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.मॉरीशस यात्रा पर गए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वहां पर विश्व हिंदी सचिवालय की आधारशिला रखी। पोर्ट लुई में अपने भाषण में उन्होंने कहा कि 150 साल पहले हमारे पूर्वज मॉरीशस में हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति को साथ लेकर आए थे। मॉरीशस ने हिंदी साहित्य की बहुत सेवा की है और यहां का अपना हिंदी साहित्य है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भाषा की अपनी ताकत होती है। भाषा भाव की अभिव्यक्ति का बहुत बड़ा माध्यम है। मातृभाषा सीधे दिल से निकलती है, जबकि अन्य भाषा को बोलने में दिमाग लगाना पड़ता है। मॉरीशस की हिंदी में मजदूरों के पसीने की महक है। भारतीय प्रधानमंत्री ने वहां स्थित 'गंगा तालाब' पर जाकर पूजा अर्चना भी की। शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद उन्होंने तालाब में गंगा जल भी प्रवाहित किया। श्री नरेन्द्र मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ के साथ दोनों देशों के बीच समुद्री अर्थव्यवस्था सहित पांच समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए। श्री मोदी ने कहा कि हमारी मंशा मॉरीशस में जल्द से जल्द पेट्रोलियम भंडारण हेतु गोदाम बनाने की भी है। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं के लिए मॉरीशस को 50 करोड़ डॉलर का रियायती कर्ज देने की पेशकश भी की है। ल्ल
अमरीका में भारतीय छात्रा की हत्या
अमरीका के अल्बानी में भारतीय दंतचिकित्सा की एक छात्रा रंधीर कौर (37) सोमवार को अपने अपार्टमेंट में मृत पाई गई। संदिग्ध परिस्थितियों में हुई उनकी मौत को हत्या बताया जा रहा है। इस शहर में वर्ष 2004 के बाद यह हत्या का पहला मामला है।
जानकारी के अनुसार रंधीर 'यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सेन फ्रांसिस्को' (यूसीएसएफ) में दंतचिकित्सा की पढ़ाई कर रही थी। वह अपने घर में फर्श पर मृत पड़ी हुई मिली। उनके सिर पर चोट के निशान मिले हैं। मूल रूप से पंजाब की रहने वाली रंधीर कौर यूसीएसएफ के 'स्कूल ऑफ डेंटिस्ट्री' के अंतरराष्ट्रीय दंतचिकित्सा पाठ्यक्रम की छात्रा थी। पुलिस का कहना है कि रंधीर के शव को 'पोस्टमार्टम' के लिए भेज दिया गया है। 'पोस्टमार्टम' रपट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता लग पाएगा। बहरहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। मामले की जांच जारी है। ल्ल
इस्लामिक स्टेट ने बनाई 'खलीफबुक '
इंटरनेट के जरिए अपनी बर्बरता और कट्टरता का प्रचार प्रसार करने वाले इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के अकाउंट को जब फेसबुक व ट्विटर जैसी 'सोशल साइट्स' ने बंद कर दिया तो उसने खलीफबुक नाम से अपनी सोशल साइट बना ली। वेबसाइट के मुख्य पन्ने पर अंग्रेजी में लंबा-चौड़ा संदेश लिखा हुआ है। इसके पीछे दुनिया का मानचित्र है, जिसमें जगह-जगह पर अरबी प्रतीक चिह्न दिखाई पड़ता है। संदेश में कहा गया है कि साइट से जुड़ी सूचनाएं, विवरण और इसके सदस्यों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तात्कालिक रूप से सेवाएं बंद की गई हंै। इसमें कहा गया है कि यह साइट स्वतंत्र है और इसका इस्लामिक स्टेट से कोई संबंध नहीं है। हालांकि इसमें इस्लामिक शासन के नाम पर कट्टरपंथी समूहों की हिंसा को जायज बताया गया है। वेब सेवा प्रदाता कंपनी 'गोडैडी डॉट कॉम' पर इसे तीन मार्च को पंजीकृत किया गया है। ल्ल
आईएसआईएस ने बालक से कराई हत्या
बर्बरता के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो चुका आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट अब बच्चों को अपना नया हथियार बना रहा है। आईएसआईएस के आतंकियों ने एक दस वर्षीय बच्चे से इस्रायली जासूस की हत्या कराने का एक वीडियो जारी किया है। बच्चे द्वारा मारे गए व्यक्ति की पहचान 19 वर्षीय मोहम्म्द सैद इस्माइल मुसल्लम के रूप में हुई है। आईएसआईएस का दावा है कि वह इस्रायल का जासूस था। वीडियो के अनुसार मुसल्लम इस्रायली जासूसी एजेंसी मोसाद का खुफिया एजेंट था, जिसे आईएसआईएस में घुसपैठ के लिए भेजा गया था। वहीं इस्रायल और मुसल्लम के परिवार वालों ने उसके जासूस होने से इनकार किया है। वीडियो में मुसल्लम नारंगी रंग का जंपसूट पहने घुटनों के बल बैठा दिख रहा है। उसके आगे वर्दी में आतंकी के साथ एक बच्चा खड़ा है।
प्रस्तुति:आदित्य भारद्वाज
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