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इस पहल में चीनी हनक नहीं है लेकिन दोनों देशों के लिए व्यापारिक मिठास भरपूर है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और नरेंद्र मोदी ने भारत-चीन संबंधों को नए दौर में ले जाने के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण समय में हाथ मिलाए हैं। सीमा पर तल्खी और दुनिया में दबदबे की होड़ का यह ऐसा नाजुक दौर है जब एशिया के दो विशाल देशों की दोस्ती असीम संभावनाओं का नया द्वार खोल सकती है। भारत-चीन शिखर वार्ता के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सीमा पर शांति रहे तो दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत में प्रधानमंत्री ने सीमा विवाद का मुद्दा जिस दृढ़ता और स्पष्टता से उठाया वह पहली बार भारतीय पक्ष की चिंताओं का सटीक प्रकटीकरण कहा जा सकता है।
महत्वपूर्ण मुद्दे
सीमा पर घुसपैठ
चीन की ओर से 340 बार भारत सीमा में घुसपैठ की गई है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के चुमार इलाके में चीन की घुसपैठ को देखते हुए इस मुद्दे का महत्व बढ़ गया है। 16 सितम्बर क ो इस इलाके में बड़ी तादाद में चीनी सैनिक घुस आए थे। इतना ही नहीं, एलएसी से सटकर चीनी सड़क बनाने वाले मजदूर चीनी सैनिकों की मदद से भारतीय सीमा में 500 मीटर अंदर तक आ गए थे। भारत की ओर से भी सीमा की सुरक्षा में सैनिक तैनात थे। लेकिन 18 सितम्बर की भोर में चुमार में चीनी सैनिकों का जमावड़ा और बढ़ गया था। इस तरह यहां चीनी सैनिकों की संख्या करीब 500 हो गयी। हिमाचल की सीमा से सटा चुमार लेह से 300 किमी. उत्तरपूर्व में है। इस इलाके को चीन अपना बताता है और यहां उसकी आवाजाही 2012 में भी बहुत ज्यादा देखने में आई थी। चीन इसे भारत का इलाका मानने को तैयार नहीं है। उधर देमचोक में भी तनाव जारी था, जहां चीनी चरवाहों ने अपने तंबू जमा लिए थे। लेकिन पता चला है कि 18 सितम्बर की रात करीब 9 बजकर 45 मिनट से चीनी सैनिक अपने क्षेत्र में लौटने लगे थे।
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12 समझौते
1 चीन भारत में अगले पांच साल में 20 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा।
2. कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए नाथू-ला से नया रास्ता खोला जाएगा
3 दूरसंचार क्षेत्र में चीन निवेश करेगा
4 दवा उद्योग के क्षेत्र में समझौता
5. गुजरात और महाराष्ट्र में दो औद्योगिक पाकोंर् की स्थापना
6 सिविल न्यूक्लियर सहयोग को बातचीत से आगे बढ़ाया जाएगा।
7 सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर सहमति
8 रेडियो, फिल्म टेलीविजन के क्षेत्र में सहयोग
9. सीमा शुल्क को आसान बनाया जाएगा
10 अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग
11 शंघाई की तर्ज पर मुम्बई का विकास किया जाएगा
12 रेलवे क्षेत्र के विकास को लेकर समझौता
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