रातोंरात करोड़ों भारतीयों की आंखों का तारा बन गया। बधाइयों का तांता और स्वागत समारोहों की व्यस्तताओं के बीच श्रीकांत ने अपनी सफलताओं और एक साधारण खिलाड़ी से सफल खिलाड़ी बनने तक के सफर की चर्चा की, जिसके प्रमुख अंश इस प्रकार हैं :

श्रीकांत के विश्व बैडमिंटन जगत में एक धूमकेतु के रूप में उभरने का क्या राज है?
कोई बड़ा रहस्य नहीं है। मैंने अपने खेल की मजबूती पर ध्यान दिया, कड़ी मेहनत की, अपनी थोड़ी सी रणनीति बदली। पहले मैं आक्रामकता पर ज्यादा जोर देता था। गोपी सर ने मुझे विपक्षी खिलाड़ी की कमजोरी को पकड़ने और स्मार्ट गेम खेलने को प्रेरित किया। आज मैंने जो कुछ भी हासिल किया है, वह सब गोपी सर और टीम के साथी खिलाड़ियों व कोचिंग स्टाफ की वजह से मिला।

 स्मार्ट गेम का क्या मतलब है ?
पहले मैं आक्रामक खेल पर ज्यादा ध्यान देता था। अब मैं पहले लंबी-लंबी रैलियां खेलता हूं। जब शटल पर नजरें जम जाती हैं तो बैक कोर्ट से स्मैश भी मारता हूं, लेकिन कभी विपक्षी को भ्रम में डालने के लिए ताकत कम और प्लेसमेंट का ज्यादा ध्यान रखता हूं। इसके अलावा ड्रॉप शॉट और नेट पर पकड़ बनाए रखने के लिए मैं काफी मेहनत करता हूं।

क्या विश्व के शीर्षस्थ खिलाड़ियों के खिलाफ घबराहट महसूस करते हैं?
कतई नहीं। 2014 में बीजिंग व लंदन ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता चीन के लिन डैन को हराकर चाइना ओपना सुपर सीरीज खिताब जीतना मेरे करिअर का सबसे महत्वपूर्ण क्षण था। उसे जैसे विश्व चैंपियन को हराना कतई आसान नहीं था। उसके बाद मैंने टॉमी सुगियार्तो, केंटो मोमोटो, विक्टर एक्सेलसन सहित रियो ओलंपिक में विश्व के नंबर पांच खिलाड़ी जोर्गेनसन, हेनरी हर्सकीनेन और लिनो मुनोज जैसे खिलाड़ियों को हराया।

बड़े-बड़े खिलाड़ियों को हराने में आप कैसे सफल हो जाते हैं ?
स्मार्ट गेम की रणनीति मेरे लिए कारगर साबित हुई। सिंगापुर ओपन और आस्ट्रेलिया सुपर सीरीज विश्व के नंबर 4 खिलाड़ी युकी शी को मैंने परास्त किया। मैं चेन लोंग को सबसे कठिन प्रतिद्वंद्वी मानता हूं। उन्हें मात देना आसान नहीं है और मैं पिछले पांच मुकाबले उनसे हार चुका था। उस समय मेरे साथी खिलाड़ी एच.एस. प्रणय ने मदद की जिन्होंने इंडोनेशिया ओपन में महान खिलाड़ी ली चोंग वेई और चेन लोंग को हराकर मेरे खिताब जीतने की राह आसान कर दी थी।

 आप सुपर सीरीज जीतने वाले और लगातार तीन सुपर सीरीज के फाइनल में जगह बनाने वाले देश के पहले पुरुष खिलाड़ी हैं, क्या आगे बेहतर करने का दबाव रहेगा?
ये उपलब्धियां दबाव नहीं बढ़ाती हैं, बल्कि मेरा मनोबल और बढ़ता है। मैंने अपने खेल में करीब10 प्रतिशत का बदलाव किया है। मैं अपने खेल में और सुधार करने में लगा रहूंगा। निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए हर खिलाड़ी को कुछ नया व बेहतर करना होता है।

भविष्य की योजनाएं क्या हैं?    
अगले माह ग्लासगो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए तैयारी करनी है। वहां मुझे शायद सबसे कड़े मुकाबले मिलेंगे। मुझे पूरी मेहनत और गंभीरता के साथ अपनी तैयारियों पर ध्यान देना होगा।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाला युवक हजरत अली गिरफ्तार 

“पहाड़ों में पलायन नहीं, अब संभावना है” : रिवर्स पलायन से उत्तराखंड की मिलेगी नई उड़ान, सीएम धामी ने किए बड़े ऐलान

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

लखनऊ : बलरामपुर, श्रावस्ती, महराजगंज, बहराइच और लखीमपुर खीरी में अवैध मदरसों पर हुई कार्रवाई

पाकिस्तान अब अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा : योगी आदित्यनाथ

चंडीगढ़ को दहलाने की साजिश नाकाम : टाइम बम और RDX के साथ दो गिरफ्तार

कर्नल सोफिया कुरैशी

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया क्यों चुनी सेना की राह?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाला युवक हजरत अली गिरफ्तार 

“पहाड़ों में पलायन नहीं, अब संभावना है” : रिवर्स पलायन से उत्तराखंड की मिलेगी नई उड़ान, सीएम धामी ने किए बड़े ऐलान

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

लखनऊ : बलरामपुर, श्रावस्ती, महराजगंज, बहराइच और लखीमपुर खीरी में अवैध मदरसों पर हुई कार्रवाई

पाकिस्तान अब अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा : योगी आदित्यनाथ

चंडीगढ़ को दहलाने की साजिश नाकाम : टाइम बम और RDX के साथ दो गिरफ्तार

कर्नल सोफिया कुरैशी

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया क्यों चुनी सेना की राह?

“ये युद्धकाल है!” : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा से नेपाल सीमा तक अलर्ट, CM ने मॉकड्रिल और चौकसी बरतने के दिए निर्देश

Live: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जानिये आज का डेवलपमेंट

पाकिस्तान की पंजाब में आतंकी साजिश नाकाम : हथियार, हेरोइन और ड्रग मनी के साथ दो गिरफ्तार

महाराणा प्रताप: हल्दीघाटी की विजयगाथा और भारत के स्वाभिमान का प्रतीक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies