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रा.स्व.संघ की स्थापना के 90 वर्ष पूर्ण हो गए। इस अवसर पर देशभर में स्वयंसेवकों ने बड़े ही उत्साह के साथ विजयादशमी उत्सव मनाया। नए गणवेश में स्वयंसेवकों का उत्साह देखते ही बनता था। शहर से लेकर नगर और जिलों से लेकर गांव तक में अनुशासित स्वयंसेवक पथ संचलन द्वारा समाज को एकसूत्र में पिरोने और समरस समाज के निर्माण का संदेश दे रहे थे। प्रस्तुत है देशभर में हुए कार्यक्रमों की झलकियां-
'संगठित समाज इस देश की शक्ति'
नई दिल्ली : रा.स्व.संघ के स्वयंसेवकों ने विजयादशमी के अवसर पर टाउन हॉल स्थित कंपनी बाग में शस्त्र पूजन किया। नए गणवेश में स्वयंसेवक चांदनी चौक, जामा मस्जिद, लाल किला एवं नई सड़क होते हुए पथ संचलन कर टाउन हॉल तक पहुंचे। मार्ग में स्थान-स्थान पर स्वयंसेवकों के ऊपर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया जा रहा था। इस अवसर पर रा.स्व.संघ, दिल्ली प्रांत के सह संघचालक श्री आलोक कुमार मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। श्री कुमार ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री के शब्दों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस बार विजयादशमी पर्व विशेष है, क्योंकि उरी में जब सोते हुए भारतीय सैनिकों पर कायराना हमला हुआ तो पूरे देश ने इसका उत्तर दिया। भगवान श्रीराम का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि श्री राम ने राक्षसों के आतंक को समाप्त करने के लिए सेना बनाई, सेना बनाने के बाद किसी नियंत्रण रेखा या अन्तरराष्ट्रीय सीमा की चिंता नहीं की, समुद्र पर सेतु का निर्माण करके पार गए और आज के दिन ही रावण को मारकर पृथ्वी को राक्षसों के आतंक से मुक्त कराया। इसी तरह भारत ने इस बार दुश्मन जहां है, वहां जाकर उन्हें समाप्त करने का कदम उठाया है। इसलिए इस बार विजयादशमी पर्व विशेष आनंद का दिन हो गया है। – (इंविसंकें)
'अनुशासन देख रह गए सब दंग'
शाहदरा : जिले के भोलानाथ नगर में स्वयंसेवक इंदिरा पार्क ज्वाला नगर से स्वामी अमरदेव मार्ग, पाल गली, रामलीला मैदान, सरकुलर रोड, प्रजापति मोहल्ला, पांडव रोड, अनाज मंडी व फर्श बाजार आदि क्षेत्रों से होते हुए पथ संचलन करते स्वयंसेवक अपने गंतव्य तक पहुंचे।
इस अवसर पर दिल्ली प्रांत प्रचार प्रमुख श्री राजीव तुली ने शस्त्र पूजन के बाद स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरा विश्व छोटी से छोटी घटना के संदर्भ में संघ की ओर देखता है। ऐसे में संघ के प्रत्येक स्वयंसेवक का यह कर्तव्य बनता है कि वह छल, कपट व भम्रजाल के चंगुल से बचते हुए समाज की एकता व अख्ंाडता
हेतु कार्य करे।
समरस समाज के लिए प्रयासरत संघ
फरीदाबाद : बल्लभगढ़ के सेक्टर-3 स्थित गुरुनानक पार्क में ध्वजारोहण के बाद स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन किया। इसके बाद नगर के प्रमुख मार्गों से पथ संचलन निकाला गया। मार्ग में अनेक स्थानों पर सामाजिक संस्थाओं एवं स्थानीय नागरिकों द्वारा पुष्पवर्षा करके भारत माता की जय, वंदे मातरम् के घोष के साथ स्वयंसेवकों का जोरदार अभिनंदन किया गया गया। इस अवसर पर फरीदाबाद विभाग संघचालक श्री जमुना प्रसाद ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कहा कि 1925 से लेकर आज तक संघ हजारों शाखाओं के माध्यम से एक शक्तिशाली, स्वाभिमानी एवं समरस समाज के निर्माण के लिए प्रयासरत है और यही संघ का स्वप्न और उद्देश्य भी है। कार्यक्रम के अध्यक्ष व अग्रवाल कॉलेज, बल्लभगढ़ के प्रधानाचार्य डॉ. कृष्णकांत गुप्ता ने कहा कि संघ एक ऐसा राष्ट्रनिष्ठ संगठन है जिसे देशभक्ति, अनुशासन एवं संस्कारों की पाठशाला कहा जा सकता है। इसी क्रम में नई प्रेस कॉलोनी में आयोजित कार्यक्रम में रा.