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पिछले दिनों नई दिल्ली में प्रख्यात नाटककार दयाप्रकाश सिन्हा लिखित नाटक 'सम्राट अशोक' का लोकार्पण हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल ने पुस्तक का लोकार्पण करने के बाद कहा कि सम्राट अशोक का जीवन कई अर्थों में महत्वपूर्ण है।
हालांकि अशोक के बारे में अनेक पुस्तकें आई हैं, किन्तु भारत में उनके बारे में जो मिला है, वह बहुत ही कम है। श्रीलंका या तिब्बत से प्राप्त ग्रंथों में जो मिला है उसमें से ही कुछ अंश निकालकर हमारे सामने रखे गये। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास मनुष्य की एक तीसरी आंख है, जो पीछे देखती है और जो बीत गया उसका विश्लेषण करती है। कोई भी समाज जो आगे बढ़ना चाहता है अगर वह दूर तक पीछे इतिहास में नहीं देखता है तो वह आगे भविष्य में भी नहीं देख सकता।
इस अवसर पर विख्यात फिल्म निर्देशक डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा, सांसद मनोज तिवारी, संस्कार भारती, दिल्ली के अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता, पुस्तक के प्रकाशक अरुण माहेश्वरी सहित अनेक लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन संस्कार भारती दिल्ली और वाणी प्रकाशन ने किया था। ल्ल प्रतिनिधि
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