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भारतीय मूल की 12 वर्षीय लड़की लीडिया सेबेस्टियन का 'आईक्यू' आइंस्टाइन से भी तेज है। यूके के मेन्सा मे आयोजित एक 'आईक्यू टेस्ट'में लीडिया ने 162 का संभावित सर्वाधिक स्कोर हासिल करके एल्बर्ट आइंस्टाइन और स्टीफन हॉकिंग को भी पीछे छोड़ दिया है। ऐसा माना जाता है कि हॉकिंग और आइंस्टाइन का आईक्यू 160 था और मेनसा दुनिया की सबसे बड़ी और पुरानी आईक्यू सोसायटी मानी जाती है। लीडिया अपने जन्म के छठे महीने में ही बोलने लगी थीं। चार वर्ष की उम्र से ही वह वायलिन बजा रही है। प्रतिनिधि
आईएस के खिलाफ फतवे से अमरीका खुश
दुर्दांत आतंकी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ लामबंद हुए भारतीय मुसलमानों की अमरीकी ने प्रशंसा की है। उल्लेखनीय है कि एक हजार से ज्यादा भारतीय मौलवियों और मुफ्तियों ने फतवा जारी कर आतंक का पर्याय बन चुके कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस की करतूतों को गैर इस्लामिक करार दिया है।
भारत के मौलवियों ने इन फतवों को संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भेजकर दूसरे देशों के मुफ्तियों और मौलानाओं से ऐसा करने की अपील की है। फतवा जारी करने वालों में दिल्ली की जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी भी शामिल हैं। दुनिया में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने एक साथ आईएसआईएस के खिलाफ फतवा जारी किया है। उल्लेखनीय है कि आईएसआईएस जिहाद के नाम पर दुनिया भर के मुसलमान युवकों को बरगलाकर अपने गुट में भर्ती कर उन्हें लड़ाका बना रहा है। इसके लिए वह युवकों को तरह -तरह के प्रलोभन भी दे रहा है। आईएसआईएस से प्रभावित होकर बहुत से देशों के मुसलमान युवक उसके साथ जुड़ रहे हैं। माना जा रहा है भारतीय मौलानाओं द्वारा जारी किए गए इस संयुक्त फतवे से कम से कम भारतीय युवाओं में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहे आईएसआईएस को झटका लगेगा। मौलानाओं द्वारा जारी किए गए इस फतवे में कहा गया है कि आईएसआईएस की करतूतें इस्लाम के खिलाफ हैं। इस्लाम में महिलाओं, बच्चों और बूढ़ों की हत्या करने की सख्त मनाही है लेकिन आईएसआईएस के आतंकी आए दिन ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मुंबई के डिफेंस साइबर के प्रमुख अब्दुल रहना अनजारी ने देशभर के मुस्लिम बुद्धिजीवियों से आईएसआईएस की गतिविधियों के बारे में राय मांगी थी। सभी ने एक सुर में आतंकी संगठन की गतिविधियों को गैर इस्लामिक बताते हुए फतवा जारी कर दिया। अनजारी ने इस फतवे को संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून को भेज दिया है। मून से दूसरे देशों के मुस्लिम बुद्धिजीवियों द्वारा इसी तरह का फतवा जारी करवाने की अपील की गई है। ताकि पूरी दुनिया में मुस्लिम युवाओं को आईएसआईएस के चंगुल में फंसने से बचाया जा सके। ल्ल प्रतिनिधि
अमरीका में फिर भारतीय बुजुर्ग हिंसा का शिकार
अमरीका में भारतीय मूल के एक बुजुर्ग सिख पर नस्लीय हमले का मामला सामने आया है। उनकी न सिर्फ बुरी तरह पिटाई की गई बल्कि उन्हें 'आतंकवादी और ओसामा बिन लादेन' भी कहा। यह घटना गत 8 सितंबर को शिकागो में हुई।
जानकारी के अनुसार शिकागो में रहने वाले इंदरजीत सिंह मक्कड़ कार में अपने घर से दुकान की तरफ जा रहे थे कि तभी एक कार सवार ने उन्हें 'आतंकवादी' कहकर पुकारा और ओवरटेक कर कार को रोकने की कोशिश की। इंदरजीत ने अपनी कार को धीमा कर दिया ताकि वह कार लेकर निकल जाए लेकिन हमलावर ने इंदरजीत की कार के सामने अपनी कार लगा दी और बाहर खींचकर उन्हें बुरी तरह से पीटना शुरू कर दिया। उनके चेहरे पर मुक्के बरसाए गए, जिसके चलते वह बेहोश
हो गए। चेहरे पर आई गंभीर चोटों से उनका जबड़ा टूट गया। पुलिस ने हमलावर को हिरासत में ले लिया है। उल्लेखनीय है कि अमरीका में सिखों पर हमले का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं। मक्कड़ ने कहा कि किसी भी अमरीकी को हमारे द्वारा अपने धर्म का पालन करने से भयभीत नहीं होना चाहिए। 'सिख कोअलिशन' की कानूनी निदेशक हरसिमरन कौर ने कहा है कि समुदाय का मानना है कि मक्कड़ को उनकी सिख धार्मिक पहचान, नस्ल और राष्ट्रीय मूल के आधार पर निशाना बनाया गया। प्रतिनिधि
बैंकाक बम धमाके में दो भारतीयों से पूछताछ
थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में स्थित प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर में हुए बम धमाके के मामले में पुलिस ने पूछताछ के लिए दो भारतीयों को हिरासत में लिया। हालांकि पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया। उल्लेखनीय है कि गत 17 अगस्त को बैंकाक में स्थित ब्रह्मा मंदिर में हुए बम धमाके में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस मामले में पुलिस अभी तक 12 विदेशी संदिग्धों के खिलाफ 10 गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुकी है। बम धमाके के सिलसिले में ही दोनों भारतीय युवकों को हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने दोनों युवकों को सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिए संदिग्धों से बात करते हुए देखा था। इस आधार पर दोनों को हिरासत में ले लिया गया था। हालांकि पुलिस ने इस हमले को अंजाम देने वाले युवक की पहचान कर ली है। उस संदिग्ध की पहचान युसूफ मेराली के रूप में हुई है। बम रखने वाला हमलावर अभी तक पकड़ में नहीं आया है। स्थानीय पुलिस व जांच एजेंसियां लगातार उसकी तलाश में जुटी हैं।
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