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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फोर्ब्स पत्रिका की सर्वाधिक शक्तिशाली लोगों की सूची में पहली बार शीर्ष-10 में पहुंच गए हैं। सूची में उनका 9वां स्थान रहा जो पिछली बार की तुलना में छह पायदान ऊपर है। फोर्ब्स द्वारा गत चार नवंबर को जारी की गई सूची में 73 लोगों के नाम हैं। इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शीर्ष स्थान पर हैं। वहीं जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल और अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। पत्रिका ने कहा है कि मोदी ने एक साल के शासन में विकास दर को 7.4 फीसदी से अधिक कर दिया। वैश्विक नेता के रूप में उनका कद बढ़ा है।
मोदी न असहिष्णु, न सांप्रदायिक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न तो असहिष्णु हैं और न ही सांप्रदायिक। वह तो पूरे देश और हर नागरिक का समग्र विकास चाहते हैं। मोदी एक विशाल राष्ट्र के प्रधानमंत्री हैं। पीडीपी के संसद में तीन ही सदस्य हैं, उसके बावजूद उन्होंने हमारे साथ हाथ मिलाया है। उन्होंने कुछ सोच कर ही यह कदम उठाया है। वह दूरदृष्टि रखने वाले विकासशील नेता हैं। -मुफ्ती मोहम्मद सईद, मुख्यमंत्री, जम्मू-कश्मीर
आमने-सामने
नफरत की घटनाओं से सभी चिंतित हैं लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं। लगता है कि वह इन घटनाओं को मूक समर्थन दे रहे हैं।
-सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष
जबरन एक मुद्दा बनाना और इसे केंद्र सरकार से जोड़ना ठीक नहीं। भारत न कभी असहिष्णु था और न कभी होगा।
-अरुण जेटली
केन्द्रीय वित्त मंत्री
ब्रेल लिपि में छप रही रामचरितमानस
मध्य प्रदेश स्थित बिलासपुर की ब्रेल प्रिटिंग प्रेस में ब्रेल लिपि में रामचरितमानस का प्रकाशन किया जा रहा है। वर्तमान में एक कांड (पहले खंड) की छपाई का काम पूरा हो गया है। एक माह के अंदर पूरे ग्रंथ की छपाई पूरी होने की संभावना है। रामचरितमानस के प्रकाशन में दृष्टि बाधित व मूकबधिर कर्मचारियों की एक पांच सदस्यीय टीम काम कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव
गोवा में 20 नवंबर से आरम्भ होने वाले 46वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की शुरुआत भारत के महान गणितज्ञ रामानुजम की जीवनी पर आधारित फिल्म से होगी। 11 दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में 89 देशों की 187 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। गत 3 नवंबर को सूचना और प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने फिल्म महोत्सव का पोस्टर जारी करते हुए यह जानकारी दी। अभिनेता अनिल कपूर महोत्सव के मुख्य अतिथि होंगे व प्रख्यात निर्देशक शेखर कपूर अंतरराष्ट्रीय जूरी के अध्यक्ष होंगे।
साइबर गुटरगूं
बाबासाहेब आंबेडकर ने कहा था कि धर्म में भक्ति हो तो इंसान मोक्ष प्राप्त कर सकता है, लेकिन राजनीति में भक्ति का नतीजा अपमान और अंतत: तानाशाही ही होता है।
-शाहिद सिद्दकी, पत्रकार
देवा शरीफ मेले में एक हिन्दू का गायन। क्या यह असहिष्णुता है? जवाब दीजिए। सेकुलरिज्म के नाम पर देश को बदनाम न करें।
-मालिनी अवस्थी, लोक गायिका
क्या हम समझ लें कि हम असहिष्णुता की बात कर रहे हैं- पांथिक, सरकारी या फिर ट्विटर पर दिखने वाली असहिष्णुता?
-चेतन भगत, लेखक
हम सबको पुरस्कार वापसी पर बोलना होगा, अन्यथा कभी-कभी लगातार बोला गया झूठ भी सच लगने लगता है।
-अनुपम खेर, अभिनेता
खुलासा
जून, 2013 में केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा में कई और
जिंदगियां बचाई जा सकती थीं। यदि आपदा प्रबंधन के मोर्चे पर उत्तराखंड सरकार की तैयारियां और पुख्ता होतीं और राहत व बचाव अभियान समय रहते संचलित हो पाते तो केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा में इतने लोगों की जान नहीं जाती । इस आपदा के संदर्भ में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रपट में इस बात का खुलासा हुआ है। रपट में साफ हुआ है कि न तो सरकार को इस जलप्रलय से हुई भारी तबाही का समय रहते पता चल पाया और न ही उसके पास राहत व बचाव के पर्याप्त उपकरण थे।
ठाकुर होंगे अगले मुख्य न्यायाधीश
न्यायमूर्ति तीर्थ सिंह ठाकुर देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। वह वर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एच.एल. दत्तू का स्थान लेंगे जो 2 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। न्यायमूर्ति ठाकुर देश के 43वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। 4 जनवरी, 1952 को जन्मे ठाकुर ने अक्तूबर, 1972 में बतौर अधिवक्ता पंजीकरण कराया था। वर्ष 1990 में उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता मनोनीत किया गया। चार वर्ष बाद 1994 में उन्हें जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश बनाया गया। मार्च, 1994 में उनका तबादला कर्नाटक उच्च न्यायालय में कर दिया गया। 17 नवंबर, 2009 को वे उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश बनाए गए। देश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल एक वर्ष से कुछ अधिक समय का होगा।
सख्ती
बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने सख्त रुख अपनाते हुए फसल कटने के बाद उसकी पराली जलाने पर रोक लगा दी है। एनजीटी ने कहा है कि फसल कटने के बाद उसकी पराली जलाना 'ग्लोबल वार्मिंग' और वातावरण के लिए गंभीर मुद्दा है। दरअसल राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में किसान फसल कटने के बाद बचने वाली पराली में आग लगा देते हैं। इससे बड़ी मात्रा में वायु प्रदूषण फैलता है। पिछले कुछ दिनों से बढ़े प्रदूषण का भी यही कारण रहा है।
650000
अमरीकी हिन्दी बोलते हैं। वहां बोली जाने वाली भारतीय भाषाओं में सबसे ऊपर हिन्दी ही है। अमरीकी जनगणना ब्यूरो के अनुसार, अमरीका में करीब छह करोड़ लोग घर में अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाएं बोलते हैं। इनमें ढाई करोड़ लोग सिर्फ अंग्रेजी बोलते हैं। इसके अलावा अमरीका में भारत की अन्य प्रमुख भाषाएं बोलने वाले लोगों की संख्या भी खासी बड़ी है।
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