|
केंद्र सरकार ने गंगा तट पर बसे शहरों में 'सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट'(एसटीपी) नदी से दूर लगाने को कहा है ताकि शोधित या गंदे पानी को गंगा में गिरने से रोका जा सके। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय ने शहरी विकास मंत्रालय को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि केंद्र की ओर से मंजूर होने वाली किसी भी शहरी परियोजना के तहत गंगा की धारा के निकट एसटीपी लगाने की अनुमति नहीं दी जाए। इसके अलावा केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में गंगा पर लगे 38 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के संबंध में जानकारी भी मांगी है। राज्य में ज्यादातर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट सुचारु रूप से नहीं चलने के कारण शहरों का गंदा पानी शोधित किए बिना ही गंगा में गिरता है।केंद्रीय मंत्री उमा भारती के हाल ही में कई शहरों का दौरा किए जाने के बाद जल संसाधन मंत्रालय ने यह कदम उठाया है। सूत्रों के अनुसार भारती ने अपने दौरे के दौरान कई शहरों में देखा कि वहां बड़ी मात्रा में साफ किए बिना गंदा पानी नदी में सीधे बहाया जा रहा है। इसलिए उन्होंने ट्रीटमेंट प्लांट को नदी की धारा से दूर लगाने का निर्देश दिया है ताकि गंदा पानी नदी में जाकर न मिले। सुश्री भारती ने अपने दौरे में देखा कि कई एसटीपी जो गंगा की धारा के निकट लगे हैं, वहां से बड़ी मात्रा में साफ किए बिना ही गंदा पानी नदी में गिराया जा रहा है। इसलिए अब उन्होंने एसटीपी को नदी की धारा से दूर लगाने का निर्देश दिए हैं। ल्ल
टिप्पणियाँ