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रायबरेली जिले के बछरावां रेलवे स्टेशन पर देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस (14266) के तीन डिब्बे पटरी से उतरने के कारण 30 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई, जबकि दुर्घटना में 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हादसे में घायल हुए कई यात्रियों की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार रेल हादसा गत 20 मार्च की सुबह 9:30 बजे हुआ। देहरादून से लखनऊ होते हुए वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस जैसे ही बछरावां स्टेशन से आगे बढ़ी तो उसका पहला डिब्बा पटरी से उतर गया। रेल तब तक गति पकड़ चुकी थी। इसके बाद दो अन्य डिब्बे भी पटरी से उतर गए और उसमें सवार यात्री डिब्बों में फंस गए। घायलों को काफी मशक्कत के बाद रेल से बाहर निकाला जा सका। घायलों को बछरावां के प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र में भर्ती किया गया है, जबकि गंभीर रूप से घायल हुए यात्रियों को रायबरेली तथा लखनऊ भेजा गया है। इस हादसे में रेल चालक प्रशांत मिश्रा, गार्ड अनिल गुप्ता और सहायक चालक सुबोध हादसे में घायल हुए हैं।
बताया जा रहा है कि रेल के इंजन में कुछ तकनीकी खराबी आ गई थी। चालक ने इस सम्बंध में बछरावां के स्टेशन अधीक्षक को सूचना दी कि इंजन ने काम करना बंद कर दिया है। बछरावां स्टेशन अधीक्षक ने तत्काल रेल को लूप लाइन पर डलवा दिया। ऐसा न करने पर रायबरेली की ओर से आ रही गंगा गोमती एक्सप्रेस से जनता एक्सप्रेस की सीधी टक्कर हो सकती थी। सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारी भी मौके पर पहंुच गए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की राहत राशि देने की घोषणा की है। प्रतिनिधि
कठुआ में फिदायीन हमला, सेना की वर्दी में आए थे आतंकी
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में शुक्रवार की सुबह हुए फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के दो जवान और एक पुलिसकर्मी वीरगति को प्राप्त हो गए। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाकर्मियों ने दोनों आतंकियों को ढेर कर दिया। इस दौरान एक नागरिक की भी मौत हो गई। आतंकी हमले में करीब 10 लोग जख्मी हो गए। जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन के बाद यह पहला बड़ा हमला है।
जानकारी के मुताबिक सुबह करीब छह बजे सेना की वर्दी पहने हुए जीप में सवार आतंकी जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित राजबाग थाने पहंुचे और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों पर गोली चलाते हुए थाने के अंदर प्रवेश कर गए। करीब पांच घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद दो आतंकियों को मार गिराने का दावा किया गया है। राजबाग पुलिस थाना भारत-पाक सीमा से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर है, इस हमले के तुरंत बाद राष्ट्रीय राजमार्ग को सुरक्षा के लिहाज से बंद कर दिया गया। साथ ही रेल मार्ग और स्कूल भी बंद करा दिए गए। हमले के तुरंत बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह और गृह सचिव एल. सी. गोयल ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक से बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया।
इसके बाद गृह मंत्री ने संसद में दोनों आतंकियों को मार गिराने की पुष्टि क रते हुए सेना के शौर्य की सराहना की। सीआरपीएफ के घायल जवान सुरेश ने बताया कि आतंकी सेना की वर्दी पहने थे। उन्होंने धोखे से पहले जम्मू से पठानकोट जा रही एक जीप को रोका, फिर उसमें सवार तीन सवारियों का अपहरण कर लिया और राजमार्ग थाने पर पहंुचकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। आतंकियों ने पुलिस थाने पर ग्रेनेड भी फेंके थे। प्रतिनिधि
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