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स्वामी विवेकानंद जी के जीवनदर्शन और उनके विचारों का अध्ययन करने के लिए हर विश्वविद्यालय में एक पीठ की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा 'सिंगल गर्ल चाइल्ड' यानी जिन लोगों की एक ही पुत्री है और वह समाजिक विज्ञान के क्षेत्र में अध्ययन और शोध कार्य करना चाहती है उसे यूजीसी की तरफ से छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी। ये घोषनाएं मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गत आठ सितंबर को चाणक्यपुरी स्थित विवेकानंद इंटरनेशल फाउंडेशन के सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की। विवेकानंद सार्द्ध शती समारोह समिति की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में 'राष्ट्रीय कुलपति सम्मेलन के कार्यों का विवरण' नाम की एक पुस्तक का विमोचन किया गया। इस किताब में पिछले वर्ष 16 व 17 नवंबर को दिल्ली में आयोजित हुए राष्ट्रीय कुलपति सम्मेलन के दौरान उपस्थित विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के विचारों को संग्रहित किया गया है।
इस अवसर पर प्रो. अनिरुद्ध देशपांडे ने बताया कि स्वामी विवेकानंद की 150 जयंती को लेकर विवेकानंद सार्द्ध शती समारोह समिति बनाई गई थी। जिसके तत्वावधान में पिछले पूरे वर्ष देश विदेश में सैकड़ों कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को स्वामी जी के जीवनदर्शन और उनके विचारों से अवगत कराया गया। जिससे देशभर में एक नई जागृति उत्पन्न हुई।
विवेकानंद शार्द्धशती समारोह समिति के चैयरमैन डॉ. सुभाष कश्यप ने कहा कि विभिन्न्न विश्वविद्यालयों से जिन कुलपतियों को सम्मेलन में बुलाया गया था उन सबकी विचाराधारा समान नहीं थी लेकिन जब उन्हें बताया गया कि सम्मेलन आयोजित करने का उद्देश्य स्वामी जी के विचारों और दर्शन को जानना है तो वे खुद अपने खर्चे से इसमें शामिल होने पहुंचे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी कुलपतियों और शिक्षाविदों ने स्वाम जी के संबंध में अपने विचार रखे। ऐसा कोई भी नहीं था जो उनके उनके जीवनदर्शन और विचारों से प्रभावित न हुआ हो। कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्रीरंग जी ने किया। इस अवसर पर अनेकों शिक्षाविद व समाज के गणमान्य व्यक्तियों समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे। ल्ल प्रतिनिधि
संविधान में शामिल नहीं होगा 'सेकुलर' शब्द
जम्मू-कश्मीर में सत्ता में काबिज नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस को राज्य के संविधान में 'सेकुलर' शब्द शामिल करने पर आपत्ति है। राज्य सरकार को स्वीकार नहीं है कि वहां के संविधान में भारतीय संविधान की तरह यह शब्द शामिल किया जाए।
दरअसल राज्य के संविधान में 'सेकुलर' शब्द शामिल करने के लिए पैंथर्स पार्टी के विधायक हर्षदेव सिंह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक विधेयक पिछले दिनों पेश किया था। इस पर जब उन्होंने मतदान करने की मांग की तो कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के विधायकों ने पहले तो मतदान का विरोध शुरू कर दिया और बाद में उसके विरोध में मतदान कर दिया। इस पर जम्मू-कश्मीर के कानून मंत्री मीर सैफुल्ला ने सफाई देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर का अलग संविधान व ध्वज है तो फिर संविधान में 'सेकुलर' शब्द जोड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है। इसके विरोध में हर्षदेव सिंह ने सदन में बैनर लहराकर अपना विरोध प्रकट किया। उनके समर्थन में आकर विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया, अश्वनी कुमार, सुखनंदन चौधरी और दुर्गा दास ने भी जमकर नारेबाजी की। इस बीच निर्दलीय विधायक रशीद ने वेल में पहंुचकर सफाई दी कि महात्मा गांधी की मृत्यु के साथ ही 'सेक्युलरिज्म' समाप्त हो गया था। इसके बाद स्थिति बिगड़ने पर वेल से विधायकों को हटाने के लिए मार्शलों की मदद लेनी पड़ी।
गौरतलब है कि इससे पूर्व भी वर्ष 2006 में जम्मू-कश्मीर के संविधान में 'सेकुलर' शब्द जोड़ने की मांग की गई थी। उस समय भी विधेयक हर्षदेव सिंह द्वारा पेश किया गया था। उस समय समिति के सदस्यों ने विधेयक का समर्थन किया था, लेकिन समिति के रपट देने से पूर्व ही विधानसभा कार्यकाल समाप्त हो गया था। इस संबंध में हर्षदेव सिंह का कहना है कि जब राज्य का संविधान भारतीय संविधान के अंगीकृत है तो फिर उससे 'सेकुलर और अखंडता' शब्द बाहर क्यों रखे गए हैं? उनका मत है कि ऐसा करने देश और दुनिया में गलत संदेश पहंुचता है। ल्ल प्रतिनिधि
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महिला व बच्चों का मतांतरण
रांची में अन्तरराष्ट्रीय शूटर तारा शाहदेव को रंजीत सिंह बताकर शादी करने वाले रकीबुल का खुलासा हुए अभी ज्यादा दिन नहीं हुए कि अब स्वयं को हिन्दू बताकर एक और मुसलमान ने हिन्दू विधवा से शादी कर न केवल उसे, बल्कि जबरन उसके दो बच्चों को भी इस्लाम कबूल करने पर विवश कर दिया। मध्य प्रदेश में झांसी रोड पुलिस ने महिला की शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी है। झांसी रोड स्थित देवनगर निवासी मंजू से कुछ समय पूर्व रेल में गुना से ग्वालियर के बीच यात्रा करते समय पेशे से चालक एक युवक सनी कुशवाह नाम से मिला था। उसके बाद दोनों के बीच दोस्ती बढ़ गई और महिला के घर सनी का आना-जाना शुरू हो गया। उसके बाद दोनों ने मंदिर में जाकर शादी भी कर ली। विवाह एक माह बाद ही मंजू को मालूम हुआ कि सनी मुस्लिम है और उसका वास्तविक नाम नाम आदिल खां है। विरोध करने पर आदिल ने मंजू को घर से निकालने की धमकी दी और जबरन उसे इस्लाम कबूल करवाकर रिजवाना बना दिया। आरोपी ने मंजू की बेटी निकिता और बेटे आदित्य का भी मतांतरण करवा दिया। ल्ल प्रतिनिधि
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