मजहबी आतंक - खून सने पेरिस में वे दो दिन...
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

मजहबी आतंक – खून सने पेरिस में वे दो दिन…

by
Nov 23, 2015, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 23 Nov 2015 14:25:02

सपनों का शहर…फैशन का शहऱ…यूरोप का सबसे उदार शहर। ऐसी न जाने कितनी छवियां पेरिस को लेकर लोगों के दिलों में हैं…। यहां जिंदगी जैसे नई हिलोरें भरती है। नवंबर की गुलाबी ठंड में एक बार फिर पेरिस जाने का मौका मिला था।12 नवंबर को वहां पहंुचे तो मन में एक ही उम्मीद थी कि इस बार यूरोप के इस उदार शहर से और भी कुछ लेकर जाना है। लेकिन इस बार किस्मत में कुछ और ही लिखा था। खून की नदियां। उस शहर में जिसके निवासियों पर उपनिवेशवाद के दौर में भी कभी भारत में अंग्रेजी हुकूमत के दौर जैसे अत्याचार का आरोप नहीं लगा। लेकिन, उस डूप्ले के शहर पेरिस में इस बार कुछ ऐसा घटा कि लगा जैसे इस शांत, शालीन शहर की जिंदगी ही छीन ली हो किसी ने।
13 नवंबर की वह रात भूले नहीं भूलती। हम अपना काम खत्म करके भोजन की तलाश में निकले थे। कुछ साथी भारतीय साहित्यकारों के साथ हम उस शहर में भोजन के लिए जहां रात को भी कभी खतरे का अहसास नहीं होता। मशहूर इलाके सौजेलिजे की ओर। यह इलाका कुछ-कुछ दिल्ली के कनाट प्लेस जैसा है। खोज हुई किसी चीनी रेस्टोरेंट की, जो  नजदीक में ही दिख गया। चूंकि हम काफी थके हुए थे लिहाजा तय हुआ कि पेरिस घूमने की बजाय होटल लौटकर आराम किया जाय। अभी हम रास्ते में ही थे कि एक समाचार वेबसाइट के जरिए मुझे न्यूज अलर्ट मिला…'टेरर अटैक इन फ्रेंच कैपिटल पेरिस़'। खबर देखी ही थी कि हमारे एक फ्रेंच पत्रकार मित्र का फोन भी आ गया। दरअसल वे हमारी सलामती के लिए चिंतित थे। पेरिस चाहे कितना भी उदार हो, हमारे लिए तो परदेस ही था। सो सुरक्षा के लिहाज से हमने तत्काल होटल की तरफ जाने की तैयारी कर दी। टैैक्सी से हम आनन-फानन में होटल लौट आए। पेरिस के उस टैक्सी ड्राइवर को तब तक पता नहीं था कि ऐसा आतंकी हमला हो चुका था।
होटल के रिसेप्शन पर हम जैसे ही पहुंचे। होटल वालों ने राहत की सांस ली। हमारे जैसे ग्राहक के लिए भी पेरिस के उस होटल के कर्मचारी बेहद परेशान थे। एक ने कहा भी, अच्छा हुआ आप लोग होटल आ गए। होटल की लॉबी में ही बैठकर हमने खबरिया चैनलों को देखना शुरू कर दिया। चूंकि उस वक्त भारत में रात थी, लिहाजा हमने अपने कुशलक्षेम की जानकारी अपने परिवार को फोन पर देने की बजाय व्हाट्सएप का सहारा लिया। ़हमें यह पता था कि पेरिस पर हमले की खबर जैसे ही घरवालों को मिलेगी उनका घबराना लाजमी था। उधर भारत के कई खबरिया चैनलों ने हमसे संपर्क करना शुरू किया। मैंने पेरिस पर खूनी हमले की ताजा जानकारी दी। 
ऐसे मौकों पर हमारा मन अपने अतीत के अनुभवों के आधार पर ही भावी घटनाओं की चिंता में डूब जाता है। चूंकि हम भारत से थे और अपने यहां ऐसे मौकों पर अफरातफरी का माहौल हो जाता है़, इसके साथ ही अराजकता की हद तक अव्यवस्था फैल जाती है। पर उधर फ्रांस सरकार ने आपातकाल का एलान भी कर दिया था। हमें चिंता हुई कि खाना-पानी भी मिल पाएगा कि नहीं। सोच ही रहे थे कि अगली सुबह हमारा तय कार्यक्रम हो पाएगा या नहीं। लेकिन होटल वालों ने हमारी ये सारी आशंका निर्मूल साबित कर दी। साफ कर दिया कि खाने-पीने की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
अगली सुबह का अनुभव हमारे लिए हैरत भरा ही रहा। फ्रांस में आपातकाल लागू होने के बावजूद कहीं भी अफरातफरी का कोई माहौल नहीं था। बेशक आतंकियों के खिलाफ पुलिस का तलाशी अभियान जारी था। हम डरते-डरते बाहर निकले। राष्ट्रपति फ्रास्वां ओलांद ने जिस लहजे में कहा था कि वे आतंकियों को चुन-चुन कर मारेंगे, उससे हमें आशंका थी कि पेरिस में जगह-जगह पुलिस के अवरोध होंगे, शहर को पुलिस ने अपने घेरे में ले लिया होगा। बाहर आकर टैक्सी वाले से अपने गंतव्य जाने के लिए पूछा तो वह तैयार हो गया। फिर भी हमें पेरिस में सहज जिंदगी की उम्मीद नहीं थी। हमने टैक्सी वाले से पूछ ही लिया कि माहौल कैसा है? जवाब सुनकर हमें बेहद सुकून मिला। उसका जवाब पारंपरिक फ्रांसीसी अंदाज में था-'एवरी थिंग इज फिनिश्ड'…यानी सब तमाम हो चुका है। शहर पटरी पर लौट आया है। जिहादी हमले से उबरने में फ्रांस की जनता ने तनिक देर नहीं लगाई, जबकि वहां की सरकार ने आतंकवादियों को सबक सिखाने का प्रण करके उन पर हमला बोल दिया। मुख्य साजिशकर्ता अबाउद को ढेर कर दिया।
पेरिस की प्रकृति और वहां के सुरक्षा बलों की कार्यशैली की बदौलत इस खूनी हमले के बाद भी हम अपने कार्यक्रम के मुताबिक और दो दिन पेरिस में रहे। अपना काम पूरा किया और अपने प्यारे वतन लौट आए।    
-मदन झा

