अच्छे काम- गाड़ी चल पड़ी गाडि़या लोहारों की
November 29, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • वेब स्टोरी
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • जनजातीय नायक
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • वेब स्टोरी
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • जनजातीय नायक
No Result
View All Result
Panchjanya
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • पत्रिका
  • वेब स्टोरी
  • My States
  • Vocal4Local
होम Archive

अच्छे काम- गाड़ी चल पड़ी गाडि़या लोहारों की

by
Feb 1, 2016, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 01 Feb 2016 12:42:14

शाम के करीब 4 बज रहे थे। स्थान था हवाई अड्डे के समीप पालम (दिल्ली)  फ्लाईओवर के नीचे। छोटे-छोटे बच्चे जोर-जोर से रट रहे थे ए से एप्पल, बी से बॉल…। अचानक हमें देखकर चुप हो गए। कुछ बातें हुईं तो खिलखिलाकर हंसने लगे।   ये बच्चे हैं गाडि़या लोहारों के और यहां चल रहे अनौपचारिक शिक्षा केन्द्र में पढ़ाई कर रहे हैं। इनके माता-पिता का जीवन यायावरी है। बैलगाड़ी पर लदा गृहस्थी का सामान और सड़क के किनारे अस्थायी डेरे… चलते रहने की शपथ (देखें बॉक्स) लेने वाले कदम थमे तो हैं, लेकिन शहर-कस्बों में आज भी कहीं जम नहीं पाए। इस कारण ये बच्चे पढ़ नहीं पाते थे। लेकिन अब इन्हें पढ़ाने का बीड़ा उठाया है महामना मालवीय मिशन की इन्द्रप्रस्थ इकाई ने। मिशन ने फरवरी, 2015 से इनके बीच कार्य शुरू किया। मिशन के द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला कि स्थायी घर न होने के कारण इस समुदाय पर मौसम की सबसे अधिक मार पड़ती है। सर्दियों की ठिठुरन, गर्मी की तपन और बारिश के पानी से इन्हें सबसे अधिक जूझना पड़ता है। इसलिए पहले इनके बीच कंबल, कपड़े और अन्य जरूरी सामान बांटे गए। तात्कालिक उपाय के बाद मिशन के लोगों ने शिक्षा जैसे बुनियादी मुद्दे पर काम करना तय किया। उन बच्चों पर पहले ध्यान केंद्रित किया गया जिनकी उम्र अभी विद्यालय जाने की थी। छोटे बच्चे, जो विद्यालय नहीं जा रहे थे, उन्हें नजदीकी सरकारी विद्यालयों में प्रवेश दिलवाया गया। फिर इन सभी बच्चों के लिए विशेष प्रकार के अनौपचारिक शिक्षा केन्द्र खोले गए। गाडि़या लोहारों की प्रत्येक बड़ी बस्ती के साथ खोले गए इन केन्द्रों के संचालन की जिम्मेदारी मुख्यत: गाडि़या समुदाय के ही युवकों को दी गई। इस समय यहां गणित, विज्ञान और अंग्रेजी जैसे विषय पढ़ाने के लिए बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के कुछ पूर्व छात्र भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन केंद्रों पर स्कूली पाठ्यक्रम के साथ-साथ बच्चों के स्वाभिमान और संस्कार पक्ष को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है।  पालम, तिमारपुर, आजादपुर, भजनपुरा, उत्तम नगर, मंगलापुरी, मानसरोवर पार्क, नंदनगरी, मोतीनगर, बुराड़ी, मायापुरी, किशनगंज, गोकलपुरी सहित 30 जगहांे पर ये कैन्द्र हैं।   
मिशन द्वारा चलाए जा रहे अनौपचारिक शिक्षा केन्द्र किसी भवन में नहीं, बल्कि सार्वजनिक स्थानों जैसे फ्लाईओवर के नीचे की जमीन या पार्क आदि में चल रहे हैं। महामना मालवीय मिशन की इन्द्रप्रस्थ इकाई के महासचिव शक्तिधर सुमन कहते हैं, ''पहला केंद्र पालम फ्लाईर्ओवर के पास खोला गया था। शिक्षा की इस शुरुआत में बच्चियां शामिल नहीं हुई थीं, लेकिन समय के साथ यह बंधन भी टूटा है। धीरे-धीरे इन कक्षाओं में बच्चियों की संख्या बढ़ रही है। एक नई संभावना जन्म लेे रही है, शिक्षा का नया सूरज उग रहा है।'' महामना मालवीय मिशन बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बी.एच.यू.) के पूर्ववर्ती छात्रों द्वारा स्थापित संस्था है।       -अरुण कुमार सिंह

 

