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भारत की अदालत के सामने हेडली ने अपनी तीन दिन की गवाही में जो बातें बताई हैं वे हैरान करने वाली हैं। 55 वर्षीय पाकिस्तानी मूल के इस आतंकी का नाम पहले दाऊ द सईद गिलानी था।
वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों और आतंकी गुट लश्करे तोएबा के लिए भारत में जासूसी करता था। उसने ऐसी सूचनाएं उपलब्ध कराई थीं जिनके आधार पर 2008 के मुंबई हमलों का आखिरी खाका तैयार किया था। उसने हमले से जुड़ीं सूचनाएं और संभावित निशानों की पहचान करके अपने आकाओं को सौंपी थीं। मुंबई से वह सूचनाएं और रणनीति उपलब्ध कराने के लिए 6 बार कराची गया था। 2006 से 2009 के बीच उसने मुंबई की 7 बार और दिल्ली की 2 बार (जिसमें हमले के बाद 2009 की यात्रा शामिल है) यात्राएं की थीं। मुंबई में वह ब्रीच कैंडी अस्पताल के पास श्याम निवास में पेइंग गेस्ट के तौर पर रहा था।
* हेडली ने बताया कि उसकी पूर्व पत्नी, मोरक्को की नागरिक फैजा औतल्हा ने पुलिस को शिकायत की थी कि उसके (हेडली) लश्कर से संबंध हैं।
* मार्च,2009 में हेडली ने भारत की एक बार फिर यात्रा की और दिल्ली में राष्ट्रीय प्रतिरक्षा कॉलेज, और तमाम शहरों में स्थित चबाड हाउसिस पर नजर रखी थी।
ऐसे काम किया था हेडली ने
* हेडली आईएसआई के लिए भी काम करता था और पाकिस्तानी सेना के कई लोगों से मिल चुका था। वह 2002 में लश्करे तोएबा में शामिल हुआ था।
* आईएसआई और लश्कर एक-दूसरे के साथ तालमेल बैठाकर काम करते हैं। आईएसआई लश्कर को आर्थिक, सैन्य और नैतिक सहायता उपलब्ध कराती है।
* आईएसआई सिर्फ लश्करे तोएबा की ही मदद नहीं करती है, बल्कि हिजबुल मुजाहिद्दीन और जैशे मोहम्मद जैसे आतंकी गुटों को भी मदद देती है। जैश का सरगना है मसूद अजहर, जो संभवत: जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हमले में शामिल था।
* लश्कर और दूसरे आतंकी संगठन एक बड़े संगठन यूनाइटेड जिहाद काउंसिल के बैनर तले काम करते हैं। उनका एक ही लक्ष्य है-भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना ।
* 26/11 हमले से एक साल पहले, लश्कर के गुर्गों ने मुंबई के मशहूर ताज होटल में होने जा रही रक्षा वैज्ञानिकों की बैठक पर हमला करने की योजना बनाई थी।
* हेडली को होटल की रेकी करने का जिम्मा दिया गया और उसने ताज होटल की दूसरी मंजिल की वीडियो तस्वीरें उतारी थीं। उस वक्त वह हनीमून पर आए जोड़े के रूप में अपनी पत्नी फैजा के साथ रहा था।
* हेडली ने आतंकी सरगनाओं, हाफिज सईद और जकीउर रहमान लखवी को लश्करे तोएबा पर अमरीकी प्रतिबंध के खिलाफ वैधानिक तौर पर चुनौती देने की सलाह दी थी।
* 2006 में आईएसआई अधिकारी मेजर पाशा और लश्कर के आतंकी साजिद मीर तथा कुछ अन्य मुंबई में हेडली के लिए एक व्यवसाय जमाने की योजना पर बात करने के लिए मिले थे। बाद में नवंबर 2007 में हेडली लश्कर के बड़े नेताओं से मिला था। मुंबई पर प्रस्तावित आतंकी हमलों की योजना पीओके में मुजफ्फराबाद में बनी थी।
* हेडली के अनुसार लश्कर पूरी तरह से भारत में आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है और अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि तमाम फरमान इसके शीर्ष कमांडर जकीउर रहमान लखवी से ही आते हैं।
* 2006 में लाहौर में आईएसआई के मेजर इकबाल ने हेडली को भारत से सैन्य जानकारियां इकट्ठी करने के लिए कहा था और भारतीय सेना में किसी को जासूस के तौर पर तय करने की कोशिश करने को कहा था।
* हेडली ने कहा, '' मैं लश्कर का सच्चा पाबंद हूं''। वह हाफिज सईद और लखवी को 'साहब' बुलाता था। यह सईद का भाषण ही था जिसने उसको लश्कर से जुड़ने के लिए भड़काया था।
* अजमल कसाब और उसके साथियों ने दस के समूह में 26/11 से पहले 2 असफल कोशिशें की थीं।
* 2004 में गुजरात पुलिस की गोलियों का शिकार हुई इशरत जहां लश्करे तोएबा की आतंकी थी।
* जिहादियों को प्रशिक्षण देने वालों के असली नाम कभी सामने नहीं लाए गए। वे पाकिस्तानी सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी नहीं थे लेकिन वे जानते थे कि एके-47 कैसे इस्तेमाल की जाती है।
हमले के लिए चिन्हित लक्ष्य
उसने हमले के लिए जिन लक्ष्यों की पहचान की थी, वे थे-सिद्धिविनायक मंदिर, नौसेना हवाई अड्डा, मुंबई पुलिस मुख्यालय, भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र, ताज महल होटल, ट्राइडेंट होटल, लियोपोल्ड कैफे, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, चबाड हाउस, मैट्रो सिनेमा, मजगांव गोदी, वाडी बंडर,विले पार्ले और कामा अस्पताल।
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