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गत 5 अक्तूबर को दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय सभागार में अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना द्वारा महाराजा हेमचन्द्र विक्रमादित्य की स्मरणांजलि में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व केन्द्रीय मंत्री व विचारक डॉ.सब्रह्मण्यम स्वामी थे।
गोष्ठी में बोलते हुए डॉ.स्वामी ने कहा कि मुगल आक्रांताओं व अंग्रेजों ने दुनिया के जिन-जिन देशों में आक्रमण किए वहां की लगभग शत-प्रतिशत आबादी को इस्लाम एवं ईसाइयत में परिवर्तित कर दिया। ईरान, इराक व यूरोप इसके स्पष्ट उदाहरण हैं। किन्तु भारत पर 800 वर्ष मुगलों ने व 200 वर्ष अंग्रेजों ने शासन किया, तो भी, हमारी हिन्दू जनसंख्या 85 फीसद से ज्यादा है। इसके पीछे महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई तथा सम्राट हेमचन्द्र विक्रमादित्य जैसे धर्मधुरंधर देशभक्तों का भारतमाता की अस्मिता के लिए बलिदान ही है। लेकिन एक सुनियोजित तरीके से इन देशभक्तों की शौर्यगाथाओं तथा उनके महान कार्यों को षड्यंत्रपूर्वक पाठ्यपुस्तकों से बाहर रखा गया।
आज इन शौर्यगाथाओं को शामिल करने की नितांत आवश्यकता है ताकि देश की तरुणाई अपने पूर्वजों की शौर्यगाथा याद कर अपने भविष्य को संवार सकें।
प्रसिद्ध इतिहासकार व अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सतीश चन्द्र मित्तल ने सम्राट विक्रमादित्य के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पानीपत के द्वितीय युद्ध के दौरान दुर्घटनावश यदि उनकी और उनके हाथी की आंख में तीर न लगा होता तो मुगलिया सल्तनत और विदेशी आकं्राताओं का उसी समय समूल नष्ट हो गया होता। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित विहिप के अन्तरराष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री श्री विनायक देशपांडे ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता व हिंदवी स्वराज्य की स्थापना के कर्णधार महापुरुषों के स्मृतिचिन्ह व स्मारक बनाये जाने की आज महती आवश्यकता है, जिससे युवा पीढ़ी को देश के पराक्रमशील गौरव का ज्ञान हो सके। इस अवसर पर इतिहास समिति संकलन के राष्ट्रीय संगठन सचिव बालमुकुंद पाण्डे, प्रो. संतोष शुक्ला, प्रो. राम निवास पाण्डे, विहिप के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री करुणा प्रकाश, प्रदेश महामंत्री रामकृष्ण श्रीवास्तव एवं मीडिया प्रमुख विनोद बंसल सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।
प्रतिनिधि
समन्वय से होगा सशक्तीकरण
राष्ट्रसेविका समिति दिल्ली प्रान्त द्वारा विजयादशमी पर्व पर वाहन रैली का आयोजन किया गया। शक्ति व भक्ति के इस पर्व पर चौपहिया और दुपहिया वाहनों की दो पंक्तियां क्रमबद्ध होकर पटेल नगर से कालिन्दी कॉलेज, प्रसाद नगर, संत नगर, देव नगर,देशबन्धु गुप्ता रोड,जोशी रोड होते हुए रोहतक रोड नवहिन्द महाविद्यालय में समाप्त हुई। पूरे अनुशासन के साथ 65 वाहनों पर 252 सेविकाएं भारतमाता की जय, जय श्रीराम के उद्घोष के साथ चल रही थीं। मार्ग में स्थान-स्थान पर पुष्प वर्षा की जा रही थी। इसके वाद विद्यालय प्रांगण में शस्त्र पूजन का कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सर्वोच्च न्यायालय की वरिष्ठ अधिवक्ता ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि हमें नवीन व प्राचीन का समन्वय करते हुए देश की आधी आबादी का सशक्तीकरण करना है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अ.भा. सहकार्यवाहिका व प्रचारिका रेखा राजे, प्रान्त कार्यवाहिका राधा मेहता व भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने भी शस्त्र पूजन किया। शिप्रा सुमन
शस्त्र पूजन
नरेला में विजयादशमी पर अलीपुर में स्वयंसेवकों ने पथ संचलन का प्रदर्शन किया। पथ संचलन नगर के प्रमुख मार्गों से अलीपुर गढ़ी के मैदान पर पहुंचा जहां स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से कार्यक्रम में रा.स्व.संघ के उत्तरी विभाग के कार्यवाह बलवंत जी, जिला कार्यवाह राकेश जी सहित स्थानीय विधायक नीलदमन खत्री भी उपस्थित थे। ल्ल कमल खत्री
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