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सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत 16 अगस्त को भी सूरत में ही थे। इस दिन वे शुभमंगल फाउंडेशन, सूरत द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जैनाचार्य अभय देवसुरिश्वरजी महाराज ने श्री मोहनराव भागवत को स्वर्ण अक्षर लिखित श्रीमद्भगवद्गीता भेंट की। जैनाचार्य की देखरेख में इस गीता को एक मुसलमान युनूस भाई ने तैयार किया है। इस अवसर पर श्री भागवत ने कहा कि गीता का पहला संदेश यह है कि चाहे स्थिति कैसी भी हो भागना नहीं है। श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कहा 'तुम युद्ध करो'। यानी जीवन में कैसी भी परिस्थिति हो अपने सुपथ पर अडिग रहें और अच्छाई पर अड़े रहें। इस अवसर पर अनेक सन्त और अन्य संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे। ल्ल प्रतिनिधि
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