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.पेरिस से प्रकाशित होने वाली पत्रिका 'शार्ली एब्दो' पर हुए जिहादी हमले का विरोध दुनिया भर के व्यंग्य चित्रकारों ने जिस तीखेपन से किया उसका अंदाजा उनके बनाए इन चित्रों से हो जाता है। इन चित्रकारों ने साबित कर दिया कि बंदूक से ज्यादा ताकतवर कलम होती है।
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