कौन हैं गाडि़या लोहार?
महाराणा प्रताप ने मुगलों को कड़ी चुनौती दी थी। हल्दी घाटी की लड़ाई के बाद यद्यपि चित्तौड़ हाथ से निकल गया, फिर भी उनका संघर्ष जारी रहा। इस संघर्ष में जिन लोगों ने महाराणा प्रताप का साथ दिया, उनमें गाडि़या लोहारों के पूर्वज भी थे। उन्होंने महाराणा प्रताप के साथ प्रतिज्ञा की थी कि जब तक मेवाड़ को मुगलों से मुक्त नहीं करा लेंगे तब तक वे न तो अपना स्थायी घर बनाएंगे और न ही मेवाड़ वापस लौटेंगे। समय कभी रुकता नहीं, लेकिन दुर्भाग्यवश गाडि़या लोहारों के लिए तो समय जैसे ठहर गया। वे मेवाड़ की सरहदों से दूर अपने परिवार के साथ भटकते रहे, बैलगाडि़यां ही उनका घर बन गईं। विडंबना देखिए कि जिस समाज की रक्षा के लिए गाडि़या लोहारों के पूर्वजों ने इतना बड़ा बलिदान दिया, वह समाज भी आज उन्हें भूल-सा गया है। सैकड़ों वर्ष पूर्व गाडि़या लोहारों के पूर्वजों ने अपनी आजीविका के लिए लोहे की कारीगरी को अपनाया था। आज भी इस समुदाय के लोग लोहे के घरेलू उपकरणों और औजारों के सहारे ही रोजी-रोटी चलाते हैं। पर आज उनका यह पेशा संकट में है। बड़े-बड़े कारखानों में बने सुघड़ और सस्ते उत्पादों ने इनकी कमाई पर करारी चोट की है। ऐसे में इन्हें आज समाज के संबल की जरूरत है।     ल

ShareTweetSendShareSend

संबंधित समाचार

मथुरा : सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने किया मुंशी प्रेमचंद की कृति ‘गोदान’ फिल्म का मुहूर्त

मथुरा : सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने किया मुंशी प्रेमचंद की कृति ‘गोदान’ फिल्म का मुहूर्त

अभिनव कुमार होंगे उत्तराखंड के नए पुलिस प्रमुख

अभिनव कुमार होंगे उत्तराखंड के नए पुलिस प्रमुख

रानी की वाव, RBI, रानी की बावड़ी, Rani ki vav, rani ki vav facts hindi, rani ki vav story, rani ki vav history, रानी की वाव किसने बनवाया

100 रुपए के नोट पर छपी है रानी की वाव, क्या आप जानते हैं इसकी खासियत? जा सकते हैं घूमने

Uttar Pradesh Love jihad in Mainpuri

आरिफ ने पहले दोस्ती की, फिर कन्वर्जन, गैंगरेप, 3 बार गर्भपात और बच्ची की हत्या, रुला देगी हिंदू पीड़िता की कहानी

UK: दोराईस्वामी के बेबाक बोल-आतंकवाद पर अपनानी होगी ‘कभी न भूलो, कभी न माफ करो, आगे कभी न हो’ की नीति

UK: दोराईस्वामी के बेबाक बोल-आतंकवाद पर अपनानी होगी ‘कभी न भूलो, कभी न माफ करो, आगे कभी न हो’ की नीति

Supreme court

दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका, मुख्य सचिव का कार्यकाल बढ़ाने की मंजूरी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मथुरा : सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने किया मुंशी प्रेमचंद की कृति ‘गोदान’ फिल्म का मुहूर्त

मथुरा : सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने किया मुंशी प्रेमचंद की कृति ‘गोदान’ फिल्म का मुहूर्त

अभिनव कुमार होंगे उत्तराखंड के नए पुलिस प्रमुख

अभिनव कुमार होंगे उत्तराखंड के नए पुलिस प्रमुख

रानी की वाव, RBI, रानी की बावड़ी, Rani ki vav, rani ki vav facts hindi, rani ki vav story, rani ki vav history, रानी की वाव किसने बनवाया

100 रुपए के नोट पर छपी है रानी की वाव, क्या आप जानते हैं इसकी खासियत? जा सकते हैं घूमने

Uttar Pradesh Love jihad in Mainpuri

आरिफ ने पहले दोस्ती की, फिर कन्वर्जन, गैंगरेप, 3 बार गर्भपात और बच्ची की हत्या, रुला देगी हिंदू पीड़िता की कहानी

UK: दोराईस्वामी के बेबाक बोल-आतंकवाद पर अपनानी होगी ‘कभी न भूलो, कभी न माफ करो, आगे कभी न हो’ की नीति

UK: दोराईस्वामी के बेबाक बोल-आतंकवाद पर अपनानी होगी ‘कभी न भूलो, कभी न माफ करो, आगे कभी न हो’ की नीति

Supreme court

दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका, मुख्य सचिव का कार्यकाल बढ़ाने की मंजूरी

पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे आतंकी तारा को दो घंटे की पेरोल

पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे आतंकी तारा को दो घंटे की पेरोल

PM Narendra modi attacks on congress in chhattisgarh

केंद्र सरकार ने 5 साल के लिए बढ़ाई PMGKAY, 80 करोड़ लोगों के लिए खुशखबरी

Pakistan: ‘गिलगित-बाल्टिस्तान से सौतेला बर्ताव नहीं स्वीकार’, सीमा पार लोगों में उबल रहा आक्रोश

Pakistan: ‘गिलगित-बाल्टिस्तान से सौतेला बर्ताव नहीं स्वीकार’, सीमा पार लोगों में उबल रहा आक्रोश

Amla Khane ke Fayde, benefits of amla, benefits of amla juice, benefits of eating amla, कच्चा आंवला खाने के फायदे, health tips, health tips hindi

दिल ही नहीं इन बीमारियों के लिए भी फायदेमंद है आंवला, आप भी कर सकते हैं इसका सेवन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • बोली में बुलेटिन
  • Web Stories
  • पॉडकास्ट
  • Vocal4Local
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • पत्रिका
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies