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गत दिनों नोएडा में 'प्रेरणा मीडिया नैपुण्य संस्थान' द्वारा एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ़ मनमोहन वैद्य ने पत्रकार तथा पत्रकारिता के छात्रों से आग्रह किया कि पत्रकारिता के माध्यम से अपने राष्ट्र की राष्ट्रीयता को उजागर करें। हिन्दी भाषा के महत्व के बारे में उन्होंने कहा कि अपनी मातृभाषा के विकास के लिए काम करना चाहिए। हिन्दी भाषा में भी वैकल्पिक शब्दों की खोज करनी चाहिए। हिन्दी में हम किक्रेट में प्रयुक्त होने वाले 'बोल्ड आउट' को 'बोल्ड' ही लिखते हैं, जबकि 'बोल्ड' अंग्रेजी शब्द है। इन शब्दों का हिन्दी में आसान विकल्प होना चाहिए। गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार श्री जगदीश उपासने ने की, संचालन राकेश योगी ने किया। इस अवसर पर 'प्रेरणा मीडिया नैपुण्य संस्थान' के निदेशक श्री आशुतोश भटनागर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मेरठ प्रान्त के सह प्रान्त प्रचार प्रमुख श्री ललित कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।
प्रेरणा मीडिया नैपुण्य संस्थान के द्वारा ही 20 सितम्बर को तीन दिवसीय 'वृत्तचित्र निर्माण' विषय पर कार्यशाला आयोजित हुई। इसके समापन सत्र के मुख्य वक्ता थे आई़ एम़ एस़ नोएडा के डीन श्री नन्दकिशोर त्रिखा। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता जन कल्याण के लिए होनी चाहिए। पत्रकार का काम ही समाज कल्याण होता है। कार्यक्रम की अध्यक्ष्ता श्री पारिजात कौल ने की। – प्रतिनिधि
डॉ. जसविन्दर सिंह नहीं रहे
राष्ट्रीय सिख संगत के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. जसविन्दर सिंह का 12 सितम्बर को निधन हो गया। 2 जून,1956 को अजमेर में जन्मे डॉ़ सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निष्ठावान स्वयंसेवक थे। उन्होंने अजमेर में सहसंघचालक का दायित्व भी निभाया था। डॉ. जसविन्दर सिंह, राष्ट्रीय सिख संगत से लगभग प्रारंभ से ही जुड़े हुए थे तथा विभिन्न दायित्वों का निर्वाह करते हुए गत 12 वर्ष से राष्ट्रीय महामंत्री का दायित्व निभा रहे थे। वे एक कुशल संगठक के साथ-साथ एक कवि, धाराप्रवाह वक्ता, अथक परिश्रमी व बहुत ही योग्य चिकित्सक थे। वे व्यवस्था करने में एकदम कठोर परन्तु कार्यकर्ताओं की संभाल करने में ममतामयी व्यक्तित्व के थे। वे दूसरे कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान बढ़ाने में हमेशा सक्रिय रहते थे। वे स्वामी विवेकानंद जी के जीवन सेे प्रभावित थे। उनके परिवार में माताजी, पत्नी, एक बेटा व एक बेटी है।- प्रतिनिधि
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