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पिछले दिनों हरदा (म़ प्ऱ) में हुई दोहरी रेल दुर्घटना के प्रभावितों की मदद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने जबर्दस्त जीवटता दिखाई। हरदा जिला केंद्र से 35 कि.मी. दूर स्थित कूघवा गांव के लोग, जो कि भारी वर्षा के कारण बनी बाढ़ की स्थिति से स्वयं भी सोये नहीं थे एवं पानी से बचने के उपाय खोज रहे थे, दुर्घटना का समाचार मिलते ही घटनास्थल की ओर चल पड़े। चीख-पुकार मचा रहे यात्रियों ने जब खाकी नेकर पहने स्वयंसेवकों को अपने मध्य देखा तो उनकी जान में जान आई। स्वयंसेवकों ने दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों में फंसे यात्रियों को निकाल कर अन्य डिब्बों में पहुंचाया। इन्हीं यात्रियों को लेकर सुबह चार बजे कामायनी एक्सप्रेस वापस हरदा के लिए चली।
उधर हरदा नगर के स्वयंसेवक भी पूर्ण तैयारी के साथ रेलवे स्टेशन पहंुच गए थे। रेलगााड़ी के हरदा पहुंचते से ही स्वयंसेवकों ने मोर्चा संभाल लिया। कुछ स्वयंसेवकों ने पीडि़त यात्रियों को पानी, चाय, बिस्कुट आदि वितरित किया, तो कुछ स्वयंसेवक घायलों को जिला चिकित्सालय पहुंचाने में लग गए। हरदा जिले के हरदा, टिमरनी, खिरकिया, बाजनिया, कूघवा ग्राम के स्वयंसेवकों ने हर स्तर पर राहत और बचाव कार्य किया। कुछ स्वयंसेवकों ने रेल प्रशासन के साथ मिलकर दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों को भी निकालने का कार्य किया।
– प्रतिनिधि
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