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गत 9 मई को पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के गोल्डन जुबली हाल में स्वदेशी जागरण मंच का कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम में पेसिफिक विश्वविद्यालय, उदयपुर के उप कुलपति श्री भगवती प्रसाद शर्मा मुख्य अतिथि थे। संगोष्ठी का विषय था -भारत के लिए आदर्श आर्थिक व्यवस्था में नई दिशा। मुख्य अतिथि व उप कुलपति श्री भगवती प्रसाद शर्मा ने कहा कि भारत को आर्थिक तौर पर संपन्न बनाने के लिए आवश्यक है कि देश में राष्ट्रवाद की भावना को ध्यान में रखते हुए उद्योगों के विकास के लिए नीतियां बनाई जाएं। इस कार्य में आम आदमी को भी अपनी भागीदारी करते हुए स्थानीय उत्पादों के उपभोग की भावना को धारण करना होगा। कोई भी सरकार आर्थिक उदारीकरण के इस दौर में उन्हीं नीतियों का निर्माण करती है जो जनभावनाओं के अनुरूप हो। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया से जरूरी है मेड बाई इंडिया की व्यवस्था को बढ़ावा देना। साथ ही उन्हांेने एक बात पर विशेष बल दिया कि विदेशी कंपनियों द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रयोग करने से हमारे देश की बड़ी मात्रा में मुद्रा विदेशों में चली जाती है। यदि देश के नागरिक विदेशी कंपनियों के उत्पादों के प्रयोग को प्राथमिकता नहीं देते हैं तो उन कंपनियों के लिए देश में स्पर्धा में बना रहना मुश्किल होगा। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि एडवोकेट जनरल (हरियाणा) बलदेव महाजन ने कहा कि किसी भी देश के आर्थिक विकास में उसके नागरिकों का व्यवहार भी मुख्य कारक रहता है। इसलिए देश के नागरिक अपने में भी परिवर्तन लाएं। इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच ट्राईिसटी के संयोजक रणबीर सिंह, प्राध्यापक एस के ़ तोमर, प्रो़ दिनेश, डा़ॅ संजीव कौशिक सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।
ल्ल डॉ. गणेश दत्त वत्स
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