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संगच्छध्वं संवदध्वं के ध्येय के साथ विश्व हिन्दू कांग्रेस में महिला, मीडिया, युवा, संगठन, अर्थशास्त्र, शिक्षा और राजनीति जैसे अलग-अलग विषयों पर विभिन्न सत्रों में चर्चा हुई। प्रत्येक सम्मेलन में वैश्विक हिन्दू समुदाय के लिए महत्वपूर्ण रणनीति के साथ हिन्दुओं की प्रगति और सभी क्षेत्रों में प्रतिष्ठा के उपायों पर चर्चा हुई।
हिन्दू आर्थिक सम्मेलन
वर्ल्ड हिन्दू इकॉनामिक फोरम के अन्तर्गत आर्थिक मामलों पर हुए सम्मेलन में यह संकल्प लिया गया कि विश्व आर्थिक मंच पर हिन्दू व्यवसायियों, पेशेवरों एवं उद्यमियों को महत्वपूर्ण भूमिका देने के साथ-साथ हिन्दू समाज की समृद्धि और विस्तार ध्यान देना चाहिए। ब्रिटेन में व्यवसाय करने वाले श्रीनाथ पुरी ने विश्वभर में फैले हिन्दू उद्यमियों के योगदान की चर्चा की। लंदन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष सुभाष ठक्कर ने विश्व में व्यवसाय में हिन्दुओं की और भागीदारी पर जोर दिया। यूएसआईएनपीएसी अमरीका के अध्यक्ष संजय पुरी, ऑप्सन टाउन के संस्थापक सचिन गोयल और सूरीनाम, गयाना और दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे।
वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री डॉ निर्मला सीतारमण ने कहा कि अप्रवासी भारतीयों द्वारा देश से ज्यादा देश के बाहर निवेश किया जा रहा है। उन्हें अब सचेत होने की जरूरत है क्योंकि यूरोप में मात्र 1 प्रतिशत से भी कम वृद्धि दर है। हम उनका निवेश के लिए भारत में स्वागत करेंगे। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अप्रवासी हिन्दुओं को भारत में निवेश और व्यवसाय बढ़ाने के लिए ठोस प्रयत्न करना चाहिए। गुयाना से आए हिन्दू स्वयंसेवक संघ के संघचालक रवीन्द्रदेव ने कहा कि देश से बाहर स्थापित भारतीय मूल के व्यवसायी अपनी पहचान भूल गए है। यह समय है कि उन्हें पुन: उस स्वर्णिम समय की ओर लाया जाए।
हिन्दू शिक्षा सम्मेलन
हिन्दू शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित हिन्दू शिक्षा सम्मेलन में शैक्षिक संसाधनों की रचना और सभ्यता के पुनरुत्थान हेतु नेटवर्किंग पर जोर दिया गया। केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने कहा कि शिक्षा तंत्र को छात्रों में मानवता के मूल्यों को समाहित करने के लिए मूल्यपरक शिक्षण पर ध्यान देना चाहिए। सारे सरकारी और विश्वविद्यालयीय पुस्तकालयों को डिजिटलीकरण करना चाहिए ताकि सभी के लिए मुख्य शिक्षा संभव हो सके। प्रो. कपिल कपूर ने कहा कि इच्छा शक्ति से मूल्यपरक शिक्षा तंत्र का ढांचा खड़ा हो सकता है। एनआईएमएस, जयपुर के प्रो. बलवीर तोमर पूर्ण विद्या फाउंडेशन कोयम्बतूर के स्वामिनी परमानन्द, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो. रजनीश मिश्रा तथा जीवा संस्थान फरीदाबाद के स्टीफन एडॉल्फ ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर भारतीय अतंरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष प्रो. जी. माधवन नैय्यर और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने भी अपने विचार रखे।
हिन्दू महिला सम्मेलन
