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सिलीगुड़ी। 21 फरवरी को रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने ईश्वरपुर (इस्लामपुर) में श्वेताम्बर तेरापंथ के प्रमुख आचार्य श्री महाश्रमण के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ को नजदीक से जानने पर मालूम हुआ कि रा.स्व.संघ और तेरापंथ धर्मसंघ में बहुत समानताएं हैं। तेरापंथ के दर्शन को आत्मसात कर जीवन में उतारने की आवश्यकता है। जिस प्रकार शरीर की उन्नति के लिए प्रत्येक अंग का विकास जरूरी है, उसी प्रकार समाज और राष्ट्र के उत्थान के लिए व्यक्ति का उत्थान जरूरी है। हम सभी का लक्ष्य भी यही है। इस अवसर पर सहसरकार्यवाह श्री भागय्या व अ.भा. सहप्रचारक प्रमुख श्री अद्वैतचरण दत्त भी उपस्थित थे। बासुदेब पाल
संत अनुकरण व समाज सेवा को लक्ष्य बनाएं
ढेंकनाल। जोरांदा में महिमा संप्रदाय की महिमा गद्दी के संतों के एक सम्मेलन में रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने लोगों का आह्वान किया कि वे संतों का अनुकरण करें और समाज की सेवा करें। सरसंघचालक जी के उद्बोधन के लिए बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
श्री मोहनराव भागवत ने 'सत्य संपर्के' और 'आत्मतत्व हमारी संस्कृति' नामक दो पुस्तकों का भी लोकार्पण किया, जिन्हें साधु कार्तिक दास ने लिखा है। रा.स्व.संघ के सहसरकार्यवाह श्री भागय्या, धर्मजागरण समिति के शरत पाणिग्रही, श्री प्रदीप जोशी, क्षेत्र प्रचारक श्री गोपाल प्रसाद महापात्रा और क्षेत्र कार्यवाह श्री बी.बी. नन्दा भी इस अवसर पर उपस्थित थे। पंचानन अग्रवाल
'भूखमुक्त' समाज के लिए कार्य हो
मथुरा। दीनदयाल जी भूखमुक्त समाज चाहते थे और सभी के लिए शिक्षा भी। ''कोई भी भूखा न सोए और प्रत्येक व्यक्ति को रोजगार मिले'' यह उनके आर्थिक चिंतन का मुख्य निचोड़ था।
ये विचार 22 फरवरी को मथुरा में पं. दीनदयाल उपाध्याय पर केन्द्रित द्विदिवसीय विचार गोष्ठी में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री श्री शिव प्रकाश ने व्यक्त किए। इस गोष्ठी में विभिन्न राज्यों से आए 500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर दीनदयाल जी पर अपने विचार रखने वाले प्रमुख वक्ताओं में शिक्षाविद् डॉ. अरविन्द दीक्षित, जीएलए यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. दुर्ग सिंह चौहान, दीनदयाल उपाध्याय जन्मभूमि स्मारक समिति के सचिव डॉ. रोशन लाल, संगोष्ठी के संयोजक प्रो. सुभाषचन्द्र गुप्ता और डॉ. बी. आर. आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के पूर्व कुलपति डॉ. गिरीश चन्द्र सक्सेना शामिल रहे। प्रतिनिधि
बीएचयू का सौवां दीक्षान्त समारोह
महामना मदनमोहन मालवीय द्वारा 1915 में वसंत पंचमी के दिन स्थापित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) का यह शताब्दी वर्ष है। इस उपलक्ष्य में 22 फरवरी को विश्वविद्यालय परिसर में शताब्दी वर्ष दीक्षान्त समारोह आयोजित हुआ। समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ''मैं महामना के श्रीचरणों में नमन करता हूं कि 100 वर्ष पूर्व उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का जो बीज बोया था वह आज ज्ञान-विज्ञान का वटवृक्ष बन गया है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि सदियों पहले लोग नालंदा व तक्षशिला विश्वविद्यालय पर गर्व करते थे। इसी प्रकार लोगों को बीएचयू पर गर्व करना चाहिए। