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नई दिल्ली। 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानव दर्शन में पर्यावरण पक्ष' पर 5 जनवरी को दीनदयाल शोध संस्थान नई दिल्ली में संगोष्ठी आयोजित की गयी। केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने प्रत्येक साल वृक्षारोपण का आह्वान करते हुए बताया कि जलवायु सम्मेलन में प्रकृति को मूल रूप से संवारने की बात हुई। प्रकृति का मूल रूप तभी संवरेगा जब हम पर्यावरण की चिंता करेंगे।
श्री जावडेकर ने पेरिस जलवायु सम्मेलन में भारत की भूमिका पर कहा कि जो गरीब विकासशील देश हैं, उनको विकसित देशों से पर्यावरण पर न्याय चाहिए। क्योंकि विकसित देशों ने ही प्रकृति का सर्वाधिक दोहन किया है। पर्यावरण संकट के वर्तमान समय में एकात्म मानव दर्शन की प्रासंगिकता और बढ़ गयी है।
कार्यक्रम के समापन पर दीनदयाल शोध संस्थान के श्री अंशुमन सिंह ने पर्यावरण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर को नानाजी समग्र भेंट किया। प्रधान सचिव श्री अतुल जैन ने सभी प्रबुद्धजनों का आभार प्रकट किया।
-(इंविसंके)
संचार को सामाजिक और आर्थिक संबल की जरूरत
'अमदाबाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मॉस कम्युनिकेशन का छठा दीक्षांत समारोह अहमदाबाद मैनेजमेंट एसोसियेशन में सम्पन्न हुआ। इसमें 42 छात्रों को पी.जी. डिप्लोमा की उपाधि दी गई और तीन मेधावी छात्रों को स्वर्णपदक प्रदान किए गए। मुख्य अतिथि प्रसार भारती के चेयरमैन डॉ. ए. सूर्यप्रकाश थे और विशेष अतिथि पी.सी. स्नेहल समूह के प्रबंध निदेशक श्री चिंरजीव पटेल।
श्री चिरंजीव पटेल ने साप्ताहिक पत्र-पत्रिकाओं और सोशन मीडिया के चलन पर चर्चा की। उन्होंने संचार को सामाजिक और आर्थिक स्तर पर शक्तिशाली बनाने पर जोर दिया।
डॉ. ए. सूर्यप्रकाश ने डिजिटल अथवा सोशल मीडिया के ऊपर सुदृढ़ मीडिया व विश्वस्त मीडिया बनाने की बात कही। इस अवसर पर मीडिया, उद्योग और जनसंचार से जुड़े कई लोग उपस्थित थे। -प्र्रतिनिधि
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