हिन्दू वूमेन फोरम द्वारा संचालित हिन्दू महिला सम्मेलन की अध्यक्षता राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका वी. शांताका ने की। उन्होंने राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों में महिलाओं की भूमिका पर अपना वक्तव्य दिया। वाणिज्य राज्यमंत्री डॉ. निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं जहां महिलाओं ने पत्रकार के साथ राजनीतिज्ञ, महिला कार्यकर्ता के साथ इतिहासकार और इसके साथ ही नर्तकी की भूमिका एक साथ निभायी। पूर्व पुलिस अधिकारी डॉ. किरण बेदी ने कहा कि हमें 4 एस-साक्षरता, स्वच्छता, सक्षमता और संस्कार से युक्त नौकरशाह, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, मां और अभिभावक चाहिए। स्वाभाविक है कि यह सब एक मां के हाथ में है।
हिन्दू मीडिया सम्मेलन
हिन्दू मीडिया फोरम के माध्यम से आयोजित हिन्दू मीडिया सम्मेलन में सुप्रसिद्ध फिल्म निर्माता प्रियदर्शन ने कहा कि गलत उच्चारण की दिक्कत के कारण हमने कई शहरों और कस्बों के नाम बदल दिए- बम्बई हो गया मुम्बई, मद्रास-चेन्नै, कलकत्ता- कोलकाता, तो फिर बॉलीवु़़ड को अपना नाम क्यों नहीं बदलना चाहिए। इसी से शुरुआत होगी। दक्षिण की फिल्म अभिनेत्री सुकन्या रमेश, मीडिया संस्थान के मुख्य कार्यकारी अभिताभ दत्ता, दीनामलार के सहयोगी सम्पादक आर.आर. गोपाल, टीवी 18 समूह के अध्यक्ष उमेश उपाध्याय और लोकमत से जुड़े ज्वलंत स्वरूप ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
हिन्दू राजनीतिक सम्मेलन
हिन्दू डेमोक्रेटिक फोरम द्वारा संचालित हिन्दू राजनीतिक सम्मेलन में विश्वभर के हिन्दू सांसदों, विधायकों, मंत्रियों, कूटनीतिज्ञों और युवा राजनीतिज्ञों को एक मंच पर लाने की बात की गई ताकि ये सब अपने-अपने देश में हिन्दू समाज को ताकत देने के लिए संयुक्त रणनीति बना सकें। श्रीलंका में तमिल हिन्दुओं का प्रकरण उठाते हुए श्रीलंका के उत्तरी प्रांत के मुख्यमंत्री सी.वी. विघ्नेश्वरन ने कहा कि श्रीलंका के उत्तर और पूर्वी प्रांतों में 80 से 85 प्रतिशत तमिलभाषी जनसंख्या है। यहां हिन्दू एकजुट हैं और स्वयं को सशक्त बनाते हुए आगे बढ़ने की क्षमता रखते हैं। पूर्व पुलिस अधिकारी के.पी.एस. गिल ने कहा कि पाकिस्तान, बंगलादेश और अफगानिस्तान के साथ-साथ भारत में जम्मू-कश्मीर, केरल, असम और पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में हिन्दुओं के निर्वासन जैसी स्थिति के वातावरण को योजनाबद्ध तरीके से देखने व उन्हें सुरक्षित करने की जरूरत है।
हिन्दू संगठनात्मक सम्मेलन
हिन्दू संगठनों द्वारा संचालित हिन्दू संगठनात्मक सम्मेलन में मन्दिरों और आस्था के केन्द्रों की भूमिका के विस्तार पर चर्चा हुई। चर्चा में विचार आया कि सभी आस्था के केन्द्रों के बीच प्रभावी सम्पर्क और संजाल स्थापित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही इनको ताकतवर बनाना चाहिए ताकि हिन्दू समाज का प्रभाव बढ़े। इस सम्मेलन में रा.स्व.संघ के सहसरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने अपना वक्तव्य दिया।
हिन्दू युवा सम्मेलन
हिन्दू स्टूडेन्ट यूथ नेटवर्क द्वारा संचालित हिन्दू युवा सम्मेलन में सारे विश्व के हिन्दू छात्रों और युवाओं की समस्याओं के समाधान के लिए एक मंच बनाने की बात आई। हिन्दू समाज को बांटने वाले विभेदक तत्वों की चुनौतियों के समाधान पर चर्चा हुई। इस सम्मेलन में विश्व के अलग-अलग देशों से आये युवा प्रतिनिधियों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। प्रस्तुति : प्रमोद कुमार
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