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आज हिंदी का गौरव बढ़ाने वालों में भारतीय ही नहीं बल्कि अन्य देशों के बच्चे भी आगे आ रहे हैं। वे न केवल हिंदी का मान बढ़ा रहे हैं बल्कि हिंदी के प्रचार प्रसार में भी योगदान दे रहे हैं। हाल ही कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की एच़एस़सी़ (हायर स्कूल सर्टिफिकेट) परीक्षा के हिंदी विषय में मॉरीशस के छात्र केशव पोराऊ ने पूरे विश्व में शीर्ष स्थान प्राप्त किया हैं।
इस परीक्षा में 160 देशों के करीब 10 हजार विद्यालय भाग लेते हैं। ऐसे में इस छात्र का हिंदी विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करना हर्ष एवं चर्चा का विषय बना हुआ है। केशव को पूरे विश्व के हिंदी जगत से बधाइयां प्राप्त हो रही है।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि जैन कैरी की उपस्थिति में केशव को मॉरीशस में यह सम्मान दिया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह केवल मॉरीशस के लिए गर्व का विषय नहीं है बल्कि पूरे हिंदी जगत के लिए हर्ष का विषय है कि एक गैर भारतीय को यह सम्मान प्राप्त हो रहा है। इससे बच्चों में इस विषय के प्रति आकर्षण बढ़ेगा और हिंदी विषय में छात्रों के नामांकन में वृद्धि होगी। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय किसी भी छात्र के अंक नहीं बताता केवल ग्रेड देता है पर उन्होंने कहा कि विश्व में सर्वश्रेष्ठ स्थान पाने वाले छात्र के अंक 99 या 100 होते हैं।
केशव ने कहा कि ''मैंने आर्य समाज द्वारा संचालित ग्रामीण हिंदी कक्षाओं से बचपन में हिंदी सीखना प्रारंभ किया था। तब मैं केवल अपने पूर्वजों की भाषा सीखने का इच्छुक था लेकिन जैसे-जैसे मैंने हिंदी सीखनी शुरू की, मुझे पता चला कि यह भाषा नहीं है बल्कि एक पूरी संस्कृति की जड़ है। तब मैंने इस विषय को गंभीरता से लेना शुरू किया। मैंने कभी जीवन में सोचा भी नहीं था कि पूर्वजों की भाषा सीखने का जुनून मुझे यहां तक पहुंचा देगा, आज जब दुनियां भर से बधाई संदेश मिल रहे हैं तब हिंदी की ताकत का अहसास हो रहा है। केशव बताते हैं कि मेरा मानना है कि भाषा गई तो संस्कृति गई, इसलिए भारत से दूर यहां मॉरीशस टापू में यदि संस्कृति को जीवित रखना है तो एकमात्र साधन हिंदी भाषा ही है। केशव के परिवार में सब हिंदी व भोजपुरी भाषा का प्रयोग करते हैं। हालांकि बाहर यह संभव नहीं हो पाता और फ्रेंच और क्रियोल भाषा का व्यवहार अनिवार्य हो जाता है। घर से बाहर आम बोलचाल में फ्रेंंच और क्रियोल भाषा का उपयोग करने वाले केशव अब चाहते हैं कि वे अधिक से अधिक हिंदी का प्रयोग करें ताकि अन्य साथियों को भी हिंदी भाषा सीखने के लिए प्रेरित किया जा सके। कहते हैं जो बच्चे भाषा में अच्छे होते हैं वे गणित में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते। पर केशव के पास हिंदी के अलावा भौतिक, रसायन और गणित विषय हैं, जिनमें उन्होंने बहुत अच्छे अंक प्राप्त किए हैं। वे कहते हैं कि मैं सामान्य विज्ञान छात्र हूं जिसके लिए हिंदी केवल एक परीक्षा का प्रश्नपत्र मात्र न होकर समाज का एक हिस्सा है।
– प्रस्तुति : सविता तिवारी
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