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रायपुर 21 जनवरी को सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत के करकमलों द्वारा नवनिर्मित जागृति मंडल,रायपुर छत्तीसगढ़ का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन कार्यक्रम में रा.स्व.संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य श्री विनोद, मध्य क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक श्री अरुण जैन, छत्तीसगढ़ के प्रान्त प्रचारक श्री दीपक विस्पुते, वरिष्ठ प्रचारक श्री शांताराम सराफ एवं अन्य प्रांतीय अधिकारी उपस्थित थे। – प्रतिनिधि
संस्कार केन्द्र
ने किया देवदर्शन
चांपा सरस्वती शिक्षा संस्थान रायपुर के रजतजयंती वर्ष में सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालय चांपा द्वारा संचालित 11 संस्कार केन्द्रों के आचार्य बंधु-भगिनी एवं प्राथमिक विभाग के आचार्य परिवार द्वारा मां महामाया की नगरी रतनपुर, लखनी देवी, भैरव बाबा, खंूटाघाट बांध तथा सम्भाजीराव भोसले द्वारा निर्मित प्राचीन शिव मंदिर का भ्रमण कर पुरातत्व की जानकारी प्राप्त की गई।
आचार्य परिवार द्वारा सहभोज का भी कार्यक्रम किया गया जिसमें विभिन्न प्रकार के लोक व्यंजनों का आनंद लिया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री कृष्णकुमार पाण्डेय, मोहन यादव, मालती सिंह, प्रीतिलता पटेल व रामकुमारी का विशेष योगदान रहा।
– प्रतिनिधि
''हिन्दू सर्वाधिक सहिष्णु''
रोहतक मनुष्य को ईश्वर ने शैतान बनने के लिए पैदा नहीं किया। छुआछूत को समाज से दूर करना होगा। अपना दिल-दिमाग, मंदिर, तालाब और कुएं सबके लिए खोलने होंगे। छुआछूत कभी भी धर्म, पुण्य, और सत्य नहीं था। पहले भी अपराध था और आज भी यह अपराध है। ये उद्गार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने रोहतक संपर्क विभाग द्वारा 'सामाजिक विषमताएं एवं समाधान' विषय पर पीजीआई के डेंटल सभागार में आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राम ने भी शबरी व जटायु के माध्यम से समता का संदेश दिया था। अब सभी को संकल्प के साथ भेदभाव को मिटाना होगा। श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा कि आज हमारे समाज में भ्रूणहत्या, नशा, घरेलू हिंसा, प्रदूषण, आतंकवाद, नक्सलवाद, दंगे-फसाद, गरीबी, भुखमरी, जातिवाद, पंथवाद, भाषावाद, लिंगभेद, रंगभेद आदि राक्षसी वृत्तियां मौजूद हैं। इनका समाधान किताबों या आधुनिक शिक्षा पद्घति में नहीं है। हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं निकाला जा सकता है, परंतु अपने अस्तित्व के लिए विषमताओं से लड़ना पड़ता है। श्री इन्द्रेश कुमार ने अंत में कहा कि विश्व में हिंदुओं से बढ़कर सहिष्णु कोई नहीं है, हिन्दुओं ने सभी को सदा खुले दिल से अपनाया है। विषमता मुक्त समाज के लिए जनजागरण करना होगा। (विश्व संवाद केन्द्र, रोहतक)
''समरसता का भाव हमारी संस्कृति में''
शुजालपुर समाज को अपने पैरों पर खड़ा करना है तो समाज के अन्दर की कुरीतियां समाप्त करनी होंगी। समरसता का भाव हमने भगवान श्रीराम से सीखा। उन्होंने शबरी के आश्रम में जाकर उनके जूठे बेर खाए। निषादराज से दोस्ती करके भील जाति को एवं सुग्रीव व वानरों को अपने साथ जोड़कर वनवासी समाज को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का अनुकरणीय कार्य किया। ये विचार रा.स्व.संघ के जिला बौद्घिक प्रमुख श्री दिलीप कल्मोदिया ने रा.स्व.संघ शुजालपुर मण्डी के प्रकटीकरण कार्यक्रम में व्यक्त किए। इसकी अध्यक्षता युवा व्यवसायी एवं समाजसेवी रितेश पोखरना ने की। उनके साथ तहसील संघचालक डॉ़ राजेन्द्र शास्त्री मंचासीन थे। अतिथि परिचय नगर कार्यवाह प्रदीप भाटी ने करवाया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने सूर्य नमस्कार, योगासन, दण्डयोग, समता एवं साहसिक पिरामिड का प्रकटीकरण किया। कार्यक्रम में नगर के वरिष्ठ नागरिक एवं मातृशक्ति उपस्थित रहे।
-प्रतिनिधि
कैलाश मानसरोवर एवं तिब्बत की मुक्ति का संकल्प
विगत दिनों भारत तिब्बत सहयोग मंच, महिला विभाग दिल्ली क्षेत्र की महत्वपूर्ण बैठक उदासीन आश्रम, पहाड़गंज दिल्ली में हुई। बैठक में दिल्ली क्षेत्र के अध्यक्ष श्री पंकज गोयल की विशेष उपस्थिति रही। बैठक की अध्यक्षता महिला विभाग की अध्यक्षा श्रीमती श्वेता सैनी ने की।
श्रीमती श्वेता सैनी ने कहा कि महिला विभाग द्वारा हमारे आराध्य भगवान शंकर के निवास 'कैलाश मानसरोवर' की मुक्ति के लिये हर माह के प्रत्येक पहले सोमवार को शिव चालीसा का पाठ प्रारम्भ किया जाएगा और यह निरन्तर चलता रहेगा।
गोयल ने भारत तिब्बत सहयोग मंच की स्थापना से लेकर आज तक किये गए कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि इस संगठन का उद्देश्य कैलाश मानसरोवर की मुक्ति, तिब्बत की आजादी, और भारत की सुरक्षा है। तिब्बत के लोग आज चीन की गुलामी करने को मजबूर हैं। चीन ने सन् 1950 में तिब्बत पर कब्जा किया था और तब से तिब्बत चीन के अधीन है। आज हमारे देश का करोड़ों रुपया भारत चीन सीमा पर खर्च होता है लेकिन जब तिब्बत स्वतन्त्र था तब हमारे देश की सीमा से चीन का कोई लेना-देना नहीं था और हमारे देश की सीमा भारत तिब्बत सीमा थी। उस समय हमारे देश के लोग अपने आराध्य भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश मानसरोवर की यात्रा बिना किसी रोकटोक के जाते थे।
इस बैठक में दो महत्वपूर्ण पदों की घोषणा की गई। श्रीमती पुष्पा राजपूत को दिल्ली क्षेत्र महिला विभाग की कार्यकारी अध्यक्षा एवं श्रीमती रितु गोयल को दिल्ली क्षेत्र महिला विभाग की महामन्त्री नियुक्त किया गया। इसके साथ ही सभी सातों विभागों की प्रभारी महिलाओं के नामों की भी घोषणा की गई। – प्रतिनिधि
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