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उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास स्थित श्रीराम कॉलोनी के रामलीला मैदान में पिछले तीन दशक से जारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा को बाधित करने के लिए मजहबी शरारती तत्व आए दिन नये -नये हथकंडे़ अपना रहे हैं। हाल ही मंे दो स्वयंसेवकों पर जानलेवा हमला कर उन्हें घायल कर दिया गया। स्वयंसेवकों पर हमला करने वाले चारों मुसलमान नाबालिग थे और पूर्व नियोजित तरीके से उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। दरअसल क्षेत्र में सौहार्द बिगाड़ने वाले कुछ शरारती तत्व स्वयं को पीछे रखकर नाबालिगों और महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनकी मंशा किसी भी तरह रामलीला मैदान में लगने वाली शाखा में अड़चन पैदा करने की है।
श्रीराम कॉलोनी में गत 28 जून की सुबह शाखा मंे जाने के लिए घर से निकले शाखा कार्यवाह सर्वेश कुमार और गण शिक्षक राजकुमार को रामलीला मैदान से कुछ ही दूरी पर चार मुसलमान लड़कों ने रोका और इससे पहले कि वे कुछ संभल पाते, लड़कों ने बेरहमी से उन्हें पीटना शुरू कर दिया। दोनों स्वयंसेवकों पर लाठी-डंडों से वार कर उन्हें घायल कर दिया गया। इसके बाद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गए। मामले की सूचना मिलने पर पीसीआर की गाड़ी द्वारा दोनों घायलांे को उपचार के लिए जगप्रवेश अस्पताल और वहां से ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। दोनों के सिर में काफी चोट आई है। इस संबंध में खजूरी खास थाना पुलिस ने मारपीट, जान से मारने की धमकी देने संबंधी धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गत 26 जून की सुबह ये दोनों स्वयंसेवक रामलीला मैदान में शाखा के लिए जा रहे थे। वहां पर कुछ लड़के खेल रहे थे। शाखा में बाधा डालने की बात को ध्यान में रखकर उन लड़कों को वहां से जाने के लिए कहा गया था। इस पर वे लड़के अनाप-शनाप बोलने लगे और गरमागरमी बढ़ गई। इसके बाद सुनियोजित तरीके से दो दिन बाद उन्होंने सर्वेश कुमार और राजकुमार पर हमला बोल दिया। भाजपा उत्तर पूर्वी जिला उपाध्यक्ष आनंद त्रिवेदी ने बताया कि वर्ष 1984 से रामलीला मैदान में नियमित रूप से शाखा लगती है। वर्ष 1993 में आई बाढ़ के दौरान यहां रहने वाले स्वयंसेवकों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए मुसलमान परिवारांे को बचाया था। स्वयंसेवकों द्वारा उनके परिवार के सदस्यों और सामान को सुरक्षित स्थान पर पहंुचाया गया था। उस समय स्वयंसेवकों की खुद मुसलमानों ने सराहना की थी।
उसके बाद 2004 में फिर से इस स्थान पर धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन शाखा अबाध रूप से जारी रही। उपाध्यक्ष ने बताया कि बीते साल अक्तूबर माह में ईद के मौके पर कुछ शरारती तत्वों ने शाखा के दौरान लगने वाले ध्वज को फाड़ दिया था। उस संबंध में भी मामला दर्ज किया गया था। फिर रामलीला मैदान में पुलिस की निगरानी में रोजाना शाखा लगने लगी। लेकिन यहां आए दिन हो रहे विवाद के कारण तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो धार्मिक सौहार्द बिगड़ने की बड़ी घटना घट सकती है क्योंकि कुछ उपद्रवी तत्व नहीं चाहते हैं कि इस स्थान पर शाखा लगे।
नाबालिगों को कर देते हैं आगे
28 जून को हुए विवाद से स्पष्ट है कि शाखा के आयोजन को रोकने के लिए उपद्रवी स्वयं आगे न आकर राजनीति करने में जुट गए हैं। रामलीला मैदान में सुबह 5:30 से 6 बजे के बीच लगने वाली शाखा की जानकारी पूरे क्षेत्र के लोगों को बखूबी है। फिर भी खेल की आड़ में बच्चों को वहां अड़चन डालने के लिए भेज दिया जाता है। ये लोग जानते हैं कि शाखा में विघ्न डालेंगे तो स्वयंसेवकों को परेशानी होगी और इसी मंशा से समय-समय पर कोई न कोई विवाद खड़ा किया जा रहा है।
खुद फंसने के डर से बच्चों को आगे कर स्वयंसेवकों पर हमला कराया जा रहा है। यही नहीं कुछ समय पूर्व शाखा लगने के दौरान अपनी महिलाओं को भी उसी समय पार्क में सैर करने के बहाने भेज दिया जाता था। इस संबंध में स्वयंसेवकों द्वारा समय-समय पर उत्तर पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त को पत्र भी लिखा गया है। जिला पुलिस की ओर से पुलिस मुख्यालय में भी वर्तमान स्थिति से सभी को अवगत करा दिया गया है।
ईद के मौके पर दिखा सौहार्द
रामलीला मैदान में गत 18 जुलाई की सुबह पहले शाखा का आयोजन किया गया और फिर नमाज अदा की गई। ईद से पूर्व शरारती तत्वों द्वारा अफवाह फैलाई गई थी कि यहां माहौल सौहार्दपूर्ण नहीं है, लेकिन हिन्दू और मुसलमानों ने आपसी भाईचारे का प्रमाण दिया। पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे। वर्ष 1984 से रामलीला मैदान में लग रही नियमित शाखा
समय-समय पर शाखा को बाधित करने का षड्यंत्र रचते हैं शरारती तत्व
शाखा को मुद्दा बनाकर क्षेत्र में उपद्रव की तलाश में रहते हैं
बड़े खुद आगे न आकर नाबालिगों का कर रहे हैं इस्तेमाल
कई बार मैदान में अपने समुदाय की महिलाआंे को भी सैर के बहाने परेशान करने के लिए भेजते हैं
अब पुलिसकर्मियों की निगरानी में लगानी पड़ रही है शाखा
श्रीराम कॉलोनी के रामलीला मैदान में तीन दशक से शाखा अबाध रूप से लगती आ रही है। समय-समय पर शरारती तत्व शाखा में अड़चन डालने के उद्देश्य से किसी न किसी वारदात को अंजाम देते हैं। मुसलमान बहुल क्षेत्र में शाखा का नियमित लगना इन लोगों को काफी खटकता है। स्वयंसेवकों पर हमला करना काफी निंदनीय है।
—आनंद त्रिवेदी, उपाध्यक्ष भाजपा उ. पू. जिला
26 जून की सुबह भी हमलावर लड़कों से हमारी कहा-सुनी हुई थी। 28 जून को किया गया हमला सुनियोजित था। वे लोग जानकर शाखा के समय अड़चन डालने के लिए मैदान में पहंुचते हैं। इस संबंध में पुलिस अधिकारियों को भी बताया गया है, ये लोग भविष्य में किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
—राजकुमार, गण शिक्षक
मैं 28 जून की सुबह घर से शाखा के लिए रामलीला मैदान जा रहा था कि तभी वहां से कुछ ही दूरी पर पहले से घात लगाकर बैठे मुसलमान लड़कों ने लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। मेरे सिर में चोट आई है। उनका मकसद हर हाल में रामलीला मैदान में लगने वाली शाखा को रोकना है, लेकिन स्वयंसेवक अपने पथ पर अग्रसर हैं।
—सर्वेश कुमार, शाखा कार्यवाह
राहुल शर्मा
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