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जोधपुर में गत दिनों स्वदेशी जागरण मंच, जोधपुर प्रांत द्वारा एक व्याख्यानमाला आयोजित की गई। इसका विषय था 'वर्तमान आर्थिक परिदृश्य : स्वदेशी ही एकमात्र विकल्प'। व्याख्यानमाला के मुख्य वक्ता और स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक श्री कश्मीरीलाल ने कहा कि आज स्वदेशी द्वारा ही देश को विदेशी ताकतांे के प्रभाव से बचाया जा सकता है। स्वदेशी देश की मजबूरी नहीं मजबूती है। स्वदेशी जागरण मंच ही ऐसी संस्था है जो देशहित में सोचती व समझती है। विशिष्ट अतिथि श्री अरुण कुमार मिश्र ने कहा कि हिन्दुस्थान की संस्कृति कृषि है व कृषि द्वारा ही देश को बचाया जा सकता है। व्याख्यानमाला की अध्यक्षता कर रहे अरावली प्रबंधन संस्थान के प्रबंधक वरुण आर्य ने कहा कि भारत को फिर से सोने की चिडि़या बनाने के लिए हमें स्वदेशी अपनाना ही पड़ेगा। कार्यक्रम में स्वदेशी जागरण मंच, जोधपुर की नई कार्यकारिणी की घोषणा भी की गई। ल्ल प्रतिनिधि
गुड़गांव में संस्कृत संगम
विश्व हिन्दू परिषद् के स्वर्ण जयन्ती महोत्सव के उपलक्ष्य में 9 मई को गुरुग्राम (गुड़गांव) में संस्कृत संगम आयोजित हुआ। इस अवसर पर विद्वानों ने संस्कृत की महत्ता और उसकी वैज्ञानिकता पर प्रकाश डाला और कहा कि संस्कृत को जन-जन की भाषा बनाने की आवश्यकता है। भारत संस्कृत परिषद् के तत्वावधान में आयोजित इस संगम में बड़ी संख्या में विद्वान पधारे। संगम के मुख्य अतिथि थे विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय मंत्री और भारत संस्कृत परिषद् के राष्ट्रीय मंत्री आचार्य राधाकृष्ण मनोड़ी। ल्ल प्रतिनिधि
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