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा नागरिक इलाकों को निशाना बनाए जाने के बाद क्षतिग्रस्त दीवारें, टूटी खिड़कियां और ज़मीन पर पड़ा मलबा

पाकिस्तानी सेना ने बारामुला में की भारी गोलाबारी, उरी में एक महिला की मौत

बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाके (फाइल चित्र)

पाकिस्तान में भड़का विद्रोह, पाकिस्तानी सेना पर कई हमले, बलूचिस्तान ने मांगी आजादी, कहा – भारत में हो बलूच दूतावास

“भय बिनु होइ न प्रीति “: पाकिस्तान की अब आएगी शामत, भारतीय सेना देगी बलपूर्वक जवाब, Video जारी

खेत हरे, खलिहान भरे

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा नागरिक इलाकों को निशाना बनाए जाने के बाद क्षतिग्रस्त दीवारें, टूटी खिड़कियां और ज़मीन पर पड़ा मलबा

पाकिस्तानी सेना ने बारामुला में की भारी गोलाबारी, उरी में एक महिला की मौत

बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाके (फाइल चित्र)

पाकिस्तान में भड़का विद्रोह, पाकिस्तानी सेना पर कई हमले, बलूचिस्तान ने मांगी आजादी, कहा – भारत में हो बलूच दूतावास

“भय बिनु होइ न प्रीति “: पाकिस्तान की अब आएगी शामत, भारतीय सेना देगी बलपूर्वक जवाब, Video जारी

खेत हरे, खलिहान भरे

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies