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जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में विजय पताका फहराने के लिए भाजपा ने 44 सीटों का 'मिशन' रखा है। भाजपा ने जम्मू से 37, कश्मीर घाटी से 31 और लद्दाख से 4 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। जम्मू-कश्मीर में कुल 87 निर्वाचन क्षेत्र हैं। 25 नवम्बर को हुए पहले चरण के मतदान में जिस तरह से मतदाताओं ने उत्साह का परिचय दिया है, उससे साफ है कि जम्मू-कश्मीर की राजनीति में नई दिशा तय होने वाली है। यहां तक की पाकिस्तान वेबसाइट्स पर भी जम्मू-कश्मीर में भाजपा की सरकार बनने संबंधी खबरें जारी हो रही हैं। पहली बार भाजपा ने लद्दाख और कश्मीर घाटी से इतनी बड़ी संख्या में अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं और बड़ी संख्या में घाटी में पार्टी के कार्यालय खोले गए हैं। जगह-जगह भाजपा के झंडे लहरा रहे हैं और कमल का चुनाव चिह्न चमक रहा है। काफी वषार्ें बाद जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रवादियों को यह अवसर मिला है क्योंकि अलगाववादियों ने यहां पर अपना दबदबा बनाया हुआ था। लेकिन अब की बार कांग्रेस की युवा इकाइयां और कुछ कांग्रेसी पदाधिकारी भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। रोचक तथ्य यह है कि भाजपा के विरुद्ध न केवल कांगे्रस-नेशनल कांफ्रेंस सक्रिय हुए हैं, बल्कि पीडीपी के नेता भी सक्रिय हो गए हैं। इन सभी का कहना है कि इनका मुकाबला सीधे भाजपा से ही है। भाजपा के विरुद्ध प्रचार के लिए मौलवियों का सहारा लिया जा रहा है। अलगाववादी ताकतें भी इसी अभियान में जुटी हुई हैं और चुनाव बहिष्कार की पूरी कोशिश कर रही हैं। इसकी मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी सराहना कर चुके हैं। नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस जम्मू-कश्मीर मंे धारा 370 को सुदृढ़ बनाने और स्वायत की बातें उभार
रहे हैं।
भाजपा ने इन सब से हटकर विकास को चुनाव का मुद्दा बनाया है। वंशवाद की राजनीति समाप्त करने, लूट और भ्रष्टाचार के शासन को मिटाने के लिए भाजपा के प्रत्याशियों को सफल बनाने का अनुरोध किया जा रहा है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर की छह सीटों में से तीन पर भाजपा प्रत्याशी विजयी रहे थे। विधानसभा चुनाव में भी संभावना जताई जा रही है कि भाजपा अपना लक्ष्य पूरा करने में कामयाब रहेगी और सत्ताधारी कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस को मुंह की
खानी पड़ेगी। ल्ल
खुले कांग्रेस-राकांपा नेताओं के काले चिट्ठे
महाराष्ट्र चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस-राकांपा का गठबंधन टूटने पर पूर्व मंत्री पतंगराव कदम ने बड़ी गंभीरता के साथ दोनों सत्ताधारी दलों को चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि इस बार का विधानसभा चुनाव हार जाते हैं तो सत्ता जाने के अलावा आधे से ज्यादा मंत्री जेल की दीवारों के पीछे मिलेंगे। उस समय कही गई बात अब हकीकत में बदलती दिखाई पड़ रही है। संयोगवश इस अभियान की शुरुआत स्वयं पतंगराव कदम के कारनामों से ही हो गई।