स्व.संघ के हरियाणा प्रांत कॉलेज प्रमुख श्री विमल कुमार ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि आज पूरा भारतीय समाज संघ की ओर आशा की नजरों से देख रहा है। विशेष रूप से संघ की ओर युवावर्ग अधिक आकर्षित हो रहा है। सेक्टर-17 के बाजार में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा प्रांत सेवा प्रमुख श्री कृष्ण कुमार ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कहा कि जहां देश में संघ की स्वीकार्यता बढ़ी है तो वहीं विश्व पटल पर भारत की स्वीकार्यता बढ़ रही है।
वट वृक्ष बन चुका है संघ
भिवानी : हरियाणा के भिवानी में स्वयंसेवकों ने शक्ति पर्व को बड़े ही उल्लास के साथ मनाया। स्वयंसेवकों ने हलुवासिया विद्या मंदिर में एकत्र होकर शस्त्र पूजन किया जिसके बाद नगर के प्रमुख मार्गों पर पथ संचलन निकाला। स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए विभाग कार्यवाह श्री प्रदीप कुमार ने कहा कि संघ आज वट वृक्ष का रूप घारण कर चुका है। इसकी शाखाएं देश ही नहीं, विश्व में फैली हुई हैं और स्वयंसेवक समाजहित में कार्य कर रहे हैं।
बढ़ता व्याप संघ का
झारखंड : जमशेदपुर महानगर की ओर से विजयादशमी उत्सव को बड़े ही उल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एनएमएल के वैज्ञानिक डॉ. श्रीनिवास रंगनाथन, मुख्य वक्ता झारखंड प्रांत के सह प्रांत कार्यवाह श्री राकेश लाल एवं महानगर संघचालक श्री वी.नटराजन उपस्थित थे। महानगर कार्यवाह श्री अलोक पाठक ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि आज संघ का 91वां स्थापना दिवस है। अपने स्थापना काल में यह एक संगठन था लेकिन आज अनेक आनुषंगिक संगठनों एवं करोड़ों कार्यकर्ताओं के रूप में विशाल शृंखला खड़ी हो गई है। मुख्य अतिथि डॉ. श्रीनिवास ने सभी को विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए संघ की दिनोदिन उन्नति की कामना की।
समाज ने किया स्वयंसेवकों का अभिनंदन
राजस्थान : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उदयपुर द्वारा बड़े ही उल्लास के साथ पथ संचलन निकाला गया। स्थान-स्थान पर स्वयंसेवकों के ऊपर पुष्प वर्षा करके उनका स्वागत किया गया। इससे पूर्व दुर्गाष्टमी एवं नवमी पर संघ की योजना से परिवारों एवं सेवा बस्तियों में कन्यापूजन के कार्यक्रम सम्पन्न किये गये।
'राष्ट्र रक्षा के लिए शस्त्र आवश्यक'
उत्तर प्रदेश : मुरादाबाद के दीनदयाल नगर के निर्मला पार्क में विजयादशमी उत्सव संपन्न हुआ। रा.स्व.संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य श्री अशोक बेरी कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शस्त्रों का पूजन करना ही पर्याप्त नहीं है, मन भी शस्त्र पूजन के लिए तैयार है क्या? या हम केवल औपचारिकता पूरी करने के लिए शस्त्र पूजन कर रहे हैं? व्यक्ति का परिवार समाज, राष्ट्र इनका आपस में संबंध क्या हो, इसे पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी ने एकात्म मानववाद में विस्तार से लिखा है। राष्ट्र की रक्षा के लिए व्यक्ति के पास शस्त्र भी होना चाहिए ।
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