|
असम में अवैध रूप से चल रहे मदरसों में संदिग्ध गतिविधियां चलने का खुलासा हुआ है। राज्य के गृह विभाग ने विशेष शाखा को इस संबंध में एक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया है। इस संबंध मंे सुरक्षा एजेंसियां भी कुछ मदरसों में संदेहास्पद गतिविधियों का खुलासा कर चुकी हैं।
आशंका जताई जा रही है कि इन अवैध रूप से चल रहे मदरसों में जिहादी विचारधारा का खूब प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। यहां जिहाद से जुड़ी पुस्तकों के माध्यम से विवादास्पद स्थिति पैदा की जा रही है। दरअसल प्रत्येक मदरसा 'स्टेट मदरसा एजुकेशन बोर्ड' (एसएमईबी) द्वारा पंजीकृत होता है। ऐसे मदरसों की संख्या करीब 663 है, जो कि पंजीकृत हैं। एसएमईबी का कहना है कि बिना पंजीकरण चल रहे मदरसों की संख्या काफी ज्यादा है, जो कि भारत-बंगलादेश सीमा पर सबसे अधिक संख्या में मौजूद हैं।
राज्य के गृह विभाग का कहना है कि असम में जिहादी गतिविधियों को अभी अधिक समय नहीं हुआ है। गृह विभाग से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि उन पर निगरानी बरतने के साथ-साथ जरूरी कार्रवाई भी की जा रही है। वहीं बीएसएफ के एक अधिकारी का कहना है कि भारत-बंगलादेश सीमा पर स्थित ऐसे मदरसे कड़ी निगरानी के तहत हैं। उन्होंने बताया कि बीएसएफ के जवानों को इन मदरसों और उनमें चल रही संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। गत 6 नवम्बर को असम पुलिस ने सुजैना बेगम को गिरफ्तार किया है, जो कि जेएमबी के संदिग्ध सदस्य शाहनूर आलम की पत्नी है। सुजैना जिहादी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी है। असम पुलिस के प्रवक्ता अपूर्व बरुआ ने बताया कि सुजैना के पिता को गुवाहाटी के उजान बाजार स्थित एक मकान से गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्हें सूचना मिली है कि कुछ अन्य महिलाएं भी सुजैना के साथ पश्चिम बंगाल के सिमुलिया मदरसे में जिहादी प्रशिक्षण के लिए जाती थीं। एनआईए भी मदरसों में महिलाओं के जिहादी प्रशिक्षण की बात का पहले ही खुलासा कर चुकी है। प्रशिक्षण लेने वालों ने खुलासा किया था कि असम में जिहाद के लिए कुरान को गलत तरीके से पढ़ाया जा रहा है। – बासुदेब पाल
हथीन में मचाया उन्माद
हरियाणा के मेवात क्षेत्र की हथीन तहसील में विवादित भूमि स्थल को लेकर एक बार फिर से मुस्लिम उन्मादियों ने आगजनी की और दुकानों में जमकर लूटपाट की। इस बीच मुसलमानों ने गोलीबारी कर हिन्दुओं पर हमला भी बोल दिया। हालात काबू होने तक पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाकर सेना को तैनात किया गया है। जानकारी के अनुसार हथीन तहसील में पुलिस के 'सीआईए' विभाग का दफ्तर था, जिसे खाली करने के बाद मुसलमानों ने वहां जबरन नमाज अदा करनी शुरू कर दी, लेकिन हिन्दू संगठनों के विरोध पर उस पर रोक लग गई। अब मुसलमानों ने वहां पड़ी निर्माण सामग्री भी हटानी शुरू कर दी थी। बजरंग दल मेवात के जिला संयोजक मनीष कुमार सिंघल ने बताया कि गत 11 नवम्बर की रात 'सीआईए' में तैनात सहायक उप निरीक्षक अब्दुल कादिर ने विवादित स्थल पर जबरन नमाज अदा की। इसका हिन्दू संगठनों ने विरोध किया तो मुस्लिम उन्मादियों ने हथीन तहसील में आगजनी कर दुकानों में लूटपाट शुरू कर दी। आरोप है कि घटनाक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक पलवल पतराम मौके पर मूकदर्शक बने रहे। इस संबंध में बजरंग दल ने हरियाणा के राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है।
टिप्पणियाँ