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गत दिनों मध्य प्रदेश के इंदौर महानगर में राष्ट्र सेविका समिति की बहनों ने नगर के प्रमुख मार्गों पर पथ संचलन निकाला, जिसमें में हजारांे की संख्या में समिति की बहनें शामिल हुईं। पथ संचलन चिमनबाग मैदान से चिमनबाग चौराहा, सुभाष मार्ग, शिवाजी मार्केट, मृगनयनी चौराहा, नंदलालपुरा सब्जी मंडी, जवाहर मार्ग गुरुद्वारा, यशवंत रोड़, राजबाड़ा, कृष्णपुरा, तिलकपथ, रामबाग चौराहा, सुभाष मार्ग होते हुए चिमनबाग मैदान पंहुचा। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित इंदौर विभाग की बौद्धिक प्रमुख सीमा मिसे ने कहा कि आज पूरे विश्व में समिति के अतिरिक्त कोई ऐसा संगठन नहीं है जो स्त्रियों और बालिकाओं को संगठित कर उनमंे राष्ट्रप्रेम की भावना जाग्रत करने का काम कर रहा हो। समिति की संस्थापक वंदनीय लक्ष्मीबाई केलकर ने 1936 में विजयादशमी के दिन परम पूजनीय डॉ. हेडगेवार जी के मार्गदर्शन में समिति की स्थापना की थी। लक्ष्मीबाई केलकर ने जो मंत्र उस समय दिया था वह आज भी उतना ही प्रासंगिक और हम सबके लिए महत्वपूर्ण है। तब उन्होंने कहा था कि स्त्रियों को स्वसंरक्षण की भावना से समाज में रहने का समय है। उन्होंने इसका अर्थ समझाते हुए बताया था कि स्वसंरक्षण का अर्थ केवल स्वयं की रक्षा नहीं होती, अपितु पांच स्व, जिनमेें स्व-धर्म, स्व- संस्कृति, स्व भाषा, स्व राष्ट्र और स्वाभिमान का संरक्षण भी शामिल
होता है। श्रीमती सीमा ने कहा कि परिवार में संस्कार देने का कार्य भी स्त्रियों द्वारा ही किया जाता है। इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। आज राष्ट्र सेविका समिति द्वारा मातृशक्ति में राष्ट्र भाव को जाग्रत करने का कार्य किया जा रहा है, जिससे राष्ट्रभावी नागरिकों का निर्माण करने में वे सक्षम हो सकें। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती स्वाति जैन ने की। -प्रतिनिधि
वर्ग में मिला संघ ज्ञान
अजमेर महानगर का संघ परिचय वर्ग पिछले दिनों संघ कार्यालय, मातृ-मन्दिर में सम्पन्न हुआ। वर्ग में संघ का संक्षिप्त परिचय, खेल, स्वयंमेव मृगेन्द्रता वृत्तचित्र और जिज्ञासा व समाधान से जुड़ा सत्र शामिल रहा। वर्ग में तीन दर्जन से अधिक स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। -प्रतिनिधि
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