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प्रयाग स्थित विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यालय में 23 मार्च को एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद् के संरक्षक श्री अशोक सिंहल ने अखाड़ा परिषद् के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बाघम्बरी गद्दी मठ (प्रयाग) के महंत स्वामी नरेन्द्र गिरि का अभिनन्दन किया। अपने उद्बोधन में श्री अशोक सिंहल ने कहा कि 13 अखाड़ों द्वारा चुनाव के जरिए नरेन्द्र गिरि जी के कंधों पर जो जिम्मेदारी डाली गई है वह प्रयाग के लिए गर्व का विषय है। विगत कई कुंभों में इस तरह की चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न नहीं हो पा रही थी। यह चुनाव मुख्यत: कुंभ की व्यवस्था के लिए होता है। जिनमें 13 अखाड़ों में से 7 संन्यासी, 3 उदासीन और 3 वैष्णव अखाड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि देश में भगवाधारी सन्तां ने राष्ट्र की एकता, बंधुत्व, भाईचारा, गो, गंगा और सनातन धर्म की रक्षा के लिए लड़ाइयां लड़ी हैं। लेकिन आज कतिपय लोगों द्वारा इन पूज्य सन्तों के बारे में अनर्गल प्रलाप किया जा रहा है। ऐसे लोग देश में अशान्ति फैलाकर अपनी स्वार्थसिद्धि करना चाहते हैं। अपने अभिनन्दन समारोह से अभिभूत अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष स्वामी नरेन्द्र गिरि ने कहा कि विहिप दुनिया में सनातन धर्म की रक्षा का सबसे बड़ा संगठन है और अशोक जी तो साधु-सन्तांे के हृदय में वास करते हैं। कार्यक्रम में इलाहाबाद के सांसद श्यामा चरण गुप्ता, फूलपुर के सांसद केशव प्रसाद मौर्य और कौशाम्बी के सांसद विनोद सोनकर सहित विहिप के अनेक पदाधिकारी मौजूद थे। ल्ल हरिमंगल
'अटल जी धूमकेतु के समान हैं'
गत दिनो नई दिल्ली स्थित अणुव्रत भवन में 'हिम उत्तरायणी' पत्रिका द्वारा हिन्दू नववर्ष के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी पर केन्द्रित विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में हिन्दी के जाने-माने लेखक डॉ़ नरेन्द्र कोहली ने कहा कि अटल जी का कवि रूप श्रेष्ठ राजनेता के कारण दबा रहा। एक उदारमना, मनोविनोदी स्वभाव और वाक्कौशल के धनी होने का दुर्लभ संयोग उन्हें प्राप्त है। वे प्रधानमंत्री होते हुए भी निरंतर साहित्य और पठन-पाठन से प्रेम करते रहे। वरिष्ठ समाजसेवी श्री देवेन्द्र स्वरूप शर्मा ने कहा कि नियति की अजीब विडंबना है कि जो व्यक्ति जीवनभर मुखर होकर बोलता रहा, वह लगभग 4 वर्ष से मौन है। सवार्ेच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता नवीन कुमार जग्गी ने कहा कि भारतीय राजनीति में अटल जी धूमकेतु के समान हैं जिनका तेज सब स्वीकारते हैं और दलगत भेद से आगे आकर उन्हें सम्मान देते हैं।
विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय मंत्री आचार्य राधाकृष्ण मनोड़ी ने कहा कि अटल जी एक दार्शनिक, दूरदर्शी और उदारमना जननायक हैं। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए शीर्ष कवि एवं शिक्षाविद् पद्मश्री डॉ़ श्याम सिंह शशि ने कहा कि अटल जी ने 60 वर्ष से भी अधिक के अपने सार्वजनिक जीवन में समाज और देश के अतिरिक्त विश्व मंच पर हिन्दी को पहंुचाकर बेजोड़ कार्य किया। गोष्ठी का संचालन हिम उत्तरायणी के संपादक सूर्य प्रकाश सेमवाल ने किया। ल्ल प्रतिनिधि
'जनसरोकारी थे आचार्य कृपलानी'
गत दिनों नई दिल्ली के गांधी शान्ति प्रतिष्ठान में प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी एवं महात्मा गांधी के अनन्य सहयोगी रहे आचार्य जे.बी. कृपलानी की 33वीं पुण्यतिथि पर 'कृपलानी स्मृति व्याख्यान' आयोजित हुआ। इसका आयोजन आचार्य कृपलानी मेमोरियल ट्रस्ट ने किया था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि और राज्यसभा सांसद जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि आचार्य कृपलानी हमेशा जनसरोकार के बारे में सोचते थे। व्याख्यान की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार एवं आचार्य कृपलानी के जीवनी लेखक पद्मश्री रामबहादुर राय ने कहा कि बतौर कांग्रेस अध्यक्ष जे.बी. कृपलानी ने गांधी जी को अपना त्यागपत्र सौंप कर एक बड़ा राजनीतिक सवाल खड़ा किया था। वह तब भी प्रासंगिक था और आज भी है। अंत में गांधी शांति प्रतिष्ठान के मंत्री सुरेन्द्र कुमार ने अतिथियों एवं श्रोताओं के प्रति धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन आचार्य कृपलानी मेमोरियल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी अभय प्रताप ने किया।
ल्ल प्रतिनिधि
स्वास्थ्य शिविर में 527
रोगियों का उपचार
सेवा भारती चिकित्सालय, उदयपुर में गत दिनों मधुमेह और बवासीर के रोगियों के उपचार हेतु एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन राजस्थान के गृह मंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने किया। इसमें 527 रोगियों की जांच की गई और आवश्यकतानुसार उन्हें दवाइयां दी गईं। सेवा भारती चिकित्सालय के प्रबंध निदेशक यशवन्त पालीवाल ने बताया कि इस शिविर में देवर्षि अस्पताल, अमदाबाद के जाने-माने सर्जन डॉ. विमल मोदी और उनके सहयोगियों ने सेवाएं दीं। शिविर में रक्तदान शिविर भी आयोजित हुआ। इसमें 41 लोगों ने रक्तदान किया। ल्ल प्रतिनिधि
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