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पिछले दिनों दिल्ली के द्वारका में स्वदेशी मेला आयोजित हुआ। मेले का उद्देश्य था लोगों को स्वदेशी वस्तुओं की जानकारी देना, स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने के लिए प्रेरित करना और विदेशी वस्तुओं के अपनाने से देश को किस प्रकार से आर्थिक नुकसान हो रहा है, यह सब बताना। दो दिवसीय इस मेले में 20,000 से अधिक लोग पहंुचे। इस मेले की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि जनमानस यहां से सजग तथा और स्वदेशी बनकर गया। अनेक लोग स्वदेशी जागरण मंच से जुड़े। मेले की समाप्ति पर स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने पूरे परिसर की स्वयं सफाई कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'स्वच्छ भारत' अभियान को चरितार्थ कर दिया।
मेले का नजारा भावपूर्ण था। बच्चों के मनोरंजन के लिए अनेक साधन थे, तो उनकी बुद्धि को निखारने के लिए अनेक तरह की प्रतियोगिताएं कराई गईं। सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रमों के साथ-साथ लोगों को स्वदेशी की ओर मोड़ने के लिए स्वदेशी जागरण मंच के पदाधिकारियों के भाषण भी हुए। मेले में रक्तदान केंद्र में लोगों ने रक्तदान किया, तो 'सक्षम' के कार्यकर्ताओं ने लोगों को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया। अनेक लोगों ने नेत्रदान के फॉर्म भी भरे। मेले को सफल बनाने के लिए स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने दिन-रात मेहनत की। -प्रतिनिधि
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