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सात महीने के लंबे अंतराल के बाद पाकिस्तान के साथ बहाल हुई वार्ता के दौरान भारत ने पाकिस्तान के सामने आतंकवाद का मामला उठाया। इसमें मुंबई हमले की बात प्रमुखता से रखी गई है। 'सार्क यात्रा' के तहत गत 3 मार्च को इस्लामाबाद पहुंचे भारतीय विदेश सचिव एस. जयशंकर ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष एजाज चौधरी के साथ आपसी हित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष अगस्त में नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग द्वारा कश्मीरी अलगाववादियों से बातचीत करने के मद्देनजर भारत ने विदेश सचिव स्तर की वार्ता करने से मना कर दिया था। इस्लामाबाद में पत्रकारों से हुई बातचीत के दौरान जयशंकर ने कहा कि मेरी इस यात्रा से आपसी रिश्तों पर बातचीत करने का एक मौका मिला है। हमने एक-दूसरे की चिंताओं व हितों पर खुले मन से चर्चा की। दोनों देश साझा हित के मुद्दों पर काम करने और मतभेदों को पाटने के लिए मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं। मैंने एक बार फिर मुंबई पर हुए आतंकी हमले समेत सीमा पार से होने वाली आतंकी घुसपैठ के मामले पर भारत की चिंताओं से पाकिस्तान को अवगत करा दिया है।
उल्लेखनीय है कि 2008 के मुंबई हमले के अपराधियों को सजा दिलाने में पाकिस्तान की ओर से हो रही देरी पर भारत लगातार अपनी चिंता जताता रहा है। एजाज के साथ एक घंटे तक चली बातचीत के बाद जयशंकर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज से मिलने चले गए। उन्होंने शरीफ के विशेष सहायक तारिक फातमी से भी मुलाकात की। इसके बाद दोनों विदेश सचिवों के बीच लंच पर फिर बातचीत हुई जो एक घंटे से ज्यादा समय तक चली।
वैदिक अध्ययन की विश्व धरोहर संजोने की पहल
यूनेस्को की ओर से अंतरराष्ट्रीय धरोहर घोषित किए जा चुके वैदिक मंत्र जाप और अध्ययन की विधा को संरक्षण देने के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इस समिति को नियमित रूप से अपनी बैठकें कर सिर्फ एक महीने के अंदर ही रपट देने को कहा है। समिति में उज्जैन के महर्षि सांदीपनी राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान, तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर वेद विश्वविद्यालय और वीरावल के सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपतियों को शामिल किया गया है। बताया जा रहा है कि समिति के तहत पूर्णकालिक अध्ययन करने वाले छात्रों को विशेष तौर पर वित्तीय मदद उपलब्ध करवाई जाएगी।
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