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चैत्र शुक्ल प्र्रतिपदा….नववर्ष का प्रथम दिन! उत्साह…उमंग….नव संकल्पों का दिन! इसी दिन जन्मे थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निर्माता, आद्य सरसंघचालक डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार। भारत की माटी में पैदा हुए, पले-बढ़े ऐसे भारतभक्त जिनके मन में मातृभूमि को परम वैभव के पद पर अधिष्ठित करने का सतत् मंथन चलता रहा…और उसमें से निकले समाधान ने रा. स्व. संघ की नींव रखी। इस वर्ष प्रतिपदा पर डॉ. हेडगेवार की 125वीं जयंती है और हमने आयोजन किया है डॉक्टर साहब के राष्ट्रनिष्ठ व्यक्त्तत्वि और कृतित्व पर विशेष सामग्री का। इसमें संघ की स्थापना से पूर्व डॉक्टर साहब के मन में गुलामी की बेडि़यों को शीघ्रातिशीघ्र तोड़कर भारत की असली पहचान के आधार पर संगठित समाज खड़ा करने की उत्कंठा का वर्णन है तो उनके व्यक्तित्व के उन आयामों की भी चर्चा है जो बताते हैं कि कैसे वे एक सरल-सहज परन्तु विलक्षण विभूति थे। उनके द्वारा खड़े किए संघ कार्य और संस्कारित कार्यकर्ताओं के समर्पण और सेवा की विशद् जानकारी के साथ प्रस्तुत है यह विशेष आयोजन।
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