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ट्यूनीशिया की राजधानी ट्यूनिश में आतंकियों के हमले में 17 विदेशी पर्यटकों समेत 19 लोगों की मौत हो गई। गत 18 मार्च को सेना की वर्दी पहने दो आतंकियों ने ट्यूनिश में संसद के करीब स्थित बारदो राष्ट्रीय संग्रहालय पर हमला किया। हमले में 19 लोगों की मौत हो गई। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने दोनों हमलावरों को भी मार गिराया।
हालांकि हमले की किसी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन, यूरोपीय संघ की विदेशी मामलों की प्रमुख फ्रेडरिका मोहरगिनी ने इसके पीछे इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) का हाथ होने की आशंका जताई है। मारे गए लोगों में पोलैंड, जर्मन, इटली और स्पेन के पर्यटक हैं। ट्यूनीशिया के प्रधानमंत्री हबीब एसीद ने इसे आतंकियों की कायरतापूर्ण हरकत करार दिया है। ट्यूनीशियाई गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अली अरोरी ने बताया कि आतंकियों को ढेर करने की कार्रवाई के दौरान एक पुलिसकर्मी की भी मौत हो गई। आतंकियों ने जिन लोगों को बंधक बनाया था सभी को मुक्त करा लिया गया है। रोम में इटली के एक अधिकारी ने अपने तीन नागरिकों के घायल होने की पुष्टि की है। अधिकारी ने बताया कि हमले के वक्त संग्रहालय परिसर में करीब 100 इतालवी लोग मौजूद थे, जिन्हें सुरक्षा बलों ने शुरुआत में ही बाहर निकाल लिया था। पिछले 13 वर्षों के दौरान ट्यूनीशिया में यह सबसे घातक हमला है। इससे पहले वर्ष 2002 में पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय द्वीप देरबा में अल-कायदा ने आत्मघाती हमला कर 21 लोगों की हत्या कर दी थी।
अरब क्रांति की प्रेरणा रहा ट्यूनीशिया
ट्यूनीशिया की जेसमिन क्रांति से प्रेरणा लेकर ही अरब क्रांति की शुरूआत हुई थी। इसके बाद लीबिया, मिस्र, सीरिया और यमन में इसका असर देखने को मिला था। ल्ल
चीन ने नेपाल की सहायता राशि बढ़ाई
प्रधानमंत्री मोदी की नेपाल यात्रा के बाद नेपाल पर भारत के राजनीतिक असर को देखते हुए चीन ने नेपाल में और पैर पसारने की कवायद शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार चीन ने नेपाल को दी जाने वाली सहायता राशि को पांच गुणा बढ़ाने का फैसला लिया है। चीन 2015-16 में नेपाल को 128 मिलियन डॉलर की मदद देगा। अभी तक चीन द्वारा नेपाल को दी जाने वाली राशि 150 मिलियन युआन थी। यह रकम चीन ने नेपाल को सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में विकास करने के लिए दी है। साथ ही आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और तकनीकी सुविधाएं देने का वादा किया है। नेपाल के वित्त मंत्री सुमन प्रसाद शर्मा और चीनी राजदूत वु चुन्ताई ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों के बीच यह समझौता चीनी राष्ट्रपति के नेपाल दौरे से पहले हुआ है। ल्ल
'लखवी पर जरूर होगी कार्रवाई'
भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा है कि मुंबई हमले के 'मास्टरमाइंड' आतंकी जकीउर रहमान लखवी को जेल से नहीं छोड़ा गया है। वह अब भी हिरासत में है। कोलकाता में पत्रकारों को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि लखवी के खिलाफ पाकिस्तानी कानून के तहत कार्रवाई जरूर की जाएगी। यह पूछे जाने पर कि लखवी को उसके किए की सजा कब तक मिलेगी, उनका कहना था कि इस बारे में कुछ समय जरूर लगेगा, क्योंकि अपराध की जगह भारत है, लिहाजा इसके सबूत भी भारत की ओर से दिए जा रहे हैं। इसलिए इस मामले को अभी और कितना समय लगेगा, इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। ल्ल
लीबिया में भारतीयों समेत 20 अगवा
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने उत्तर अफ्रीकी देश लीबिया के एक अस्पताल पर हमला कर वहां से 20 चिकित्सा कर्मियों का अपहरण कर लिया। 30 बंदूकधारियों ने गत 16 मार्च कोलीबिया के शहर सिर्ते स्थित इब्न सिना अस्पताल पर हमला करके और इन लोगों को अगवा कर लिया।
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, अगवा हुए लोगों में अधिकतर विदेशी हैं। ये फिलीपींस, यूक्रेन, भारत और सर्बिया से हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि अगवा होने वाले लोगों में कितने भारतीय हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले आईएसआईएस के आतंकियों ने तिकरित में नौकरी कर रही केरल की 46 नर्सों को अगवा कर लिया था। बाद में भारत सरकार की कोशिश के तहत नर्सों को रिहा कराने में कामयाबी मिल गई थी। जिस शहर सिर्ते में यह घटना हुई है वह लीबिया के पूर्व तानाशाह गद्दाफी का गृहनगर है। बीते कुछ समय के दौरान यह जगह आईएसआईएस के गढ़ में तब्दील हो चुकी है। पिछले वर्ष दिसंबर में इस वर्ष जनवरी में भी आतंकियों ने यहां इजिप्ट के 21 ईसाइयों को अगवा किया था और बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी। ल्ल
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