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चीन पिछले 10 वर्षों से भारत के सरकारी और निजी उपक्रमों की जासूसी कर रहा है। साइबर सुरक्षा समूह की तरफ से जारी एक रपट के अनुसार चीन सरकार द्वारा प्रायोजित एक समूह भारत के शासकीय कम्प्यूटरों की निगरानी कर रहा है, जो अभी भी सक्रिय हैं।
इंटरनेट सिक्योरिटी कंपनी फायरआई इंक ने अपनी रपट में खुलासा किया है कि इंटरनेट पर एक समूह 'एपीटी30' पिछले एक दशक से दक्षिण-पूर्व एशिया और भारत के सरकारी व अहम कारोबारी ठिकानों की खुफिया जानकारियां एकत्रित कर रहा है। फायरआई इंक ने आशंका जताई है कि यह हैकर्स चीन से साइबर हमले कर रहे हैं। भारतीय शोधकताअरं ने भी भारतीय संस्थानों में 'एपीटी30' संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाया था। इसमें भारतीय अंतरिक्ष, रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां और दूरसंचार कंपनियां शामिल हैं। रपट के अनुसार वर्ष 2005 से साइबर जासूसी की गतिविधियां चल रही हैं। साइबर हमलों के निशाने पर भारत समेत दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य जानकारियां हैं। रपट में दावा किया गय है कि पिछले दशक से जिस तरह इस क्षेत्र में कई हैकर्स काम कर रहे हैं उससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि ऐसी गतिविधियों को चीन की सरकार से मदद मिल रही है। इससे पहले भी चीन सरकार पर साइबर हमले कराने के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन वह हमेशा इसे नकारता रहा है।
हवाई हमले में बगदादी गंभीर रूप से घायल
अमरीकी गठबंधन सेना के हवाई हमले में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) का सरगना अबू बकर अल बगदादी गंभीर रूप से घायल हो गया है। मंगलवार को ब्रिटेन के एक प्रमुख समाचार पत्र ने दावा किया कि गत 18 मार्च को पश्चिमी इराक के निनेवाह शहर में हुए हवाई हमलों की जद में 44 वर्षीय बगदादी आ गया था।
ब्रिटिश समाचार पत्र 'द गार्जियन' की खबर के अनुसार, निनेवाह में हमले की दो अधिकारियों (एक पश्चिम राजनयिक और एक इराकी सलाहकार) ने पुष्टि की है। यह शहर सीरियाई सीमा से लगा हुआ है। इराकी सलाहकार हिशाम अल-हशीमी के हवाले से समाचार पत्र ने लिखा है कि गत 18 मार्च को अल-बाज के निकट उम अल-राउस में बगदादी घायल हुआ है। समाचार पत्र का दावा है कि उसके स्वास्थ्य में धीमी गति से सुधार हो रहा है। यही वजह है कि वह आईएसआईएस की रोजाना की गतिविधियों में सक्रिय भूमिका नहीं निभा पा रहा है।
बताया जा रहा है कि बगदादी के घायल होने के बाद आईएसआईएस के शीर्ष कमांडरों ने एक बैठक बुलाकर विचार विमर्श किया है। ऐसा माना जा रहा है कि बगदादी गंभीर रूप से घायल है उसके ठीक होने की उम्मीद भी बहुत कम बताई जा रही है। ऐसे में संगठन को चलाने की जिम्मेदारी उसके शीर्ष कमांडरों के ऊपर आ गई है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले गतवर्ष नवंबर और दिसंबर में भी उसके घायल होने की खबरें आई थीं। हालांकि वे सही नहीं थीं। अक्तूबर 2011 में अमरीकी विदेश विभाग ने बगदादी को वैश्विक आतंकी की सूची में डाल दिया था। अमरीका ने उस पर सरगना पर एक करोड़ डॉलर (करीब 60 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित कर रखा है।
1970 के बाद पहली बार महिला राजदूत नियुक्त करेगा ईरान
1979 की इस्लामी क्रांति के बाद ईरान पहली बार देश के बाहर किसी महिला को अपना राजदूत नियुक्त करेगा। अर्द्ध सरकारी फार्स एंड मेहर न्यूज एजेंसी के अनुसार, इस महिला का नाम मर्जीह अफखम है और वह वर्ष 2013 से ईरानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हैं। मर्जीह अफखम काफी वरिष्ठ अधिकारी हैं। फिलहाल यह नहीं बताया गया है कि उन्हें किस देश में ईरान का राजदूत बनाया जाएगा और उनके द्वारा खाली किए जा रहे पद पर किसको नियुक्त किया जाएगा। ईरान के इतिहास में मर्जीह अफखम दूसरी व इस्लामी क्रांति के बाद पहली राजदूत होंगी। इससे पहले 1970 के दशक में मेहरनजीज दोलशाही को डेनमार्क में ईरान का राजदूत बनाया गया था। -प्रस्तुति:आदित्य भारद्वाज
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