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चण्डीगढ़ स्थित पंजाब विश्वविद्यालय के सभागार में गत दिनों विचार गोष्ठी आयोजित हुई। इसका विषय था 'जम्मू-कश्मीर में लागू अनुच्छेद-370 के सांस्कृतिक, सामाजिक और कानूनी पहलू'। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख एवं जम्मू-कश्मीर अध्ययन केन्द्र के मार्गदर्शक श्री अरुण कुमार ने अनुच्छेद 370 पर बहस शुरू किए जाने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि यह अनुच्छेद जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए कारगर साबित नहीं हो पाया है। इस अनुच्छेद से प्रदेश के राजनेताओं को अपना स्वार्थ सिद्ध करने का मौका मिल रहा है और आम नागरिक पिसता जा रहा है। गोष्ठी में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के उपाध्यक्ष डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 और अरुणाचल प्रदेश की विवादास्पद स्थिति के लिए जितने जिम्मेदार पड़ोसी देश हैं उतना ही देश के अंग्रेजी मीडिया द्वारा प्रयोग की जाने वाली टर्मिनोलॉजी (शब्दकोश) भी है। इस अवसर पर अनेक लोग मौजूद थे। ल्ल प्रतिनिधि
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