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो़ गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि महामना ने राष्ट्र के निर्माण के लिए बीएचयू की स्थापना की थी जो आज भी उन उद्देश्यों को पूर्ण कर रहा है। कार्यक्रम का संचालन प्रो. पद्मिनी रवीन्द्र नाथ ने तथा धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ. के.पी. उपाध्याय ने किया। बीएचयू के कुलाधिपति डॉ. कर्ण सिंह ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वे बीएचयू को विश्व के सौ विश्वविद्यालयों की कतार में लाने में अपना पूरा सहयोग दें। इस अवसर पर 34 छात्र-छात्राओं को पदक से सम्मानित किया गया। मुख्य कार्यक्रम के पश्चात् विभिन्न संकायों में 11,646 उपाधियां प्रदान की गईं। प्रधानमंत्री ने समारोह स्थल का अवलोकन किया। इसमें 100 वषार् की उपलब्धियों के साथ भविष्य के कार्यक्रम, जैसे-बीएचयू मं सौर उर्जा से विद्युत उत्पादन कार्यक्रम, महामना सेन्टर फॉर क्लाइमेट चेन्ज, वेटेनरी एण्ड एनिमल साइंस फैकल्टी, केन्द्रीय अनुसंधान केन्द्र, महामना कैंसर सेन्टर आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी थी। प्रतिनिधि
हिन्दू जागरण मंच की राष्ट्रीय बैठक
गाजियाबाद के एच.आर.आई.टी. परिसर संस्थान में 19 फरवरी को हिन्दू जागरण मंच की राष्ट्रीय बैठक हुई। इसमें देशभर से आए 38 प्रांतों के 242 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक का उद्घाटन करते हुए अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर रामलीला मंचन से लोकप्रिय हुए शीर्ष नाटककार, नृत्यकार एवं आध्यात्मिक गुरु गोस्वामी सुशील कुमार ने किया। रा़ स्व़ संघ के अ़भा़ प्रचार-प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने कार्यकर्ताओं को प्रचार माध्यमों के समुचित उपयोग के विषय में मार्गदर्शन देते हुए कहा कि आवेश के स्थान पर तर्क व तथ्य जुटाकर अपनी बात को प्रभावी बनाना चाहिए। माध्यम चाहे प्रिंट हो, इलेक्ट्रॉनिक या साइबर, बौद्घिक संतुलन बनाये रखकर ही उनका सदुपयोग करना होगा। जो कार्यकर्त्ता सोशल मीडिया में सक्रिय हैं, वे कोई भी ऐसी बात, जिसकी स्वतंत्र स्रोतों से पुष्टि नहीं हुई है, उसे न लाइक करें, न शेयर करें, न फॉरवर्ड करें। समापन सत्र में रा़ स्व़ संघ के अ़ भा़ व्यवस्था प्रमुख मंगेश भेंडे ने कहा कि रा.स्व.संघ का जन्म मुसलमानों या ईसाइयों से लड़ने के लिए नहीं अपितु हिन्दुओं में परिवर्तन लाने के लिए हुआ है। ऐसे ही हिन्दू जागरण मंच का मुख्य कार्य के विभिन्न तत्वों के मध्य संवाद स्थापित करने से ही अखण्ड भारत की संभावना प्रकट होगी संगठन खड़ा कर हिन्दू परिवारों में संस्कार एवं चरित्र निर्माण का व्यापक अभियान चलाना होगा। अजय मित्तल
सेवा भारती चिकित्सालय में महिला वार्ड का लोकार्पण
उदयपुर। भारतीय जीवन बीमा निगम के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक श्री बी एस शर्मा एवं रा.स्व.संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री दुर्गादास ने 22 फरवरी को सेवा भारती चिकित्सालय परिसर मे निगम के गोल्डन जुबली फाउंडेशन के सहयोग से नवनिर्मित महिला वार्ड का लोकार्पण किया। चिकित्सालय के निदेशक यशवंत पालीवाल ने कहा कि 25 लाख रुपए की लागत से बने इस महिला वार्ड के तैयार होने से महिलाओं को इनडोर सुविधाएं मिल सकेंगी। अभी 100 महिलाओं को प्रतिमाह चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। श्री बी एस शर्मा ने कहा कि सेवाकार्य जन-जन तक पहुंचने चाहिए। श्री दुर्गादास ने कहा कि इस सहयोग से जीवन बीमा निगम के सेवा कायोंर् को व्यापकता और तेज गति मिलेगी। प्र्रतिनिधि
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