यह मामला प्रकाश में आया है कि पुणे जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पतंगराव द्वारा संचालित भारती विद्यापीठ की 282 एकड़ जमीन के हस्तांतरण कारोबार पर मुंबई उच्च न्यायालय ने सवालिया निशान लगाते हुए संबंधित भूमि पर हो रहे भवन निर्माण पर रोक लगा दी जिससे खलबली मच गई है। मुंबई उच्च न्यायालय में प्रस्तुत जानकारी एवं हलफनामों के अनुसार 282 एकड़ भूमि 20 जनवरी, 2005 के विशेष सरकारी आदेश के तहत तत्कालीन मंत्री पतंगराव को 57 लाख 80 हजार रुपए में दी गई। यह राशि बाजार भाव की मात्र 25 फीसद ही थी यानी कम कीमत पर भूमि लेकर मंत्री ने सरकार में रहकर अपने पद का दुरुपयोग किया। राज्य में भाजपा की सरकार आने के बाद पहली गाज गिरी है कांग्रेसियों द्वारा नियंत्रित सहकारिता संस्थाओं के भ्रष्टाचार पर। महाराष्ट्र राज्य सहकारिता बैंक के 1600 करोड़ रुपयों के भ्रष्टाचार के मामले को वरीयता देते हुए राज्य के सहकारिता प्रभाग के मंत्री चन्द्रकांत दादा पाटिल ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सहकारिता बैंक क अध्यक्ष एवं निदेशक पद पर सदा कांग्रेस-राकांपा के नेता ही आसीन रहते आए हैं जिन्होंने बैंक को भ्रष्टाचार के चलते कभी घाटे से उबरने ही नहीं दिया। बैंक घोटाले की जांच में बैंक के निदेशक रहे 75 लोगों को अपना पक्ष रखने को कहा गया है। इनमें से एक पूर्व मुख्यमंत्री अजित पवार भी शामिल हैं।
ल्ल द. वा. आंबुलकर
हिन्दू विरोधी ने की
हिन्दू पत्नी की हत्या
चेन्नै। ईसाई पंथ के व्यक्ति से शादी करने पर हिन्दू महिला को देवी-देवताओं की पूजा करने पर प्रताडि़त करने का मामला सामने आया है। महिला को इतनी यातना दी गई कि महिला ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली। पति पर आरोप है कि वह पत्नी को हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा करने से रोकता था। पुलिस ने उसे आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। 32 वर्षीय एंटनी जोसफ एक आभूषण की दुकान पर लिफ्ट 'ऑपरेटर' है। काफी वर्षों से उसकी प्रीति (बदला नाम) से मित्रता थी। वर्ष 2007 में दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। शादी हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार तिरुपति मंदिर में की गई थी, हालांकि उसके बाद सैन थॉम चर्च में ईसाई परम्परा के अनुसार भी विवाह की रस्म पूरी की गई। गत 22 अक्तूबर को प्रीति ने शालिग्राम स्थित अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद उसके पिता त्यागराजन ने दामाद जोसफ के खिलाफ बेटी को प्रताडि़त करने का मामला दर्ज करा दिया कि वह हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा के खिलाफ था। पुलिस ने इसके बाद जोसफ को गिरफ्तार कर लिया। ल्ल प्रतिनिधि
मुसलमानों ने किया स्वयंसेवक पर हमला
चेन्नै। 26 नवम्बर की सुबह कार्यवाह राजकुमार (सचिव स्थानीय इकाई) पर कार्यालय जाते समय मुसलमानों ने हमला कर दिया। लोहे की राड और हथियारों से हमला कर उन्हें बुरी तरह से घायल कर दिया गया। राजकुमार ने एक मकान में छिपकर किसी तरह से अपनी जान बचाई, इस बीच हमलावर मौके से फरार हो गए। सिर व कमर पर गंभीर चोट आने पर उन्हें उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया गया।
इस झगड़े की शुरुआत गत 23 नवम्बर को हुई थी। थिरुवतिस्वरार्ण मंदिर के निकट कुछ मुस्लिम युवक एक हिन्दू महिला से सड़क पर अभद्रतापूर्ण व्यवहार कर रहे थे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। कुछ देर में मुस्लिम युवकों के करीब 50 जानकार मौके पर पहंुच गए और जबरन आरोपी युवकों को अपने साथ छुड़ाकर ले गए। पीडि़त महिला ने आरोपी युवकों के विरुद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो मुस्लिम इकट्ठा होकर महिला के घर जा पहंुचे और अपशब्द बोलने लगे। महिला की मदद को हिन्दू संगठन आगे आए तो मुसलमानों ने थाने में उनके साथ मारपीट की। ल्ल प्रतिनिधि
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