''राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया बाबा साहेब ने''
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

''राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया बाबा साहेब ने''

by
Sep 26, 2016, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 26 Sep 2016 16:20:30

बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर प्रखर राष्ट्रवादी थे और जीवनभर राष्ट्रभाव से भरे रहे। भारत के संविधान को लिखते हुए भी उनकी यही राष्ट्रवादी सोच रही। गत दिनों हरियाणा के रोहतक में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में डॉ. आंबेडकर शोधपीठ के तत्वावधान में आयोजित आईएचटीएम सभागार में 'राष्ट्रवाद के संदर्भ में डॉ. आंबेडकर के विचारों की प्रासंगिकता' व्याख्यान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल ने अपने उद्बोधन में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में डॉ. आंबेडकर की सोच और विचारधारा प्रासंगिक है।  उन्होंने कहा कि राष्ट्र का जन एक है, ऐसी विचारधारा डॉ. साहेब की थी। वे एक जुझारू नेता, लेखक, प्रखर अर्थशास्त्री, संपादक, शिक्षक, समाज सुधारक, संविधान लेखक के तौर पर जाने गए, जिनका सारा जीवन राष्ट्र  को समर्पित रहा। बाबा साहेब का सारा जीवन संघर्षमय और उन्होंने संपूर्ण जीवन राष्ट्र को जोड़ने का कार्य किया। मदवि के कुलपति प्रो. बिजेंद्र कुमार पूनिया ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि बाबा साहेब की सोच और कार्य राष्ट्र से ओतप्रोत थे। उन्होंने विषम परिस्थितियों में संघर्ष करते हुए राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित बाबा मस्तनाथ विवि. के कुलपति डॉ. मार्कण्डेय आहूजा ने कहा कि बाबा साहेब एक सोच थे, जिन्होंने राष्ट्रनिर्माण में विशेष योगदान दिया और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में विशेष प्रयास कर डूबते समाज को बचाने के लिए       संघर्ष किया।
डॉ. आंबेडकर शोध पीठ के अध्यक्ष तथा इतिहास विभाग के प्रो.डॉ. विजय कायत ने स्वागत भाषण दिया और व्याख्यान कार्यक्रम की विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की सोच एवं विचारधारा आज भी प्रासंगिक है। उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने से राष्ट्र और समाज का उत्थान होगा।      प्रतिनिधि

 

''राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोया बाबा साहेब ने''
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर प्रखर राष्ट्रवादी थे और जीवनभर राष्ट्रभाव से भरे रहे। भारत के संविधान को लिखते हुए भी उनकी यही राष्ट्रवादी सोच रही। गत दिनों हरियाणा के रोहतक में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में डॉ. आंबेडकर शोधपीठ के तत्वावधान में आयोजित आईएचटीएम सभागार में 'राष्ट्रवाद के संदर्भ में डॉ. आंबेडकर के विचारों की प्रासंगिकता' व्याख्यान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल ने अपने उद्बोधन में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में डॉ. आंबेडकर की सोच और विचारधारा प्रासंगिक है।  उन्होंने कहा कि राष्ट्र का जन एक है, ऐसी विचारधारा डॉ. साहेब की थी। वे एक जुझारू नेता, लेखक, प्रखर अर्थशास्त्री, संपादक, शिक्षक, समाज सुधारक, संविधान लेखक के तौर पर जाने गए, जिनका सारा जीवन राष्ट्र  को समर्पित रहा। बाबा साहेब का सारा जीवन संघर्षमय और उन्होंने संपूर्ण जीवन राष्ट्र को जोड़ने का कार्य किया। मदवि के कुलपति प्रो. बिजेंद्र कुमार पूनिया ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि बाबा साहेब की सोच और कार्य राष्ट्र से ओतप्रोत थे। उन्होंने विषम परिस्थितियों में संघर्ष करते हुए राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित बाबा मस्तनाथ विवि. के कुलपति डॉ. मार्कण्डेय आहूजा ने कहा कि बाबा साहेब एक सोच थे, जिन्होंने राष्ट्रनिर्माण में विशेष योगदान दिया और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में विशेष प्रयास कर डूबते समाज को बचाने के लिए संघर्ष किया।
डॉ. आंबेडकर शोध पीठ के अध्यक्ष तथा इतिहास विभाग के प्रो.डॉ. विजय कायत ने स्वागत भाषण दिया और व्याख्यान कार्यक्रम की विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की सोच एवं विचारधारा आज भी प्रासंगिक है। उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने से राष्ट्र और समाज का उत्थान होगा।      प्रतिनिधि

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

टैरिफ युद्ध अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

टैरिफ युद्ध अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies