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लोग केजरीवाल की झूठी
राजनीति समझें
– दिल्ली विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता कांग्रेस को वोट क्यों दे?
दिल्ली की जनता जानती है और उसने देखा है कि राज्य में कांग्रेस के शासन में कितना विकास हुआ है। सही मायने में दिल्ली का विकास कांग्रेस सरकार ने किया। जबकि पिछले सात माह में मोदी सरकार ने दिल्ली के विकास के लिए कुछ नहीं किया, सिर्फ घोषणा की हंै। वहीं आम आदमी पार्टी ने अपने 49 दिन के कार्यकाल में धरना प्रदर्शन देने का ही काम किया। केजरीवाल ने झूठे दावे, अराजकतावादी राजनीति कर लोगों को गुमराह किया। अब केजरीवाल की असलियत जनता समझ गई है। इसी को देखते हुए दिल्ली की जनता कांग्रेस को वोट देगी।
-दिल्ली के विकास के लिए पिछली कांग्रेस सरकार ने कौन से तीन काम किए हैं?
यदि बात विकास की की जाए तो राजधानी में विकास का चौतरफा काम कांग्रेस के राज में ही हुआ है। दिल्ली में बिजली व्यवस्था में सुधार की बात हो या नए पुलों के निर्माण की या फिर मेट्रो टे्रन की-कांग्रेस ने दिल्ली को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त शहर बनाने का काम किया। केंद्र की पिछली संप्रग सरकार ने दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने का काम किया। गांवों के विकास के लिए काम किया। राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन से भी दिल्ली बेहतर हुई। अस्पताल कॉलेज भी नए खुले हैं। इसलिए कांग्रेस ने तीन नहीं दर्जनों विकास के काम किए हैं।
-दिल्ली में डेढ़ साल में फिर से चुनाव हो रहे हैं इसका कौन जिम्मेदार है?
इसके लिए केजरीवाल की आम आदमी पार्टी जिम्मेदार है। कांग्रेस पार्टी ने केजरीवाल को बिना शर्त समर्थन दिया था। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के समर्थन से सरकार भी बनाई, लेकिन बीच रास्ते में ही इस्तीफा दे दिया। केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए धरना देने का अधिक काम किया। कांग्रेस पार्टी ने उनसे समर्थन वापस नहीं लिया था जबकि केजरीवाल खुद छोड़कर सरकार से गए। भाजपा भी इस चुनाव के लिए जिम्मेदार है क्योंकि वह सबसे बड़ी पार्टी थी, लेकिन उसने पहले तो सरकार नहीं बनाई और जब दिल्ली में मोदी सरकार बन गई तो भी राज्य में चुनाव करवाने में देर की।
-इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का मुकाबला किससे है, भाजपा से या आआपा से?
कांग्रेस का मुकाबला सांप्रदायिक सोच और अराजकतावादियों से है। राज्य की जनता भाजपा और आआपा के झूठे दावों और वायदों में फंस गई थी, लेकिन इस बार कांग्रेस सावधान है। केजरीवाल ने झुग्गी-झोपडि़यों में रहने वाले लोगों, वंचितों और अल्पसंख्यकों को गुमराह करने का काम किया।
-कांग्रेस पार्टी किसी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाकर चुनाव क्यों नहीं लड़ रही है? कांग्रेस के नेता एक-एक कर पार्टी छोड़ रहे हैं क्यों?
कांग्रेस की परंपरा है कि विधायक दल ही मुख्यमंत्री या नेता का चुनाव करता है। कांग्रेस पहले से सीएम का उम्मीदवार घोषित कर चुनाव नहीं लड़ती। हां जब चुनाव आते हैं तो हर दल में कुछ नेता ऐसे होते हैं, जो आते-जाते हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी बड़ी पार्टी है और कुछ लोगों के जाने से उस पर फर्क नहीं पड़ता है।
'बेदी से हमें कोई डर नहीं'
-दिल्ली विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता आआप को वोट क्यों दे?
आम आदमी पार्टी दिल्ली का विकास चाहती है और हमने 49 दिन की सरकार में यह करके दिखाया भी है। दिल्ली में जब आआपा की सरकार थी तो भ्रष्टाचार बंद हो गया था। बिजली- पानी की समस्या भी सुलझा दी गई थी। कांग्रेस और भाजपा ने कुछ नहीं किया।
-दिल्ली के विकास के लिए आपकी सरकार ने कौन से तीन काम किए हैं?
बिजली सस्ती कर दी,बिजली कंपनियों की गड़बड़ी रोकने के लिए कदम उठाया। महिलाओं की सुरक्षा के लिए समिति बनाई, भ्रष्टाचार रोकने के लिए जनलोकपाल लागू करने के लिए प्रयास किया।
-दिल्ली में डेढ़ साल में फिर से चुनाव हो रहे हैं, इसका कौन जिम्मेदार है?
भाजपा और कांग्रेस जिम्मेदार हैं। दोनों ने मुझे काम नहीं करने दिया, इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस ने कहा था कि कोई शर्त नहीं लगाएंगे और जब मैंने भ्रष्टाचार रोकने का प्रयास किया तो कांग्रेस ने जनलोकपाल बिल को समर्थन देने से इंकार कर दिया, इसलिए मैंने जनता के बीच जाने का फैसला किया।
-इस बार विधानसभा चुनाव में आपका मुकाबला किससे है भाजपा से या कांग्रेस से?
दिल्ली में भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला है। कांग्रेस पार्टी लड़ाई में नहीं है।
-भाजपा ने किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है। क्या बेदी को लेकर आपकी पार्टी में बेचैनी है?
बेदी राजनीति में आईं उनका मैं स्वागत करता हूं। बेदी को लेकर आआपा में कोई बेचैनी नहीं है और न ही बेदी से हमें कोई डर है।
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