आऱ के. सिन्हा - पत्रकार से सबसे धनी सांसद तकशुरुआत पत्रकार के रूप में
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

आऱ के. सिन्हा – पत्रकार से सबसे धनी सांसद तकशुरुआत पत्रकार के रूप में

by
Oct 18, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 18 Oct 2014 15:57:29

बड़ी छलांग
सुरक्षा एजेंसी के साथ मीडिया और शिक्षण संस्थानों में निवेश, 850 करोड़ की संपत्ति के साथ देश के सबसे धनी सांसद
संदेश
उद्यमी बनने के लिए समय विशेष की आवश्यकता नहीं होती, व्यक्ति में जज्बा होना आवश्यक। मंजिल निर्धारित करने से पूर्व गहन अनुसंधान और फिर रास्ता तय करना चाहिए

देेश में नए खबरिया टीवी चैनलों को सरकार ने शुरू करने की अनुमति दी तो बहुत से पत्रकारों ने उद्यमी बनकर अपने चैनल खोले,पर पत्रकार रहे आर.के. सिन्हा ने मीडिया की दुनिया से हटकर अपने लिए पहले ही संभावनाएं तलाश ली थीं। वे 70 के दशक में पटना से निकलने वाले सर्च लाइट और प्रदीप अखबारों के लिए काम कर चुके थे। जेपी आंदोलन का दौर था। वे बेबाक लिख रहे थे। सरकारी विभागों में होने वाले भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे थे। जब लग रहा था कि सब कुछ ठीक चल रहा है, तब उनकी अखबार से नौकरी चली गई। सिन्हा बताते हैं,मुझे धर्मयुग से स्वतंत्र पत्रकार का प्रस्ताव मिला। मैं वहां पर लिखने लगा। गुजारा होने लगा। इस दौरान छोटा-मोटा कामकाज और नौकरियां भी जारी रहीं। उम्र बढ़ रही थी और सफलता दूर हो रही थी। कारोबारी बनने का फैसला कैसे लिया? मैंने एक दिन पत्नी को साफ कहा कि अब मैं अपनी शतांर्े पर जिंदगी जीना चाहता हूं। पत्नी ने कहा,आप अपने मन का काम करो। अब मैं तैयारी करने लगा अपनी सुरक्षा एजेंसी खोलने के लिए। यह क्षेत्र मुझे पत्रकारिता के दिनों से ही प्रभावित करता था। उद्यमी बनने का रास्ता टेढ़ा-मेढ़ा था? मैं मानता हूं कि उद्यमी बनना किसी नौसिखिये के लिए पहाड़ के ऊपर चढ़ने जैसा है। बड़े सोच-विचार के बाद अपनी सुरक्षा एजेंसी खोली। नाम रखा सिक्योरिटी एंड इंटेलीजेंस सर्विसेज (एसआईएस)। शुरू में एक-दो कंपनियों से सुरक्षा कर्मियों की सप्लाई के आर्डर मिले। कई बार खुद भी गार्ड बनने लगा। वषांर्े तक सारी रात गाडार्ें की मुस्तैदी की जांच करता। मुझे अपने कई ग्राहकों की भी बहुत सी शिकायतों से जूझना होता था। लेकिन अब तो सपना ही लगता है कि मेरे द्वारा स्थापित कंपनी का वार्षिक कारोबार 2500 करोड़ रुपये है। एसआईएस 28 राज्यों में सक्रिय है। करीब 20 बैंकों की समूची सुरक्षा एसआईएस ही अंजाम देती है। उद्यमी बनना तब कठिन था या अब? मैं समझता हूं कि उद्यमी बनने के लिए हर दौर मुफीद होता है। आप में जज्बा होना चाहिए। उद्यमी बनने का सपना देखने वालों को सिन्हा का संदेश? पहले शोध करिए और फिर पूरे मन से निकलिए अपनी मंजिल को पाने के लिए। वे बताते हैं कि उन्हें खुद यकीन नहीं होता कि 250 रुपये से शुरू की गई एस.आई.एस. अब 2,700 करोड़ रुपये के बहुराष्ट्रीय समूह में बदल गई है। मौजूदा समय में उनके ग्राहकों की संख्या करीब 3,000 है और उनके पास 72,000 कर्मचारी हैं।
सिन्हा ने बताया कि मैं पटना के एक परिवार में पैदा हुआ, हम सात भाई-बहन थे। मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए हमें बचपन में काफी दिक्कतें हुईं। 1973 में वे जयप्रकाश नारायण और उनके राजनीतिक अभियान से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने जेपी का खुलकर समर्थन किया। सिन्हा ने 1974 में जब एसआईएस बनाई, उस समय उनकी उम्र 23 साल थी। उनके लिए दूसरा अहम काम मानव शक्ति को जोड़ना था। उन्होंने बिहार रेजिमेंट में अपने जानने वालों से मुलाकात की और उनसे सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों के विवरण लिए। उन्होंने इन लोगों से संपर्क किया और उन्हें अपने उपक्रम से जुड़ने के लिए राजी किया। उन दिनों निजी सुरक्षा एजेंसी को लोग बिलकुल नहीं जानते थे। सेवानिवृत्ति के बाद ये सेवानिवृत्त कर्मी खाली थे, इसलिए वे मेरे साथ काम करने को तैयार हो गए। मैंने 14 सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों को अपने यहां नौकरी दी। एक सवाल के जवाब में वे बताते हैं कि किसी भी व्यवसाय के लिए लोग सबसे बड़े ब्रांड एम्बेसडर होते हैं और अगर वे खुश हैं तो वे आपके लिए ज्यादा व्यवसाय का प्रबंध करेंगे। मैंने यह चीज सुनिश्चित की कि मेरे कर्मचारियों को अच्छा कामकाजी माहौल मिले। पहले साल के अंत तक कंपनी के कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 250-300 हो गई और टर्नओवर 1 लाख रुपये से ज्यादा हो गया। बिहार से राज्यसभा भाजपा के सांसद चुने जाने के साथ ही आर.के. सिन्हा देश के सबसे अमीर सांसद बन गए हैं। सिन्हा की कुल संपति करीब 850 करोड़ रुपये है।
आर.के. सिन्हा संघ के स्वयंसेवक रहे हैं और वे कई दशक से भाजपा से जुड़े हैं। आर के सिन्हा मानते हैं कि अपने क्षेत्र में लगातार मिली सफलता के बाद अब लगता है कि अब देश और समाज को देने का वक्त आ गया है। वे देहरादून में अपना एक स्कूल भी चला रहे हैं।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies